Page 33 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा




                 आजोञादी के बञाद ऐिे बढ़ी हिञारी अर्व्र्वस्र्ञा
                                                                                               ्ष






                300                                                                                      676.20
                                                                          भारत से निर्ायात
                   भारत की जीडीपी                      236.4
                                                                         आजादी क बाद से अब तक ६०० गुना की बढ़ोतरी
                                                                               े
                    वपछल 20 वषषों में दस गुना
                         े
                200
                    से अधधक की वृद्धि...


                100                                                                            249.82



                                                  76.3                                       44.08
                50                                                                   8.49 18.14
                                             21.5                    1.27 1.35  2.03
               0.1   0.2    0.5    1.5  5.8


             1950-51  1960-61  1970-71  1980-81  1990-91  2000-01  2010-11    2020-21
                                                                     1950-51  1960-61  1970-71  1980-81  1990-91  2000-01  2010-11  2021-22
                                                                    SOURCE: इकनोतमक सववे, पीआईबी  *सभी आंकड़े अरोब िॉलरो म ें

                               ें
       21      इििॉल्विी बैंकरप्िी कोि उद्ोगों के सलए कॉरपोरेटि                                                 22
                                                                                          ें
                                                                                                    ु
                                              ैं
               फंसा हुआ कज्ष यानी एनपीए हमेशा से बकों के र्लए एक
             n                                                   की तजो्ष पर इंिसटिव िसवधञा
               समस्या रही है। इससे बैंक की ऋण देने की शस्क््त कम हो्ती
                                                                                          ें
               है र्जससे अ्थ्षव्यवस््था की गर््त अवरुधि हो्ती है।   अभी ्तक आपने कॉरपोरेट जग्त म बेह्तर प्दश्षन करने पर
                                                                              ं
                                                                                ें
                                                                       में
                                                                 परफॉमस र्लंक्ड इसर्टव यानी पीएलआई र्दए जाने के बारे म सुना
                                                                                                            ें
               दूसरी ्तरफ कॉरपोरेट जग्त की ्तरफ से यह आपर्त्त भी
             n                                                   ्था। लर्कन पहली बार कद्र सरकार ने देश के उद्ोग जग्त को बेह्तर
                                                                     े
                                                                                   ें
               की जा्ती ्थी र्क भार्त में ्घाट में चल रही कंपनी बंद करने में   उत्पादन पर पीएलआई देने की ्घोर्णा की। 14 प्मुख क्ेत्ों म करीब 2
                                     ़े
                                                                                                          ें
               बहु्त समय लग्ता है। जरूर्त ्थी र्क जल्द से जल्द कंपर्नयों   लाख करोड़ रुपये की पीएलआई योजना म 5 साल के भी्तर 30 लाख
                                                                                               ें
               का र्नपटान करके बकों को पैसा दे र्दया जाए। इसर्लए   करोड़ के उत्पादन और 60 लाख नए रोजगार पैदा करने की क्म्ता है।
                               ैं
               ऐर््तहार्सक सुधार के रूप में 2016 में इनसॉल्वेंसी बैंकरप्सी
               कोड लागू र्कया गया।                               1.  फूड प्ोसेर्संग इंडस्ट्री   2.आईटी हाड्टवेयर
               व्यापाररक सुगम्ता और एनपीए के र्नपटारे में यह     3. एसी, एलईडी, बल्ब    4.फामा्षस्युर्टकल इंडस्ट्री
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               ऐर््तहार्सक कदम ्था। कोर्वड 19 के बाद से प्भार्व्त कंपर्नयां,   5.  फामा्षस्युर्टकल एपीआई (दवाओं का कच्ा माल)
               र्वशेर््तौर पर एमएसएमई सेक्टर के र्ह्त में हाल ही में इसमें   6. ट़ेर्लकॉम मॅन्युफैक्चररंग 7.सोलर पॉवर पीवी मॉड्ल्स
                                                                                                          ू
               कु्छ संशोधन र्कए गए हैं।
                                                                 8. इलेक्ट्रॉर्नक मैन्यु.    9. मेर्डकल उपकरण
               व्त्षमान केंद्र सरकार के काय्षकाल में पहली बार बकों ने ऋण
                                                   ैं
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               चूकक्ता्षओं की संपर्त्तयां जब््त करने के सा्थ उनसे 10,000 करोड़   10. ऑटोमोबाइल कंपोनेंट   11. ड्ोन और इससे जुड़़े उत्पाद
                                                      ैं
               रुपये से अर्धक की रार्श की भरपाई की है। भार्त में बकों का   12. टक्सटाइल    13. र्वशेर् इस्पा्त
                                                                     ़े
               एनपीए ्छह साल के सबसे र्नचले स््तर 5.9 फीसदी पर है।
                                                                 14. उन्न्त रसायन सेल
                                                                                     न््ययू इंडि्या समाचार   16-30 डसतंबर 2022  31
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