Page 44 - NIS Hindi 1-15 October, 2023
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फ्लैर्द्िप ्योजना स््वच्छ भारति द्मिन



          “स्वच््छ भारत नमशि को इस ऊंचाई पर पहुंचािे के नलए


          नबंदेश्वर जी का माग्यदश्यि बहुत ही उपयोगी रहा”





                       -निेंद्र मोदी,प्रिानमंत्ी


          77्वें स््वतिंत्रतिा मद्वस समारोहो के मौके पर
                        ें
           प्रधानमंत्री नररि मोदी के संबोधन के कु्छ
           होी घं्टे बाद जब उन्होें ्यहो जानकारी ममली
        मक मदल्ली के अमखल भारतिी्य आ्यम्वज्ान
                                          ु
                                             थि
             संस््थान में पद्म भूषण से सम्मामनति डॉ.
             मबंदेश््वर पाठक का मनधन होो ग्या होै तिो
                                          ें
           ्वहो ममाथिहोति होो गए। प्रधानमंत्री नररि मोदी
           ने 2014 में सरकार बनातिे होी सबसे पहोले
          स््वच््छतिा को ममिन बतिा्या ्था और स््वच््छ
           भारति अमभ्यान के क्रम में उन्होें मबहोार की

           मा्टी के लाल डॉ. मबंदेश््वर पाठक से भी
            प्रेरणा ममली ्थी। डॉ. मबंदेश््वर पाठक ने
           मबहोार में भंगी मुक््तति आंदोलन से जुड़कर

                एक ऐसा अमभ्यान चला्या, मजसने
         देि-म्वदेि में अलग पहोचान बनाई। सुलभ           गु     िरात  में ्था, तभी से उिका िज्बा देखता आ रहा हं। 15
                                                                                                         यू
           इं्टरनेिनल की स््थापना के सा्थ पूरे देि            अगस्त को स्वतंत्रता नदवस के समारोह के बीच, इस खबर को

             में सुलभ स््वच््छतिा कॉम्पले्तस बनाकर            आत्मसात कर र्ािा मेरे निए बहुत मुब्श्कि ्था नक नबंदेश्वर
          खुले में िौच से मुक््तति मदलाने के मलए पूरा   र्ा्ठक िी हमारे बीच िहीं रहे। सहि, सरि, नविम्र व्यब्क्तत्व के धिी,

         देि उन्होें ्याद कर रहोा होै। इस ्वषथि रा्टट्रमपतिा   सुिभ इंटरिेशिि के संस््थार्क नबंदेश्वर िी का िािा एक अर्यूरणीय
                                ं
            महोात्मा गांधी की ज्यतिी पर रा्टट्र स््वच््छ   षिनत है। स्वच्छता को िेकर उिमें िो िज्बा ्था, वो मैं तब से देखता आ
                                                            यू
                                                        रहा हं, िब मैं गुिरात में ्था। िब मैं नदल्िी आया तब उिसे नभन्न-नभन्न
          भारति ममिन की 9्वीं ्वषथिगांठ मना रहोा होै।   नवषयचों र्र संवाद और बढ़ गया ्था। मुझे याद है, िब मिे साि 2014 में
                                                                                                 ैं
                            ें
         ऐसे में प्रधानमंत्री नररि मोदी ने लोकतिंत्र की   िाि नकिे से स्वच्छता के नवषय र्र चचावि की ्थी, तो नबंदेश्वर िी नकतिे
           धरतिी ्विाली के लाल और स््वच््छ भारति        उत्सानहत हो गए ्थे। वो र्हिे नदि से ही स्वच्छ भारत अनभयाि से िड़
                  ै
                                                                                                            ु
         ममिन के एक बड़े प्रेरणास्ोति डॉ. मबंदेश््वर     गए ्थे। उिके प्यासचों िे इस अनभयाि को बहुत ताकत दी। हम अक्सर
                                                                                   े
         पाठक के मनधन के बाद उन्होें मकन िब्दनों से     सुिते हैं वि िाइि, वि नमशि, िनकि यह क्या होता है, ये नबंदेश्वर
          ्याद मक्या, एक अखबार में प्रकामिति और         िी के िीवि सार में ििर आता है। उन्हचोंिे अर्िा र्यूरा िीवि स्वच्छता
                                                                  ु
          नमो एप पर मौजूद प्रधानमंत्री मोदी के इस       और उससे िड़े नवषयचों के निए समनर्वित कर नदया। 80 साि की आयु
                  आलेख को पूरा पढ़ना रोचक होै...         में भी वो अर्िे िक्षयचों की प्ाब्प्त के निए उतिे ही ऊिाविवाि ्थे। वो एक
                                                        तरह से नचर युवा ्थे। निस राह र्र दशकचों र्हिे चिे ्थे, उस राह र्र



         42  न््ययू इंडि्या समाचार   1-15 अक््टटूबर 2023
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