Page 83 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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रेाष्टट्र पीएम का गुजरेात दौरेा
स्मृति वन स्मारक था नक हम आपदा को अवसि में बदलकि िहेंगे। मैं लालनकले
से कहता हूं, नक 2047 में भाित नवकनसत देश बनेगा। नजन्हचोंने
प्धानमंत्ी नरेंद्र मोदी ने भुज र्जले में स्मृर््त वन स्मारक का उद््घाटन र्कया। मुझे कच्छ में सुना है, देखा है, 2001-02 भूकंप के कालखंि
इसे लगभग 470 एकड़ के क्ेत् में बनाया गया है। कच््छ वार्सयों की दृढ़्ता में नवपिलीत परिश्स्थनत में मैंने जो कहा था, वो आज आपकली
को समर्प्ष्त यह संग्हालय 2001 के भूकंप के बाद भुज की यात्ा को प्दर्श्ष्त आंखचों के सामने सत्र् बन कि उभिा हुआ है। मैं आज सपना
करेगा। संग्हालय को 7 ्थीम पर आधारर्त 7 खंडों में बांटा गया है। देख िहा हूं। जैसा 2001-02 में मौत कली चादि ओढ़ कि हमािा
पुनज्षन्म
n कच्छ था, तब सपना देख कि आज कि नदखार्ा। 2047 में
पुन: खोज नहंदुस्तान भली कि नदखाएगा।” 2001 कली आपदा के बाद कच्छ
n
पुनस््था्षपना ने न केवल खुद को उ्ठार्ा बश्ल्क पूिे गुजिात को नई ऊंचाइर्चों
n
पि ले गर्ा।
पुनर्न्षमा्षण
n
कच्छ की बदली तस्वीीरे : र्वीनाश ्से र्वीका्स की ओरे
पुनर्व्षचार
कृ
n कच्छ में 2003 में रिांनतगुरू श्र्ामजली कष्णवमाया र्ूननवनसयाटली
पुनजतीवन बनली तो वहीं 35 से भली ज्र्ादा नए कॉलेजचों कली भली स्थापना कली
n
गई। इतने कम समर् में 1000 से ज्र्ादा अच्छे नए स्कूल
नवीनीकरण
n
बनाए गए। आज कच्छ में भूकंप-िोधली आधुननक अस्पताल
ें
है, 200 से ज्र्ादा नए नचनकत्सा कद् काम कि िहे हैं। जो
कच्छ हमेशा सूखे कली चपेट में िहता था, वहां आज कच्छ नजले
में जो काम हुआ है, वो अकल्पनलीर् हैं।” मृत्र्ु औि आपदा के बलीच
हमने 2001 में कुछ संकल्प नकए औि आज हमने उन्हें हकलीकत में के हि घि में नमयादा का पानली पहुंचने लगा है। आज कच्छ में
बदला है। इसली तिह, हम आज जो संकल्प लेंगे, उसे ननश्श्चत रूप हजािचों चेक िटैम बनाकि, सुजलाम-सुिलाम जल अनभर्ान
से 2047 में हकलीकत में बदल देंगे। प्रधानमंत्रली ने कहा, “मुझे र्ाद चलाकि हजािचों हे्तटेर्ि जमलीन को नसंचाई के दार्िे में लार्ा
ें
है, मुश्श्कल भिे उन नदनचों में मैंने बड़े आत्मनवश्वास के साथ कहा जा चुका है। प्रधानमंत्रली निद् मोदली ने भुज में किलीब 4,400
किोड़ रुपर्े कली नवनभन्न परिर्ोजनाओं का शुभािंभ नकर्ा।
न््ययू इंडि्या समाचार 16-30 डसतंबर 2022 81