Page 37 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा
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िुशञािि के सलए आईटिी कञा इस्तेिञाल िोबञाइल िब्िक्ञाइबर-इंटिरिटि क्ञांसत
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आयुष्मान भार्त, जल जीवन र्मशन, उमंग एप, र्डर्जलॉकर, जीवन भार्त दुर्नया के उन देशों में शार्मल है जहां प्र््त जीबी इंटरनेट डटा
प्माण, आधार आधारर्त डीबीटी समे्त अर्धक्तर सरकारी योजनाओं की दर सबसे कम है। र्दसंबर 2014 में यह दर जहां प्र््त जीबी औस्त
को ई-सेवा से जोड़कर जहां पारदर्श्ष्ता सुर्नस्श्च्त हुई है ्तो वहीं क्तार 269 रुपये ्थी ्तो वहीं जून 2021 ्तक यह 96% की कमी के सा्थ औस्त
में लगने के बजाय अब लोग ्घर बैठ सेवाओं का लाभ ले पा रहे हैं। 10 रुपये प्र््त जीबी पर आ गई। माच्ष 2014 में भार्त में 25 करोड़
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इंटरनेट कनेक्शन ्थे, वहीं 2021 ्तक यह संख्या 83 करोड़ को पार
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ऑष्प्टिकल फञाइबर िे गञांव-गञांव तक इंटिरिटि कर गई। 2021 में भार्त में 120 करोड़ मोबाइल सब्सक्ाइबर हो गए।
इनमें से 75 करोड़ लोग स्माट्ट फोन का उपयोग कर्ते हैं।
5.75 लाख र्कमी ऑस्प्टकल फाइबर की लाइन र्ब्छाकर अभी ्तक
1.79 लाख ग्ाम पंचाय्तों को इससे जोड़ा जा चुका है। 1 लाख से अर्धक भ्र्टटिञा्चञार पर लगञाि
ग्ाम पंचाय्तें वाई-फाई सुर्वधायुक््त हैं।
गवममंेट ई-माककेट प्लेस यानी GEM पोट्टल से सरकारी खरीद
में भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है। 1 लाख करोड़ रुपये की वार्र््षक
खरीद इसके माध्यम से हो रही है। वहीं, डायरेक्ट बेनेर्फट
ट्रांसफर के जररए पैसा अब सीधे जरूर्तमंद के खा्ते में भेजा जा
रहा है। 2014 से 2021 ्तक करीब 2.22 लाख करोड़ रुपये इसके
जररए बचाए गए हैं।
अंतररक् िहञाशष्क्त बिञा भञारत
भार्त दुर्नया का अकेला देश बना र्जसके मंगलयान ने मंगल
की कक्ा में पहले प्यास में ही प्वेश र्कया। 34 र्वर्भन्न देशों के
342 उपग्ह भार्त 2014 के बाद अं्तररक् में भेज चुका है, जबर्क
2014 ्तक कुल 35 र्वदेशी उपग्ह ही भेजे गए ्थे। हाई स्पीड
संचार सुर्वधाओं को बढ़ाने के र्लए भार्त ने सबसे उन्न्त उपग्ह
जीसैट-11 और जीसैट-29 अं्तररक् में भेजे।
ड्ोि तकिीक
ड्ोन का उपयोग कीटनाशक और पोर्क ्तत्वों के र््छड़काव के
र्लए करने की शुरुआ्त हो चुकी है। ड्ोन के माध्यम से कोर्वड
वैक्सीन और दवाओं की दुग्षम इलाकों ्तक पहुंच सुर्नस्श्च्त हुई।
ड्ोन सेक्टर में भर्वष्य की संभावनाओं को देख्ते हुए पहली बार
ड्ोन नीर््त ्घोर्र््त की गई।
सेमी्कंडक््टर ्की ओर हम ्कदम बढ़ा रहे हैं, 5जी ्की ओर ्कदम बढ़ा रहे हैं, ऑल्प््ट्कल
िाइबर ्का ने्टव्क्फ तबछा रहे हैं, ्त्े तसि्फ आधुतन्किा ्की पहचान है, ऐसा नहीं है। िीन बड़ी
िा्किें इस्के अंदर समातहि हैं। तशषिा में आमूल-चूल क्रांति- ्त्े तडतज्टल माध््त्म से आने
वाली है। स्वास््थ््त् सेवाओं में आमूल-चूल क्रांति तडतज्टल से आने वाली है। ्ककृतर् जीवन
में भी बहुि बड़ा बदलाव तडतज्टल से आने वाला है। ए्क न्त्ा तव्चव ि्त्ार हो रहा है। ्त्े
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दश्क, मानव जाति ्के तलए ्ट़े्केड ्का सम्त् है। -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
न््ययू इंडि्या समाचार 16-30 डसतंबर 2022 35