Page 44 - NIS Hindi January 16-31,2023
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आतंकवाद सव
     राष्ट्र
     दव्व      अमृत महोत



                 वीर सुरेंद्र साय




                                                                             ै
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               मातृिूमम क भलए आधी उम्र जेल में रह कद
                                 िनम : 23 िनवरी 1809, मृत्य : 28 फरवरी 1884
                                                      ु

                                             ओ           निशा के संबलपयुि में 23 जनविली 1809 को जनमें वलीि सयुिेंद्र सार



                                                         महज 17 साल कली उम्र में सवतंत्रता सग्राम में शानमल हो गए ्े।
                                                                                       ं
                                                         ऐसा कहा जाता है नक 75 साल कली अपनली नजंदगली में वलीि सयुिेंद्र सार
                                                         ने किलीब आधली उम्र 36 वषया जेल में नबताए। खरिराि िाजर 1826 में
                                                               े
                                                         जब अग्रजों को सौंप नदरा गरा तो संबलपयुि क्ेत्र के वलीि सयुिेंद्र सार न  े
                                                              ं
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                                                         अग्रजों को मातृभनम से बाहि ननकालने के नलए लड़ाई लड़ली। अग्रजों
                                                                                                          े
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                      खररयार राज्य                       कली तिफ से चेतावनली के बावजूद स्ानलीर लोगों ने अग्रजों के नखलाफ
                                                                                                ं
                                                                                                    े
                                                                                                   ं
                                                         लड़ाई में सयुिेंद्र सार का सा् नदरा। साल 1840 में अग्रजों ने उनहें
                      1826 में जब अंग्ेजपों
                                                         पकड़ नलरा औि 1857 तक 17 साल कैद में िखा। नसपाहली नवद्रोह
                      को सौंप रदया गया                   के दरौिान 1857 में जब जेल से बाहि आए तो एक लड़ाकू सेना
                                                          ै
                                                                           ू
                                                         तराि किके नफि मातृभनम कली सवतंत्रता के नलए जंग में कूद पड़े।
                                      े
                      तो संबलपुर क्षत्र क
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                                                                         ं
                                                         उनहोंने 1862 तक अग्रजों के नखलाफ गरिलला रयुधि जािली िखा औि
                                                                                        यु
                                                                           े
                      िीर सुरद्र साय न   े               इस दरौिान एक बाि भली अग्रजों के हा् नहीं आए। आनखिकाि, 1864
                              ें
                                                                             े
                                                                            ं
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                      अंग्जपों को मातिूमम                में एक जासूस ने सार को पकड़वा नदरा। इसके बाद वह किलीब 19
                                      ृ
                                                                                     ं
                                                         साल तक जेल में िहे। इस दरौिान अग्रजों ने न नसफ्क सयुिेंद्र सार को
                                                                                      े
                      से बाहर ननकालन      े              प्रतानड़त नकरा बललक उनके परिजन औि सहरोनगरों को भली अिमान
                                                                                                       ं
                                                                                           ं
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                      क भलए लडाई लडी।                    ननकोबाि जेल में िालने औि फांसली तक का दि नदरा।
                                                            जेल में िहने के दरौिान उनकली आंखों कली िोशनली चलली गई ्ली।
                      अंग्जपों की तरफ स   े              हालानक, ऐसली कहानली भली प्रचनलत है नक अग्रजों ने उनकली आंख फोड़
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                                                                                          े
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                      चेतािनी क बािजूद                   दली ्ली। 28 फिविली 1884 को वलीि सयुिेंद्र सार ने असलीिगढ़ जेल में
                                 े
                                                         75 वषया कली उम्र में आनखिली सांस लली ्ली। सवाधलीनता सग्राम औि
                                                                                                     ं
                      स्ानीय लोगपों न   े                आनदवानसरों के अनधकािों कली उनकली लड़ाई लोगों को हमेशा प्ररित
                                                                                                         े
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                      अंग्जपों क खखलाफ                   कितली िहेगली। साल 1986 को भाित सिकाि ने ओनिशा के जाने-मान  े
                          े
                                                         सवतंत्रता सेनानली के नाम पि एक िाक निकि जािली नकरा ्ा। 22
                      लडाई में सुरद्र साय                नसतंबि 2018 को प्रधानमत्रली निेंद्र मोदली ने झािसयुगयुड़ा हवाई अड्े का
                                   ें
                                                                             ं
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                      का साथ रदया।                       शभािंभ नकरा नजसका नाम वलीि सयुिेंद्र सार हवाई अड्ा, झािसयुगयुड़ा’
                                                         कि नदरा गरा। कारयाक्रम में प्रधानमत्रली निेंद्र मोदली ने कहा ्ा, “इस
                                                                                    ं
                                                         एरिपोि्ट पि आने वाले रात्रली वलीि सयुिेंद्र सार का नाम सयुनते हली उड़लीसा
                                                         कली वलीिता, उड़लीसा के नलए तराग, उड़लीसा के नलए समपयाण कली गा्ा
                                                         कली ओि सवत: आकनषयात होंगे।”
          42  न्यू इंडि्ा समाचार   16-31 जनवरी 2023
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