Page 13 - NIS Hindi 16-31 July,2023
P. 13

आवरण किा
                                                                                             दु
                                                                                             यवा भारत


        नर्ा आईआईटली औि एक नर्ा आईआईएम तैर्ाि हुआ है। नपछले
        9 वषशों में औसतन हि सप्ताह एक नवश्वनवद्यालर् औि हि नदन दो
        कॉलेज खोले गए हैं। कॉलेज बढ़े तो स्वाभानवक तौि पि सलीटों कली
        संख्र्ा भली बढ़ली है, र्ुवाओं के नलए उच्च नशक्षा के अवसि बढ़े हैं।
        नकसली काम के नलए कौशल का नवकास किने में आईटलीआई भली    आज िेश का लक्ष्य है- विकवसत भारत, सशक्त
                                                                                                     ्द
        महत्वपूणया भूनमका ननभा िहली हैं। बलीते 9 वषशों में देश में लगभग हि   भारत! हमें विकवसत भारत के सपने को परा वकए
        िोज, एक नई आईटलीआई का ननमायाण नकर्ा गर्ा है। आज देश कली   वबना नहीं रुकना है। मुझे विश्िास है, हर ्यिा इस
                                                                                                      ु
        किलीब 15 हजाि आईटलीआई में देश कली नई जरूितों के मुतानबक   सपने को अपना सपना बनाएगा, अपने कंधों पर
        नए पाठ्यक्रम शुरू नकए जा िहे हैं। कौशल नवकास कली नवनभन्          िेश की ्ये वजम्मेिारी लेगा।
        र्ोजनाओं के तहत देश में 6 किोड़ से अनधक र्ुवाओं को कौशल
        का प्रनशक्षण नदर्ा जा चुका है।
                                                                          - नरेंद्र मोिी, प्रधानमंत्ी
        खेल अब केररयर केरी नई पहचान
        नपछले 9 वषशों में भाित में खेल का एक नर्ा र्ुग शुरु हुआ है। र्े
        नर्ा र्ुग नवश्व में भाित को नसि्क एक बड़ली खेल शस््तत बनाने भि
        का हली नहीं है बस्ल्क र्े खेल के माध्र्म से समाज के सश्ततलीकिण
        का भली नर्ा दौि है। एक समर् था जब देश में खेलों को लेकि एक

        उदासलीनता का हली भाव था। स्पोट्सया भली एक करिर्ि हो सकता है,
        र्े कम हली लोग सोचते थे। इसकली वजह थली नक स्पोट्सया को सिकािों
        से नजतना समथयान औि सहर्ोग नमलना चानहए था, वो नमलता नहीं
        था। इसनलए गिलीब, मध्र्म वगया औि गांव-देहात के बच्चों के नलए
        खेल में आगे बढ़ पाना बहुत मुस्श्कल था। ज्र्ादाति माता-नपता को
        भली लगने लगा नक बच्चे को उस प्रोिेशन में जाना चानहए नजससे
        उसका जलीवन व्र्वस्स्थत हो जाए लेनकन अब समाज के दृस्ष्टकोण
        में बड़ा बदलाव आर्ा है। जलीवन में आगे बढ़ने के नलए खेल को
        एक आकषयाक पेशे के तौि पि देखा जाने लगा है। इसमें खेलो

        इंनिर्ा अनभर्ान ने बड़ली भूनमका ननभाई है।
          पलीएम मोदली कली कोनशशों से देश के लोगों कली सोच में बदलाव
               ें
        आर्ा। कद् सिकाि ने ऐसली नलीनतर्ां बनाई नजससे खेलों में करिर्ि
        बनाने के िास्ते खुले। परिणाम हुआ नक टो्तर्ो ओलंनपक में भाित   स््टा्ट्टअप से यूशनकेॉन्न केरी यात्ा
                                  े
        ने 7 पदक लेकि अब तक का सवयाश्ष््ठ प्रदशयान नकर्ा। पैिालंनप्तस   बलीते 9 वषशों में नौकरिर्ों कली प्रककृनत में भली बहुत तेजली से बदलाव
        में भली भाित के खाते में 19 पदक आए। नए भाित का मंत्र है-  जु्ट   आर्ा है। बदलतली हुई इन परिस्स्थनतर्ों में र्ुवाओं के नलए नए
                                                                                    ें
        जाओ और जीतो। जु्ट जाओ और जंग जीतो। पैिालंनप्तस में   से्तटि उभि कि आए हैं। कद् सिकाि इन नए से्तटि को भली
        भाित ने नजतने मेिल जलीते उतने भाित ने अब तक के इनतहास   ननिंति प्रोत्सानहत कि िहली है। इन 9 वषशों में देश ने स्टाट्ड-अप
                                                                 कृ
                                                  े
        में नहीं जलीते थे। ओलंनपक में भली भाित का प्रदशयान श्ष््ठ िहा,   संस्कनत कली नई क्रांनत देखली है। 2014 में देश में जहां कुछ सौ
        ्तर्ोंनक र्ुवाओं में जलीत का नवश्वास पैदा हुआ। कद् सिकाि के   स्टाट्डअप थे, वहीं इनकली संख्र्ा आज एक लाख से ऊपि पहुंच गई
                                              ें
                या
        टॉप्स कार्क्रम के माध्र्म से नखलानड़र्ों को सहर्ोग औि हि तिह   है। अनुमान र्े है नक इन स्टाट्डअप ने कम से कम 10 लाख र्ुवाओं
        के खेलों को प्रोत्साहन नमल िहा है। नए खेलों को भली पहचान नमल   को िोजगाि नदर्ा है। इन 9 वषशों में ड्रोन से्तटि में नर्ा उछाल
        िहली है। इससे नखलाड़ली न नसि्क भाित का नाम उज्जवल कि िहे हैं   आर्ा है। िनट्डलाइजि के नछड़काव से लेकि दवाइर्ों कली सप्लाई
        बस्ल्क अपना भनवष्र् भली संवाि िहे हैं।               तक में ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ िहा है। बलीते 9 वषशों में भाित सिकाि




                                                                                    न््ययू इंडि्या समाचार   16-31 जुलाई 2023  11
   8   9   10   11   12   13   14   15   16   17   18