Page 22 - NIS Hindi 01-15 May,2023
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आवरण कथा सुरजक्त िीवन, सशक्त राष्टट्






        प्रिानमंत्ी मािृ वंदना ययोजना

        सिक्त और सुगम बन रहा


        मरहलाओ ं का जीवन


        प्धानिंत्ी िातृ वंदना योजना (पीएिएिवीवाई) की शुरुआत 1
        जनवरी 2017 िें हुई। इसेिें गभ्यवती और स्तनपान कराने वाली
        िाताओं को 5,000 रुपये की नकद प्ोत्सेाहन रामश दो मकश्तों िें
               रै
        दी जाती ह। यह रामश उनके ्बैंक खाते िें डी्बी्टी िोड िें सेीधे
                    रै
                                       े
        प्दान की जाती ह। इसेके अलावा, दूसेरे ्बच् को कवर करने
        के मलए इसे योजना का मवस्तार करके 6,000 रुपये की रामश
                                                े
                                 रै
        का िातृत्व लाभ प्दान मकया जाता ह। यह लाभ दूसेरे ्बच् के
                                  रै
        ्बामलका होने पर प्दान मकया जाता ह। ऐसेा जन्ि पूव्य मलंग
        चयन को हतोत्सेामहत करने के मलए मकया गया ह। रै

                                                             3.11 करोड़

                                                             से अज्धक लाभाजथ्बयों ने 21 नवंबर
                                                             2022 तक कराया पंजीकरण।

                                                             3 करोड़


                                                             से अज्धक मेजहलाओं को गभा्बवस्था और स्तनपान
                                                                            ं
                                                             के दौरान प््धानमेत्री मेातृत्व वंदना योजना मेें जमेला
                                                             6,000 रुपये तक का नकद प्ोत्साहन।






        2014 में लाल नकले कली प्राचलीि से अपने पहले संबोधन में

        हि घि शरौचालर् बनवाने कली पहल हो र्ा कोनवि काल में
        आत्मननभयािता को जनक्रांनत बनाने का आह्ान नकर्ा। जनता    आजािी के इस अमेृत काि मेें हमेने सैचुरेशन
        कली मूलभूत सनवधाओं को सवपोच्च प्राथनमकता में ििा औि   यावन जनकल्याण की हर योजना को शत प्रवतशत
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        उज्जवला, आवास, शरौचालर्, हि घि नल से जल, संकट कली       िाभाव्थ्मयों तक पहंचाने का जो संकल्प विया
                                                                                  ु
        घड़ली में हि गिलीब को मुफ्त िाशन, िाशन काि्ड पोटटेनबनलटली,   है, र्ो बहुत वर्राट है। इस अवभयान का मेतिब
        आर्ुष्मान  भाित  जैसली  र्ोजना  के  तहत  5  लाि  रुपर्े  तक   है - भिभार् की सारी गंजाइश को खत्मे करना,
                                                                     े
                                                                                      ु
        मुफ्त इलाज कली सनवधा दली। उस्टताद, हुनि, करौशल नवकास   तक्ष्टकरण की आशंकाओं को समेाप्त करना, स्र्ा्थ्म
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                                                               ु
        से र्ुवाओं को िोजगाि से जोड़ने कली पहल हो र्ा निि नकसानों
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        के नलए ई-नाम जैसा प्लटिॉमया जैसली अनकों र्ोजनाएं, हि   के आ्धार पर िाभ पहंचाने की प्रर्वत्त को खत्मे
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                                          े
        नागरिक को ऐसा अवसि दे िहली है नक वह मूलभूत सनवधाओं    करना, समेाज की आवखरी पंक््लत मेें खड़े आवखरी
                                                  ु
                                                                                           ु
        कली नचंता नकए नबना ऐसा उद्म स्टथानपत कि सकता है जो       व्यक््लत तक सरकारी िाभ सवनक्श्चत करना।
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        समाज औि िाष्ट्र कली प्रगनत में र्ोगदान देने वाला हो।             - नरेंद्र मेोिी, प्र्धानमेत्री
         20  न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 मई 2023
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