Page 9 - NIS Hindi Jul 16-31 2024
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राष्ट्र राष्ट्रपतिि द्रौौपदी मांमां �
ज्ञाा� वही जुो माा�व
कल्याणा और उत्�ा�
के निलाएं हो इस्तेमााला
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राष्ट्रीय सिवज्ञााना सिशीक्षाा और अंनासंधााना संस्थााना
(एनाआईएसईआर) की यात्राा अंभी कुछ वर्षं की होी
होै। इतनाे कम समय मं इसनाे सिशीक्षाा जगत मं अंपेनाा
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महोत्वपेण� स्थााना बनाा सिलेया होै। यहो संस्थााना सिवज्ञााना
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की तासिकिकता और पेरपेरा के मूल्यं को एकजटै
कर आगे बढ़ रहोा होै। इस संस्थााना के 13वं दीक्षाांत
समारोहो मं नाौ जलेाई को शीासिमले होुईं राष्ट्रपेसित
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द्रौौपेदी ममु� नाे कहोा सिक साथा�क सिशीक्षाा और ज्ञााना वहोी
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होै जो मानाव कल्याण एवं उत्थााना के सिलेए इस्तमाले
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सिकया जाए। 6 से 9 जलेाई तक ओसिडशीा दौरे पेर रहोी
राष्ट्रपेसित कई अंन्य समारोहो मं भी होुईं शीासिमले�...
रा ष्ट्रीनिर्पोतीा महाात्मा गांधाी �े सीाती सीामानि�क र्पोार्पो र्पोरिरभानिषाती ओनि�शुा के �ौरे पार 6 से 9 जुुलााई
निकए हां, नि��मं सीे एक हाै देयारनिहाती निवज्ञाा�, या�ी मा�वतीा
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के प्रानिती सीवदे�शी�तीा के निबी�ा निवज्ञाा� को बीढ़ावा देे�ा तक रहं राष्ट्रपानित द्रौौपा�ी मामा ष ु
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र्पोार्पो-कमि के सीमा� हाै। ओनिडशा के भुव�ेश्वर मं राष्ट्रीीय निवज्ञाा� n �ुवनेश्वर र्मं उत्कलर्मतिण प�ति�� गांोपब�धु देासां की 96वं पुण्याति�तिथा
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निशक्षेा और अ�सींधाा� सींस्था� (ए�आईएसीईआर) के 13वं पर आयाोतिजा� सांर्मारोह र्मं 6 जालाई को राष्ट्रीपति� शातिर्मल हुईं।
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देीक्षेांती सीमारोहा मं भाग �तीे हाुए राष्ट्रीर्पोनिती द्रीौर्पोदेी मम �े निवद्योानिथयं n 7 जालाई को राष्ट्रीपति� द्रौौपदेी र्मर्मु�, परी र्मं �गांवान जागांन्नााथा की
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को सी�ाहा देी निक उन्हां महाात्मा गांधाी के इसी सींदेेश को सीदेैव यादे गांुति�र्चुा याात्रा (रथा याात्रा) देेखने के तिलए गांईं।
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रखा�ा चाानिहाए। राष्ट्रीर्पोनिती �े निवद्योानिथयं को सीबीोनिधाती करतीे हाुए n राष्ट्रीपति� ने 8 जालाई को उदेयातिगांरिर गांुफााओं का देौरा तिकयाा। सांाथा
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निवश्वासी व्यक्ती निकया निक वे �हाां भी कायि करगे, अर्पो�े क्षेेत्र मं ही तिब�ूति� कानूनगांो कला व तिशल्प र्महातिवद्याालया और उत्कल
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सां�स्कृति� तिवश्वतिवद्याालया के छात्रं के सांाथा बा�र्चुी� की।
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उत्कृष्टीतीा के सीवोच्चा स्तीर को प्राा�ती करगे। उन्हां�े उम्मीदे �तीाई
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n इसांके अलावा 8 जालाई को ही राष्ट्रीपति� ने �ुवनेश्वर के तिनकट
निक निवद्योाथी अर्पो�े कायिक्षेेत्र मं उर्पो�ब्धिब्धायं के सीाथ-सीाथ अर्पो�े हरिरदेर्मदेा गांा�व र्मं ब्रह्मााकर्मारीजा के तिदेव्या रिरट्रीीट सांंटर का
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सीामानि�क कतीिव्यं का भी र्पोरी �वाबीदेेहाी के सीाथ नि�विहा� करगे। उद्घााटन तिकयाा और ‘स्थाातियात्व के तिलए जाीवनशली’ अति�याान
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छात्रं सीे हामशा अर्पोेक्षेा की �ातीी हाै निक वे अर्पो�े ज्ञाा� को की शुरुआ� की।
एक सीामानि�क उद्योम के रूर्पो मं देखांगे। सीाथ हाी इसीका उर्पोयोग n 9 जालाई को राष्ट्रीपति� �ुवनेश्वर र्मं राष्ट्रीीया तिवज्ञाान तिशक्षाा और
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सीमा� और देेश के निवकासी के नि�ए करंगे। राष्ट्रीर्पोनिती द्रीौर्पोदेी ममि ु अनसां�धान सां�स्थाान के 13वं देीक्षाा� सांर्मारोह र्मं शातिर्मल हुई।
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�े छात्रं सीे कहाा निक वे कभी-कभी ऐसीे देौर सीे भी ग�र सीकतीे हां
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�बी उ�के धायि की र्पोरीक्षेा हाोतीी हाै �निक� उन्हां कभी नि�राश �हां सी�ाहा देी निक मौनि�क शोधा मं निवकासी अन्य क्षेेत्रं मं भी बीहादे
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हाो�ा चाानिहाए। उन्हां�े निवद्योानिथियं को हामशा यहा यादे रखा�े की �ाभदेायक सीानिबीती हाोतीा हाै। l
न्यूू इंंडि�यूा समााचाार 16-31 जुुलााई, 2024 7