Page 37 - NIS Hindi February 01-15,2023
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रवाषट्   ्ैज्वावनक शक्त






                                                                                  108वें भारत्रीय ववज्ाि
                                                                                          े
                                                                                 कांग्रेस क प्रमुख आकष्षण
                                                                                     बाल क्वज्ान कांग्स - 7,000
                                                                                                  े
                                                                                     से अशिक ्ात् सहभागी बने।

                                                                                   •  मकहला  क्वज्ान  कांग्स  -
                                                                                                       े
                                                                                     शवशवि संसथाओं से बड़ी संखया
                                                                                     में  मशहला  वैज्ाशनक  सहभागी
                                                                                     बनीं।

                                                                                   •  क्वज्ान ए्वं समाज - समाज
                                                                                     के  िाशवत  शवकास  एवं
                                                                                     मशहला  सिकतीकरण पर धयान
                                                                                     केंशद्रत करने वाला एक शविेष
                1914 में आयोनजत रकया गया था पहला अधिवेशि                             काय्भक्म।
          • •  भारतीय शवज्ान कांग्स का पहला अशिवेिन 1914 में आयोशजत शकया गया था। इसका 108वां
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                                                                                                       े
           वाशष्भक सत् राषट् संत तुकिोजी महाराज नागपुर शवशवशवद्यालय में आयोशजत शकया गया जो इस   •  ककसान  क्वज्ान  कांग्स  -
           वष्भ अपनी िताबदी भी मना रहा है। भारत पीएचिी के मामले में दुशनया के िीष्भ तीन देिों में   जैव  अथ्भवयवसथा  को  सुिारने
           िाशमल है। आज भारत सटाट्टअप इकोशससटम के मामले में दुशनया के िीष्भ देिों में है।  और युवाओं को कृशष की ओर

          • •  काय्भक्म की पूव्भ संधया पर भारतीय शवज्ान कांग्स का पारंपररक शवज्ान जयोशत काय्भक्म   आकशष्भत  करने  के  शलए  एक
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           आयोशजत शकया गया। ‘शवज्ान जयोशत-ज्ान की जवाला’ की कलपना ओलंशपक मिाल के     मंच।
           आिार पर की गई थी।                                                       •  आकद्वासी क्वज्ान कांग्स -
                                                                                                        े
          • •  यह समाज और शविेष रूप से युवाओं में वैज्ाशनक मानशसकता तैयार करने के शलये समशप्भत   सवदेिी प्राचीन ज्ान प्रणाली एवं
           है। शवशवशवद्यालय पररसर में सथाशपत यह जयोशत 108वीं भारतीय शवज्ान कांग्स के अंत तक     अधययन के वैज्ाशनक प्रदि्भन के
                                                                 े
           जलती रही।                                                                 शलए एक मंच।

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                                                                ु
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                   ववज्ाि क इि प्रयासों से बदल सकता ह बहुत कछ                      •  क्वज्ान प्रदश्णनी - प्राइि ऑफ
                                                                                     इंशिया-  शवज्ान  एवं  उद्योग  के
                             जब         जब उसका प्रभा्व गलोबल से लेकर ग्ास रूट तिक हो।  क्ेत् में भारत समेत शवशवभर पर
                            ्वह लैब से   जब उसका क्व्तिार जन्णलस से लेकर जमीन तिक हो।  अपनी अशमट ्ाप ्ोड़ने वाले
                          कनकलकर लैंड
                            तिक पहुंचे।  जब उससे बदला्व ररसच्ण से होतिे हुए ररयल लाइफ में   वयककततव के जीवन का पररचय
                                        कदिने लगे।                                   देने वाला एक भवय प्रदि्भन।


        प्रौद्योनगकली’ पि केंनद्ि िहा। नव्व का भनवषर सिि नवकास के साथ हली   भािि कली मनहलाएं हि जगह पि अपना दम नदखा िहली हैं। मनहलाओं

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                                   ं
        सिनक्ि है। 108वीं भाििलीर नवज्ान काग्रस में सिि नवकास के नवषर   कली बढ़िली भागलीदािली रह दशायािली है नक हमािा समाज भली आगे बढ़ िहा ह  ै
                                                                                                ें
                                                                                            ं
        को मनहला सशकिलीकिण के साथ जोड़ा गरा। वरवहारिक रूप से भली   औि नवज्ान भली ििककली कि िहा है।” प्रधानमत्रली निद् मोदली ने वैज्ाननक
        रह दोनों एक-दूसिे से जुड़े हुए हैं। आज देश कली सोच केवल रह नहीं   समुदार को  सेमलीकंिकटि नचप में नवाचाि किने के नलए प्ररिि नकरा
                                                                                                      े
        है नक हम नवज्ान के जरिए मनहला सशकिलीकिण कि बसलक हमािा   औि उनह सेमलीकंिकटि आधारिि भनवषर को अभली से िराि िखन  े
                                              ें
                                                                                                      ै
                                                                    ें
        लक्र है नक मनहला कली भागलीदािली से नवज्ान का भली सशकिलीकिण कि  ें  के बािे में सोचने के नलए कहा। उनहोंने कहा, “अगि देश इन क्ेत्रों
                                     ें
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                                                                                             े
        औि रिसचया को नई गनि दें। प्रधानमत्रली निद् मोदली ने अपने संबोधन में   में पहल कििा है िो हम उद्योग 4.0 का निृतव किने कली ससथनि
        कहा, “्ोटे उद्योगों में भागलीदािली हो रा सटाट्टअप वलि्ट में ललीििनशप,   में होंगे।” n
                                                                                 नययू इंनिया समाचार   1-15 फरवरी 2023  35
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