Page 43 - NIS Hindi september 01-15, 2022
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फ्लैगदिप पीएम मत्स्य संपिा योिना




                 मत्स्य पालन क्त्र िो सनराइज से्तटर िी मान्यता                           पीएमएमएसिाई
                                   े

            अभी ति यह किया हाकसल                                                         में ्तया-्तया हुआ

         देश में बढ़ रहा है मत्स्य उत्पादन                                                 10,225

           2016-2017             114.31 लाख टन                                            हेक्टेयर तालाब क्षेत् में
                                                         देश िे हर कहस्से में, मछली िे    जल कृकष।
           2017-2018             127.04 लाख टन           व्यापार-िारोबार िो ध्यान में
                                                       रखते हुए, पहली बार देश में इतनी    6.77
           2018-2019              135.73 लाख टन         बड़ी योजना बनाई गई। आजादी          लाख मछुआरा पररवार

           2019-2020             141.64 लाख टन           िे बाद इस पर कजतना कनिेश         को सहायता।
                                                       हुआ, उससे िई गुना ज्यादा कनिेश     3102
           2020-2021             147.25 लाख टन          प्धानमंत्री मत्स्य संपदा योजना    फुटकर मछली माककेट

           2021-2022             161.87 अंतररम         में किया जा रहा है। साथ में नीली   और ककयोस्क की
                                                        क्रांकत योजना चला रहे हैं। इन्हीं   िुरुआत।
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           िोकिड-19 महामारी िे िक्श्िि प्भाि िे         प्यासों िा नतीजा है कि देश में
           िारण मत्स्य िे कनयामात में 2020-2021 में                                       3230
          कगरािट आई थी। उसिे बाद से 2021-2022          मछली उत्पादन िे सारे ररिाड्ड टूट   नाव बदली गईं।
          में कनयामात 57, 586 िरोड़ रुपये िा रहा है। जो            गए हैं।
           2020-2021 में 43,721 िरोड़ रुपये था।             -नरेंद्र मोदी, प्धानमंत्री।    1270
                                                                                          सजावटी मछली पालन
                अब इसिी बारी                                                              इकाइयां िुरू।


        योजना में 2024-2025                    पीएमएमएसिाई से जीिन                        273
        ति पूरे होंगे ये बड़े लक्षय            और आजीकििा िी सुरक्ा                        गहरे समुद्र में मछली


        n ·  मछली उत्पादन 2018-2019 के 13.75   n  34 राज्यों व केंद्र िाकसत प्रदेिों को योजना में ककया गया है   पकड़ने वाले जहाज बढ़े।
           कमकलयन मीकट्क टन से बढ़ाकर 2024-2025   िाकमल। मछुआरों को लीन सीजन में माकसक 1500 रुपये की   16

           में 22 कमकलयन मीकट्क टन करना।      सहायता अकधकतम 3 महीने दी जाती है। कपछले दो वषषों के   लाख लोग अभी तक
                                              दौरान 8.12 लाख मछुआरों को दी गई सहायता।     प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप
          ·  ·मछली उत्पादन में सालाना 9 फीसदी की
        n                                                                                 से हुए लाभांकवत।
           वृकधि करना।                      n  एक हजार से अकधक बायोफ्लोक इकाइयों और 1500 से

                                              अकधक ररसक््रयुलेटरी एक्वाक्कचर कसस्टम स्वीकृत। ·मछली   720

        n ·  मछली कनयायात से आय 2018-2019 में 46,589   पालक ककसानों को पहली बार ककसान रिेकडट काड्ट ककए जा   मत्स्य कृकष उत्पादक
           करोड़ रु. था कजसे बढ़ाकर 2024-2025 में 1   रहे हैं जारी। अभी तक करीब 88 हजार ककसान काड्ट जारी   संगठन बने।
           लाख करोड़ रु. यानी आय दोगुना करना।
                                              और 1060 करोड़ रुपये का लोन मंजूर।
                                                                                          40.65
        n ·  मछली उत्पादन के बाद होने वाले नुकसान
                                            n  5 लाख रुपये का समूह बीमा कवरेज, दो साल में 27.51   लाख मछुआरे व मछली
           को 20-25 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी   लाख मछुआरों का ककया गया बीमा। ·प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप   पालक हुए प्रकिकक्षत।

           पर सीकमत करना।
                                              से 16 लाख से अकधक मछली पालक या मछुआरे लाभाल्न्वत।   7268
          ·  ·प्रकत व्यल्क्त मछली की खपत 5 ककलो से   अप्रैल, 2020 से माचया, 2022 तक 34,700 मकहला लाभाकथयायों के
        n                                                                                 करोड़ रुपये से ज्यादा के
           बढ़ाकर 12 ककलोग्ाम करना।            कलए करीब 1120 करोड़ रु. की पररयोजनाओं को मंजूरी दी   प्रस्ताव 8 अगस्त 2022
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        ...ताकि किल सि जनता और िछुआरों िो उकित िूल््य िी जानिारी.. राष्ट्ीय मल्त्स्यकी कवकास बोड्ट  ने 2018 म कफि   तक मंजूर।
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       माकट प्राइस इंफॉमचेिन कसस्टम िुरू ककया। इसम व्यापाररक रूप से महत्वपणया समद्री और अंतरदिीय मछकलयों के चकनंदा
       थोक व खुदरा के 88 बाजारों से भाव लेकर मछली की कीमत ररयल टाइम पर पोट्टल पर अपलोड और प्रसाररत की जाती है।
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                                                                                    न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 डसतंबर 2022 41
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