Page 29 - NIS Hindi 16-31 March, 2023
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राष्ट् गललोबल हबजनेस सहमट 2023
सोच और अप्ोच
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बदल भारत िे दडि्ा
को डदखा्ा दम
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दि और दि के िोरों की बदिी सोच और अप्ोच
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ने न वसर्फ दवन्या को भारत की ताकत का अहसास
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करा्या बकलक कई मामिों में िकशिक मचों पर
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तारीर भी हुई। इतना ही नहीं, दवन्या के कई दिों
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ने भारत की नीवत और 'अप्ोच' को अपनाने का भी
वनि्ग्य वि्या। कोविड महामारी और अन्य िकशिक
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चुनौवत्यों के बीच राष्ट् ने कैसे आपदा को अिसर
में बदिा, आने िािे सम्य में भारत के इस सामर्य्ग
की वमसाि दी िाएरी और इस विर््य पर अध्य्यन
वकए िाएतंर। आि अरर ्यह सभि हो पा रहा है तो
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उसकी ििह है राष्ट् की सकारातमक सोच, विसके
दम पर दि बढ़ रहा है आरे...
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को नवि के बाद देश-दुननरा औि वैलशवक वरवस्ाएं बढ़ना मुलशकल ्ा। इसली वजह से केंद् कली नई सिकाि ने शासन के
हि पहल को निि से परिभानषत नकरा औि नई सोच के सा् आगे
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बदल गई, नई-नई चनौनतरा सामने आई औि
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उससे ननपटने का तिलीका भली बदल गरा। भाित
बढ़ने का ननरर नलरा नजसके सकािातमक परिराम अब नदख िहे हैं।
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ने बहुत जलद इन अापदा औि चनौनतरों को प्रधानमंत्रली निेंद् मोदली के नेतृतव में अब सिकाि कली सोच बदलली है
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अवसि में बदला। इसली का नतलीजा है नक भाित ने कोनवि महामािली, औि उसके अनुसाि नलीनतरा बनाई गई है नजसका असि अब जमलीन
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रुद्ध औि प्राककृनतक चनौनतरों के बाद भली अभूतपूवया प्रदशन नकरा। पि नदखने लगा है। गिलीबों के बैंक अकाउंट खलने लगे औि उनहें
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देश ने दुननरा को नदखा नदरा नक एंटली-रिजाइल होने का असलली बैंक से लोन भली नमलने लगे हैं। गिलीबों को अपना घि औि संपनत् का
मतलब करा होता है। इसकली जानकािली प्रधानमंत्रली निेंद् मोदली ने 17 मानलकाना हक नमलने लगा है। शौचालर, नबजलली, खाना पकाने
ििविली को आरोनजत इकोनॉनमक टाइमस गलोबल नबजनेस सनमट के नलए सवचछ ईंधन औि तेज इंटिनेट कनेकशन नमलने लगे हैं
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2023 में दली। वह कहते हैं नक 100 साल में आए सबसे बड संकट नजसकली पहल जरूित हली नहीं समझली जातली ्ली। केंद् सिकाि अभली
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के समर भाित औि रहा के लोगों ने जो साम्थर नदखारा है उसकली तक अलग-अलग रोजनाओं के माधरम से प्रतरक् लाभ हसतातिर
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सटिली कि 100 वष बाद मानवता भली खद पि गवया किेगली। (िलीबलीटली) के तहत 28 लाख किोड रुपरे सलीध गिलीबों के खातों
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2014 में लस्नत ऐसली ्ली नक लाखों-किोडों के घोटालों कली वजह में ट्रासिि कि चुकली है। प्रधानमंत्रली मोदली ने पूवया प्रधानमंत्रली िाजलीव
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से देश कली साख दाव पि लगली हुई ्ली। भ्रषटाचाि कली वजह से गिलीब गाधली कली उस बात का नजक् नकरा नजसमें उनहोंने कहा ्ा, ''केंद् कली
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अपने हक कली चलीजों के नलए भली तिस िहा ्ा। रुवाओं कली आकाक्ा ओि से एक रुपरे भेजा जाता है तो वासतनवक लाभा्जी तक 15 पैसे
परिवािवाद औि भाई-भतलीजावाद कली बनल चढ़ िहली ्ली। पॉनलसली हली पहुच पाते हैं।'' इस नहसाब से 24 लाख किोड रुपरे कली िानश
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पैिानलनसस कली वजह से इंरिासट्रकचि परिरोजनाओं में बिसों कली देिली नकसली औि कली जेब में चलली जातली रा कोई लट लता ्ा। वतयामान
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हो िहली ्ली। ऐसली सोच औि अप्रोच के सा् देश का तेजली से आगे सिकाि के सोचने के इसली नए तिलीके कली वजह से आज नदललली से
न्यू इंडि्ा समाचार 16-31 माच्च 2023 27