Page 48 - NIS - Hindi, 01-15 January 2023
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आरएनआई DELHIN/2020/78812, वदल्ली पोस्र्ल लाइसेंस
                आर.एन.आई                                                             नंबर-  DL (S)-1/3550/2020-22 ड्धल्यूपीपी संख्या- U (S)-
                  आर.एन.आई
           DELHIN/2020/78812                                                        98/2020-22, posting at BPC, Meghdoot Bhawan, New
             DELHIN/2020/78812                                                        Delhi - 110001 on 26-30 advance Fortnightly
             1-15  नवंबर, 2022
               1-15 जनवरी, 2023                                                         (प्रकाशन विवथ-18 अ्टर्टूबर 2022, कुल पृष््ठ-44)



                                            12 जनवरी  :  राष्ट्रीर रुवा निवस



                       वा
                                                                                                र
                                                                                                     ंती
                                                  वेकानं
                                          नव
                                                                       ि
                              मी
                  सवामी नववेकानंि की जरंती
                                                                             की ज
                  स
               अपन खवचारों और कमथों स ्ुवाओं के प्रयेररास्ोत बन सवामी खववकानंद को दश के ्ुवाओं की षिमता और पररवतदूनकारी
                                    ये
                                                                   ये
                                                                             ये
                   ये
                                                          ये
                                                        ये
              शक्त पर बहुत खवशवास था। वह मानत थ खक ्ह दश का ्ुवा वगदू ही है जो भखवष्् में राष्ट्र के खवकास को सही खदशा और
                                              ये
                                                ये
                                                            ये
                      ये
                शक्त दगा। उनके आदशदू आज भी ्ुवाओं को राष्ट्र सवा के प्रखत प्रयेररत करत हैं।  जाखतवाद, असपृश्ता और सामाखजक
                                                                             ये
                                                 ये
                आडंबरों के प्रिर आलोचक सवामी खववकानंद के खवचारों में अध्ातम, राष्ट्रवाद व आधुखनकता का अद् भुत समन्व्
                                                                                        भारि जब बड़े संकल्प करिा
                                                           ये
                           ये
                                                                                        ये
                          ्
                                                     ्
                        ये
                                                                                                      ये
               था। उन्होंन पर खवशव को भारती् संसकृखत के मल्ों स भी पररखचत करा्ा। िुद पर भरोस को शक्त मानन वाल सवामी
                                                                                                          ये
                                                                                         ्हेै िो करके भी वदखािा ्हेै।
                                     ये
                                 खववकानंद के जन्म खदवस 'राष्ट्री् ्ुवा खदवस' के रूप में मना्ा जाता है…...
                                                                                                         ृ
                                                                                          आजादी के अमेिकाल मेें
                                                                                        देश का संकल्प ्हेै-ववीकवसि
                                                                                                  भारि।”
                       ये
              सवामी खववकानंद भारत के ्ुवा को अपन  ये                                      – नरेंद्र मेोदी, प्रधानमेंत्ी
              गौरवशाली अतीत और वैभवशा ली भखवष््
                         ्
                                            ये
              की एक मजबत कड़ी के रूप में दयेित थ।
                                               ये
                            ये
              खववकानंद कहत थ खक सब शक्त तुमहार  ये
                  ये
                              ये
              भीतर है उस शक्त को प्रकट करो, इस पर
              खवशवास करो खक तुम सब कुछ कर सकत   ये                       नवकनसत भारत के न्लए
                               नवकनसत भारत के न्लए
              हो। िुद पर ्ह खवशवास, असंभव सी लगन  ये
                               आधुननक इंफ्ास्ट्क्चर
              वाली बातों को संभव बनान का ्ह संदश                             नडनजट्ल प्गनत
                                               ये
                                     ये
                       ये
              आज भी दश के ्ुवाओं के खलए उतना ही
                                     ये
                                                                                                         ये
              n   पीएम गितशक्क्त के तहत दश में मल्टी मॉिल             n   5.33 लाि कॉमन सिवमास सेंटर गांव तक पहुंच। 1.81
              प्रासंखगक है। मुझ िुशी है खक भारत का आज                   लाि गांव ऑक्प्टकल फाइबर नटवक्क स जुड़े।
                            ये
                 इंफ्ास्रिक्चर।
                                                                                               ये
                                                                                                     ये
              का नौजवान इस बात को भली भांखत समझ
                                      ये
                                                                                    ये
                                                                                                           ये
                                                                                                       ये
                                                                                 ये
              n   हवाई अड्डों की संख््या 74 स बढ़ कर 144, मयेरिो रिेन   n   िििजटल लन-दन में भारत दुिन्या में सबस आग, ्य्दपीआई
                                      ये
              रहा है, िुद पर खवशवास करत हुए आग बढ़                       स अब तक 208 लाि करोड़ रुप्यये का लन-दन।
                                             ये
                        ये
                                                                                                         ये
                                                                         ये
                                                                                                      ये
                 5 शहर स बढ़ कर 27 शहर तक पहुंची।
              रहा है।
              - नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्ी नवकनसत भारत के                 नवकनसत भारत के न्लए
                                   न्लए बड़े सुधार                           पमूण्ष सशक्तमीकरण
                                                                               ये
                         ये
              n   जीएसटी स अनुपालन बोझ और लोगों पर कर का              n   100% दशवािस्यों को घर, शौचाल्य, पानी, िबजली जैसी
                                                                                 ु
                 बोझ हुआ कम, पारदिशमाता और कर संग्ह में वृिधि।          बुिन्यादी सिवधाओं के लाभ पर जोर।
                                         ये
              n   इन्दसॉल्वयेसी एंि बैंकरप्सी कोि स बैंक और कारोबार,   n   िकसानों को िमल रहा िविभन्न ्योजनाओं का लाभ।
                 दोनों को फा्यदा।                                     n   कौशल िवकास सये रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा।
                                                                               ्द
                    प्रधान संपादक:       प्रकाशक और मुद्रक:    कमरा संख््या-278, कद्री्य संचार ब््यरो,   मुद्रण: इनिफिनटी एिवटामाइिजंग सिवमासस प्राइवट िलिमटेि,
                                                                       ें
                                                                                                       ये
                                                                                                            ये
               सत््ययेन्दद्र प्रकाश, प्रधान महािनदशक,    मनीष दसाई, महािनदशक    सचना भवन, िविती्य तल,   एफबीिी वन कॉपवोरट पाक्क, 10वीं मंिजल, नई िदल्ली-
                                            ये
                                                   ये
                                                                ्द
                              ये
                                                                                               ये
                  ्द
                                                  ्द
                                           ें
               पत् सचना का्यामाल्य, नई िदल्ली  कद्री्य संचार ब््यरो  नई िदल्ली- 110003 स प्रकािशत  फरीदाबाद बॉि्डर, एनएच-1, फरीदाबाद-121003
                                                                          ये
               42  नरू इंनिरा समाचार   16-31 अगसत 2022
               42 न्यमू इंनडया स्माचार   16-31 अगस्त 2022
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