Page 24 - NIS Hindi January 16-31,2023
P. 24
आवरण कथा जी-20 दवशेर
जी-20 की अधयक्षता में भार् की जी-20 अधयक्ष्ा:
भारत अपनी हजारनों र्िषों महतव और अवसर
की पुरानी संसकमत और
कृ
आधुमनकता के साथ मर््र् एक धरती, एक पररवार, एक भववष्य। ्यही ववचार और
के ज्ान र्ध्यन और कलयाण मूल्य है विनहें लेकर भारत ववशव के कल्याण का मार्ग
प्रशसत करेरा। भारत की अध्यक्षता न केवल इस देश
के मलए काय्य करेरा। के वलए ्यादरार होरी बललक भववष्य भी इसे दुवन्या के
-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री इवतहास में एक महतवपूण्ग अवसर के रूप में आंकेरा।
िी-20 की अध्यक्षता भारत को महतवपूण्ग अंतरराषट्ी्य
मुद्दों पर वैलशवक एिेंडा में ्योरदान करने का अनूठा
से नवशव को परिनचत किाने को तैराि है। आज जब भाित अवसर है।
जली-20 कली अधरक्ता किने जा िहा है, तो रह आरोजन n भारत एक ओर जवकजसत देशों के साथ घजनष्ठ संबंध
130 किोड़ से अनधक भाितलीरों कली शलकत औि सामररया रखता है तो दूसरी ओर जवकासशीि देशों के जवरारों को
यु
का प्रनतनननधतव है। आज भाित इस मकाम पि पहंचा है समझता है और उनहें प्रभावी तरीके से वर्त भी करता
यु
तो उसके पलीछे हजािों वषषों कली रात्रा औि अनंत अनभव है। इसी आधार पर भारत ‘गिोबि साउथ’ के अपने
यु
जड़े हैं। भाित ने हजािों वषषों का उतकषया औि वैभव देखा उन सभी जमत्ों के साथ िो दशकों से जवकास के पथ
यु
है तो नवशव के सबसे अंधकािमर दरौि भली देखे हैं। सनदरों पर सहरात्ी रहे, िी-20 के अधरक्ता का खाका तैरार
कली गलामली औि अंधकाि को जलीने के नलए मजबूिली भिे करेगा।
यु
नदन देखे हैं। नकतने हली आक्रांताओं औि अतराचािों का n िी-20 के अधरक् के रूप में पूरे वष्य के जिए भारत एििा
ें
यु
सामना किते हए, भाित एक जलीवंत इनतहास को समेिे जनधा्यररत कर रहा है। इसमें जवषरों की पहरान कर उन
यु
यु
यु
हए आज रहां तक पहंचा है। वहली अनभव आज भाित कली क्त्ों पर धरान केंजद्रत करेगा। उन जवषरों पर वैकशवक
े
नवकास रात्रा में उसकली सबसे बड़ली ताकत हैं। आजादली के ररा्य कराकर उनके पररणामों के दसतावेि प्रसतुत
यु
बाद शूनर से शरू किके, नशखि को लक्र किके, एक करेगा।
यु
बड़ली रात्रा शरू कली। इसमें आजादली के बाद के नपछले
े
75 वषषों में नजतनली भली सिकािें िहीं, उन सभली के प्ररास n भारत जवजवध सामाजिक और आजथ्यक क्त्ों जिनमें ऊिा्य,
शानमल हैं। सभली सिकािों औि नागरिकों ने अपने-अपने ककृजष, वरापार, जिजिटि अथ्यवरवसथा, सवास्थर और
तिलीके से नमलकि भाित को आगे बढ़ाने का प्ररास नकरा। परा्यवरण से िेकर रोिगार, पर्यटन, भ्रष्टारार जवरोधी
े
इसली भावना के सा् जली-20 कली अधरक्ता कि िहा भाित और मजहिा सश्तीकरण तक शाजमि हैं। ऐसे मुद् िो
यु
आज एक नई ऊजाया के सा् पूिली दननरा को सा् लेकि सबसे कमिोर और वंजरतों को प्रभाजवत करते हैं, उनकी
आगे बढ़ने को तैराि है। प्राथजमकताओं के बारे में अंतरराष्ट्ीर समथ्यन प्रापत
भारत की प्रगदत में ही दव्व की प्रगदत करेगा।
भाित कली हजािों वषया पयुिानली संसकृनत ने सदैव रह नसखारा n ऐसे जवषरों को प्रमुखता से एििे में रखा गरा है जिनकी
ें
है नक जब हम अपनली प्रगनत के नलए प्ररास किते हैं, तो अगुवाई अनेक मंरों पर भारत पहिे से कर रहा है। इसी
हम वैलशवक प्रगनत कली परिकलपना भली किते हैं। आज कड़ी में बैठकों के जिए समृद जवरासत और परंपरा वािे
भाित नवशव का इतना समृधि औि सजलीव लोकतंत्र है शहरों के साथ भारत की सॉफट पॉवर को प्रदजश्यत करने
नजसके पास लोकतंत्र के संसकाि भली हैं औि लोकतंत्र वािे कार्यक्रम और आरोिन शाजमि जकए िा रहे हैं।
कली जननली के रूप में गरौिवशालली पिंपिा भली है। भाित के
22 न्यू इंडि्ा समाचार 16-31 जनवरी 2023