Page 4 - NIS Hindi 16-30,April 2023
P. 4
िंपादक की कलम िे...
अमेृत काल और डसडिल सेिक को राष्टट्र के
डिकास का ध्िजिाहक बनाने की प्रगडतशील सोच…
्सादर नमस्कार। के नागररकों की ्सेवा अब आपका ्सववोच्च कतजाव््य है...
र्ीवन में अक््सर हम देिते हैं हक लोग अपनी आर् र्ब देश अमृत काल के ्संकल्प को लेकर आगे
आकांषिाओं के हलए हदन रात पररश्रम करते हैं और कु्छ बढ़ रहा है तब नौकरशाही की भ्दहमका महत्वप्दणजा हो
्द
मात्ा में उन्हें परा भी करते हैं। लेहकन र्ब द्द्सरों की र्ाती है। प्िानमंत्ी नरेंद्र मोदी की ्सोि अमृत काल
आकांषिाएं, अपनी आकांषिाएं बन र्ाएं, र्ब द्द्सरों के में ह्सहवल ्सेवक को राष्टट्र के हवका्स का ध्वर्वाहक
्द
्सपनों को परा करना अपनी ्सिलता का पैमाना बन बनाने की है। ऐ्से में इ्स वषजा राष्टट्री्य लोक ्सेवा हदव्स
ें
र्ाए तो हिर वो कतजाव््य पथ इहतहा्स रिता है। इ्सी ्सोि के अव्सर पर नौकरशाही को नागररक कहद्रत और
ं
के ्साथ आकांषिी हर्ले में हवका्स की गहत हो ्या हिर ्सहविान के प्हत प्हतबद्ध बनाने के हलए की गई पहल
अन््य ्योर्नाओं को अंहतम ्छोर तक हबना हक्सी बािा ही इ्स बार हमारी आवरण कथा बनी है।
ु
के ्सीिे लाभाथथी तक पहुंिाना, 2014 ्से शा्सन में आए व््यक्क्तत्व की कड़ी में भारती्य वा्य्सेना के पहले
जा
बदलाव का र्ीवंत उदाहरण है। इ्स ्सिलता का ्सब्से िाइव स्टार अहिकारी अर्न ह्संह की कहानी को
बड़ा कारण है- बेहतर ्समन्व्य, हर््स्से ्सारी बािाएं शाहमल हक्या ग्या है। पद्म पुरस्कार ्से ्सम्माहनत
्द
ं
दर हुई हैं। ्स्सािन, ्सरकारी मशीनरी, अहिकारी वही गुमनाम ना्यकों की राष्टट्रपहत भवन में पुरस्कार लेने
े
हैं लेहकन आर् पररणाम अलग हदि रहे हैं क््योंहक केंद्र वाली तस्वीरें हक्स तरह हनत नई प्रणा दे रही हैं, इ्स
्सरकार ने अब नौकरशाही को भरो्से में लेते हुए बेहतर अंक में हवशेष रूप ्से शाहमल है। फ्लैगहशप ्योर्ना में
प्हशषिण और नए ्युग के अनुरूप ढालने की पहल कर िेलो इंहर््या ने हक्स तरह ्से ्समार् की ्सोि बदली
ें
्सशक्त-्समथजा, र्न-कहद्रत और कमजा्योगी बना्या है। है, र्ी-20 ्से र्ुड़े का्यजाक्रम, वाराण्सी और कनाजाटक
हवका्स के हलए प्शा्सन और र्नता के बीि ्सीिा को हवका्स की ्सौगातें, अंतरराष्टट्री्य घटनाक्रम में
कनेक्ट, एक भावनात्मक र्ुड़ाव बहुत र्रूरी होता र्ापान पीएम की ्यात्ा और पक््चिम बंगाल की मैत्ी
ें
है। इ्स तरह हवका्स की िाह, ्साथ िलने की राह बन पाइपलाइन का शुभारंभ, कद्री्य मंहत्मंर्ल के हनणजा्य
र्ाती है। र्ब र्नता ठान ले, शा्सन-प्शा्सन ठान ले, ्सहहत अन््य का्यजाक्रमों और अमृत महोत््सव की श्रृंिला
ै
तो हिर कोई पी्छे कै्से रह ्सकता है। 21 अप्ल 1947 में महान ्सेनाहन्यों की वीर गाथा इ्स अंक का हहस््सा है।
को प्शा्सहनक ्सेवा अहिकारर्यों के पहले बैि को आप अपना ्सुझाव हमें भेर्ते रहें।
्संबोहित करते हुए ्सरदार वल्लभ भाई पटेल ने ह्सहवल
े
्सववेंट््स को देश का स्टील फ्म कहा था। उन अि्सरों
को ‘लौह पुरुष’ ्सरदार पटेल की ्सलाह थी हक देश
(रार्ेश मल्होत्ा)
ें
हिदी, अग्जी व अन्य 11 भाषाओं मे उपलब्ध पहरिका पढ़े/डाउनलोड करे।
ं
रे
ें
ें
ं
https://newindiasamachar.pib.gov.in/news.aspx