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आ्वरेण कथा  वर्ष्त





                   मेहाकाल लोक का डनमेा्षण                        पीएमे मेोदी के उपहारों के जररए देश की

          उज्न में महाकाल मंर्दर करॉर्रिोर का पुनरुद्धार हुआ र्जसका       संस्कृडत डवदेशों मेें छाई
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          पीएम मोदी ने 11 अक््टटूबर 2022 को शुभारंभ र्क्या।
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                                                                n
               डसख ्धमे्ष की संस्कृडत का सम्मेान                n  ज्यपुर के चंदन से र्नर्मथित बुद्ध जापान पहुंचे।

                                                                                     ें
                                                                n  गुजरात के कच्छ से रोगन पर््टंग िेनमाक्क पहुंची।
                                 पर्वत्र गुरुओं का सम्मान। श्ी
                               n                                n  ्यहूदी इर्तहास को दशाथिने वाली करॉपर प्ले्ट इजरा्यल पहुंची।
                                 गुरु नानक देव का 550वां प्काश
                                                                n  पीएम मोदी ने पूवथि अमेररकी राष्ट्पर्त बराक ओबामा, पूवथि
                                 पवथि। श्ी गुरु गोर्वंद र्संह जी का   जापानी पीएम र्शंजो आबे समेत कई वरैब््चवक नेताओं को
                                 350वां प्काश पवथि। श्ी गुरु तेग   खादी र्नर्मथित हाि्ट कवर में ‘भगवद गीता’ उपहार में दी।
                                 बहादुर जी का 400वां प्काश

            डेरा बाबा नानक       पवथि। सार्हबजादों के बर्लदान को    भारती्य डवरासतों की घर वापसी
          सावहब मेें करतारपुर    र्चब्न्हत करने के र्लए 26 र्दसंबर
          कॉरीडोर का वनमेा्तण।   को वीर बाल र्दवस की घोषणा।   n  2014 से पहले केवल 13 पुरानी प्र्तमाएं देश वापस लाई गई ्थी।

                                                                2014 के बाद से 228 से अर्िक प्र्तमाएं लाई जा चुकी हैं।
                सांस्कृडतक प्य्षटन का डनमेा्षण
                                                              n  भारत में ्यूनेस्क के र्व्चव िरोहर स््थलों की संख््या बढ़ी। 40 स््थलों
                                                                को सूची में शार्मल र्क्या ग्या। 10 स््थल 2014 से अब तक जोड़ी
           n  स्वदेश दश्षन: 100% पोर्षत केंरिी्य ्योजना। प्यथि्टन मंत्राल्य   गईं और 49 अर्तररक्त स््थलों पर र्वचार र्क्या जा रहा ह। रै
             ने देश भर की 76 परर्योजनाओं को इसके तहत मंजूरी दी
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             ह। इस पर 5500 करोड़ रु. से अर्िक रार्श खचथि होगी।             राष्ट्ी्य ्यधि स्मेारक
                                                                                     ु
           n  इन 76 में से 50 से अर्िक परर्योजना पूरी हो चुकी हैं। 500
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             से अर्िक गंतव््य, 31 राज््य और 15 ्थीम आिाररत सर्क्क्ट   n  नई र्द्कली में बना राष्ट्ी्य ्युद्ध स्मारक प्िानमत्री नरेंरि मोदी
             र्नमाथिणािीन हरै।                                 ने 25 फरवरी 2019 को राष्ट् को समर्पथित र्क्या। स्मारक में
                                                                               रै
           n  15 सडक्कट: सूफी सर्क्क्ट, बौद्ध सर्क्क्ट, त्टी्य सर्क्क्ट,   एक शा्चवत ज््योर्त ह र्जसमें 26 जनवरी, 1972 से लगातार
             िेज्ट्ट सर्क्क्ट, इको सर्क्क्ट, र्वरासत सर्क्क्ट, र्हमाल्यन   जल रही अमर जवान ज््योर्त का र्वल्य कर र्द्या ग्या।
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             सर्क्क्ट, कृष्णा सर्क्क्ट, उत्तर-पवथि सर्क्क्ट, रामा्यण सर्क्क्ट,   n  गणतंत्र र्दवस पर अमर जवान ज््योर्त की जगह राष्ट्ी्य ्युद्ध
                                                                            ं
             ग्रामीण सर्क्क्ट, आध््याब्त्मक सर्क्क्ट, ती्थिंकर सर्क्क्ट,   स्मारक पर श्द्धाजर्ल देने की प््था शुरू हुई।
             जनजाती्य सर्क्क्ट, वन््यजीव सर्क्क्ट।
                                                             n  राष्ट्ी्य ्युद्ध स्मारक में चार चरि हैं। अमर चरि, वीरता चरि,
                                                               त््याग चरि और सुरक्ा चरि। इसमें 25,942 जवानों के नाम
                       अंबेिकर पंचती्थ्ष                       अर्कत हैं, र्जन्होंने आजादी के बाद देश के र्लए शहादत दी।
                                                                 ं

          डॉ. भीमेराव अंबेडकर की िन्मेस्थली मेध््य प्रदेश के मेहू   काशी-तडमेल संगमेमे और सौराष्ट संगमेमे

         मेें स्मेारक, वसख भूवमे- लंदन मेें वशक्ा स्थान, दीक्ा भूवमे-
                                                                  ें
                                                                          ें
        बौद्ध धमे्त अपनाने का स्थान, नागपुर, मेहापररवनवा्तण भूवमे-  र्व्चव म र्वर्विता म एकता की र्मसाल पेश करता भारत जहां भाषा अनेक
                                                                    रै
          वनधन का स्थान वदल्ली, मेुंबई मेें चैत््य भूवमे पर स्मेारक,   भाव एक ह, अर्भव््यब्क्त अनेक पर संस्कृर्त एक हरै। इसी एकत्व का
                                                                         ं
                                                                              ु
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           वदल्ली का डॉ. अंबेडकर इं्टरनेशनल स्टर शावमेल है।  समरसता का दृष््टात प्स्तत करने के र्लए काशी तर्मल संगमम् और
                                                                                                     े
                                                             सौराष्ट्-तर्मल संगमम् का आ्योजन र्क्या ग्या। एक भारत-श्ष्ठ भारत
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         n  िरॉ. अंबिकर ने हम र्सखा्या हरै र्क जब हम राष्ट् र्नष्ठा और समाज   की अविारणा के तहत आ्योर्जत इन संगमम् के माध््यम से सर्द्यों पुरान  े
                                                                ं
           र्नष्ठा से काम करगे, तो हमारी र्दशा हमेशा सही र्सद्ध होगी।   संबिों को पुनस््थाथिर्पत करने का प््यास ह। रै
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         52  न््ययू इंडि्या समाचार   16-31 मई 2023
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