Page 52 - NIS Hindi 16-31 May 2023
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आ्वरेण कथा  वर्ष्त














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                                                                 ु
                                                       कृ
                                                  सांस्कवतक अभ््यद्य
                                          समृधि हो रोहवी




                                                   कृ
                                   सांस्कनर्क नवरोासर्





             कृ
        सांस्कवतक ववरासत पर गव्त करता भारत अपने गौरवशाली
        इवतहास के साथ वतमेान मेें नए आ्यामे िोड़ते हुए सुनहर  े       इखत्हास साषिी ्है खक खकसी राष्टट्र का
                        ्त
        भववष््य की प्टकथा वलख रहा है। पीएमे मेोदी ने लाल वकल  े      गौरव तभी चैतन्य र्हता ्है जब वहो अपने
                                                   े
        की प्राचीर से ‘पंच प्राण’ का िो संकल्प वल्या था, वह तिी स  े  स्वाखभमान और बखलदान की परंपराओं
        साकार हो रहा है, नई सोच का उद्य हो रहा है। सांस्कवतक स्थलनों   कहो अगली पीढ़ी कहो भी खसिाता ्है,
                                                कृ
        का ववकास नए भारत की नई पहचान को स्थावपत कर रहा है।…
                                                                     संस्काररत करता ्है, उन््हें इसके खलए
                   ित चल पड़ा है, ननकल पड़ा है… खोर्ा हुआ सम्मान       खनरंतर प्रेररत करता ्है। खकसी राष्टट्र का
                   वापस नदलाने। भाित कली स्ककृनत को नई पहचान नदलान  े  भखवष्टय तभी उज्जवल ्हहोता ्है जब वहो
                                     ं
        भा क्र्ोंनक िाष्ट्लीर् एकता हो र्ा निि नागरिक कतयाव्र् बोध,   अपने अतीत के अनुभवों और खवरासत
        इसम हमािली सा्ककृनतक नविासत कड़ली का काम कितली है। र्हली वो   के गवदू से पल-पल जुड़ा र्हता ्है।
                   ं
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        मजबूत कड़ली है, जो देश को हली नहीं, बस्ल्क पिली दुननर्ा को भली भाित
                          ं
                                         ं
        से जोड़तली है। भाित कली सा्ककृनतक धिोहि के सिक्षण, हमािली नविासत
                                                      ं
        एवं कलाकृनतर्ों को वस््चवक पहचान नदलाने हेतु प्रनतबद्ध प्रधानमत्रली
                        ै
          ें
        निद् मोदली के नेतृत्व वालली सिकाि के ननिंति प्रर्ास से आज भाित
        अपनली खोई हुई नविासत, अपने गौिव को नई भव्र्ता दे िहा है क्र्ोंनक   - नरेंद्र महोदी, प्रधानमंत्ी
        नए भाित ने ्ठाना है नक एक सूर् उगाना है, अंबि से भली ऊचा जाना है।
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           भाित को नवकनसत िाष्ट् बनाने के संकल्प म सा्ककृनतक नविासत
                                          ें
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        एक महत्वपणया अध्र्ार् है, नजस नदशा म प्रर्त्नशलील भाित ने अतलीत के
                                   ें
        गौिव के साथ भनवष्र् का ्कवागत किने कली एक नई शुरुआत कली है।
        अब सा्ककृनतक नविासत कली समनद्ध िाष्ट् कली प्राण वार्ु बनली है क्र्ोंनक
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        सा्ककृनतक वैभव नकसली भली िाष्ट् कली सिलता का परिचार्क होता है।
         50 न््ययू इंडि्या समाचार   16-31 मई 2023
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