Page 16 - NIS Hindi 1-15 October, 2023
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आ्वरण कथा

        की  वकाित  करिे  में  भी  सबसे  अागे  रहा,  िो  वैब्श्वक  िीनत-
        निमाविताओं को उिकी र्ारंर्ररक िीनतयां बिाते समय मागविदशविक    जली-20 ििस्य ििों मेें वैसश्वक
                                                                                     मे
        का काम करेंगे। भारत की िी-20 अध्यषिता के शुरुआती प्यासचों
        में ग्िोबि साउ्थ सम्मेिि आयोनित करिा ्था। भारत ग्िोबि     िकल घरमेलू उत्ाि का लगभग
        बायो-फ्ययूल्स एिायंस में अग्णी भयूनमका निभा रहा है। इंनडया-नमनडि     85%, वैसश्वक व्ापार का 75%

                                               यू
        ईस्ट-यरोर्  इकोिोनमक  कॉररडोर  की  शुरुआत  समचे  नवश्व  के   िमे अतधक और ववश्व की लगभग
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        निए एक ऐनतहानसक षिण है। यह वैब्श्वक समृनद्ध की िींव रखेगा।   िो-ततहाई आबािली ्थली, अफ्ीकन
        आमिि के िीवि में सुधारात्मक र्ररवतविि िािे के निए एक ऐसे
                                                                                                     मे
                                                                              मे
        माहौि  का  निमाविण  करेगा,  निसमें  सभी  देश  अर्िी  र्ारस्र्ररक   यूसनयन क इिमेें िासमेल होन िमे
                                                                                             ै
        षिमता के सा्थ योगदाि देंगे। इस कॉररडोर की र्ररकल्र्िा को मयूतवि   इिका ववस्ार हो गया ह।
                                      ें
        रूर् देकर प्धािमंत्री िरद् मोदी िे िि-कनद्त वैब्श्वक र्हि की है।
                         ें
        भारति के प्रद्ति ्ददुद्न्या के द््वश््वास का प्रतिीक
        भारत के निए िी-20 नशखर सम्मेिि केवि राििनयक सम्मेिि
        िहीं ्था। भारत िे इसे अर्िे निए एक िई निम्मेदारी के रूर् में
        देखा। अर्िे प्नत दुनिया के नवश्वास के रूर् में देखा। बीते कुछ   प्ासंनगकता खो देती है। इसनिए खुिे मि से नवचार करिा होगा नक
        वषडों में भारत की छनव तो बदिी ही है, देश में माि और दुनिया   आनखर क्या कारण है नक बीते वषडों में अिेक षिेत्रीय िोरम अब्स्तत्व

        मेें सम्माि भी बढ़ा है। आि नवश्व में भारत को िाििे, समझिे   में आए हैं और वह प्भावी भी नसद्ध हो रहे हैं।
        की अभतर्यूववि निज्ञासा नदख रही है। ऐसे में भारत की िी-20 की   संभवतया यह र्हिी बार होगा नक इस नशखर सम्मेिि के बाद
              यू
                                                   कृ
        अध्यषिता में दुनिया को भारत की सोच और सामथ्यवि, संस्कनत और   िवंबर के अंत में िब भारत की अध्यषिता का कायविकाि समाप्त हो
        समािशब्क्त का साषिात्कार हुआ है। खेमचों में बंटी दुनिया के बीच   रहा होगा तब िी-20 का एक वचुविअि सत्र भी आयोनित होगा। इसका
                                                               े
        भारत िे सहमनत बिाई निसे प्धािमंत्री िरद् मोदी की उत्ककृष्ट   उद्श्य नशखर सम्मेिि में तय नकए गए नवषयचों की समीषिा करिा है।
                                         ें
          कू
        कटिीनतक सििता के रूर् में देखा िा रहा है। नरिनटश प्धािमंत्री   एक र्ृथ्वी, एक र्ररवार और एक भनवष्य के रोडमैर् के सुखद
                                                                                        ें
                                         यू
        ऋ नष सुिक िे कहा नक ग्ुर् एक बहुत मिबत संदेश र्र सहमत   होिे की कामिा के सा्थ प्धािमंत्री िरद् मोदी िे संदेश नदया- स्वब्स्त
                                                    कू
        हुआ है। िमविि चांसिर ओिाि स्कोल्ि िे इसे भारतीय कटिीनत   अस्तु नवश्वस्य! यािी संर्यूणवि नवश्व में आशा और शांनत का संचार
        की सििता कहा। उन्हचोंिे कहा नक कई िोगचों िे र्हिे िहीं सोचा   हो। िी-20 नशखर सम्मेिि की सििता िे प्त्येक भारतवासी और
                                                                                                            ें
        ्था नक यह संभव होगा।                                 दुनिया में भी भारत के निए गववि की भाविा भर दी है। प्धािमंत्री िरद्
          भारत िे अर्िी अध्यषिता के दौराि वैब्श्वक संस््थाओं में वतविमाि   मोदी के िेतृत्व में निरंतर नवकास, सहयोग और वैब्श्वक कल्याण की
        समय के अिुरूर् बदिाव र्र भी िोर नदया। संयुक्त राष्ट् सुरषिा   ओर अग्सर भारत िे देश-दुनिया की वतविमाि और आिे वािी र्ीनढ़यचों
        र्ररषद का उदाहरण देते हुए प्धािमंत्री िरद् मोदी िे कहा नक िब   के निए आशा और सकारात्मकता का संचार नकया है। िी-20 के
                                       ें
        संयुक्त राष्ट् संघ की स््थार्िा की गई ्थी, तब 51 संस््थार्क सदस्य   आयोिि से यह बात निब्श्चत है नक भारत का सामथ्यवि और भारत की
                                                                                   ं
        ्थे िनकि अब इसकी संख्या 200 हो चुकी है, इसके बावियूद   संभाविाएं नवश्वास की िई बुिनदयचों को र्ार करिे वािी है और यह
            े
                                                                           ं
        सुरषिा र्ररषद में स््थायी सदस्य उतिे ही हैं। भारत िे इस बात र्र   नवश्वास की िई बुिनदयां िए सामथ्यवि को िेकर चि रही है।
        िोर नदया नक उस समय से अब तक र्ररवहि, संचार, स्वास्थ्य,   भारत की इस वैस््ववक उपलस्ब्ि पर आज गौरवास्न्दवत
        नशषिा, हर षिेत्र का कायाकल्र् हो चुका है। ऐसे में िई वास्तनवकताएं   महसूस कर रहा है देश का जन-जन…...
        भी  िए  वैब्श्वक  संस््थाओं  में  र्ररिनषित  होिी  चानहए।  भारत  िे     आइए जानते हैं भारत की जी-20 की अध्यक्ता कैसे
        दो-टूक संदेश नदया नक यह प्ककृनत का नियम है नक िो व्यब्क्त और   संरक्ण, सद्ावना और उम्मीद की अध्यक्ता के सा्थ थव्वव
        संस््था समय के सा्थ स्वयं में बदिाव िहीं िाती है, वह अर्िी   का गौरव बनी है…...




         14  न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 अक््टटूबर 2023
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