Page 22 - NIS Hindi 01-15 November, 2024
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वर्षष


                                                                                      ै
                                                                                        े
                         वोकलौ फॉॉर लौोकलौ क  े                        निडीजााइनिनंग, पाकनिजांग, ब्राांनिडींग
                               आवरण कथाा
                                                                         और माकनिटंग मं नए प्रयुोग
                                                                                   े
                                                                किडकिजटूला इकिडया कोॉपोरेंशान, एनबीसीसी इकिडया, प्रसारें भाारेंती,
                                                                                             ं
                                                                        ं
                                                                                े
                                                                डाको किवभाागु, मंहैंात्मंा गुांधाी ग्राामंीर्ण औद्योोगुीकोरेंर्ण संस्थान
                                                                                              ं
                                                                                     ं
                                                                (MGIRI) औरें क्वाकिलाटूी कोाउकिसला ऑफ इकिडया (QCI) कोे
                                                                                                      े
                                                                                                    ै
                                                                       े
                                                                साथ भाी कोवीआईसी ने समंझौौते किकोए हैंं। खादीी कोी पकोकिजगु,
                                                                                                        ं
                                                                   ं
                                                                                   े
                                                                                     ं
         त्योहोारं �े इसे मौसेम मं आपो किफूर सेे अपोना पोराना   ब्राांकिडगु, क्वाकिलाटूी औरें मंाकोकिटूगु मंं भाी नए प्रयोगु किकोए जा रेंहैंे
                                                   ु
                                                                                             ु
                                                 ं
            ं
          से�ल्पो भी जरूर दीोहोराइए। �ुछ भी खोंरीदीगे �ो,       हैंं। पारेंंपरिरेंको उत्पादीन तकोनीको कोो आधाकिनको कोरेंने कोे किलाए 5
                                                                          ं
                                                                           ं
                                                                      ू
                                                                  ं
                                                                कोद्रीय पनी सयत्रीं कोो अपग्राेड किकोया जा रेंहैंा हैंै। किपछलाे किवत्ती वर्षष
         ‘Made In India’, होोना चााकिहोए, �ुछ भी किगफ्ट         मंं कोरेंला कोे कोुट्टूरें एवं कोनाषटूको कोे कि�त्रीदीगुष मंं श्विस्थत नवीनीकोृत
                                                                                            ु
                                                                   े
           ं
          दीगे, �ो भी ‘Made In India’ होी होोना चााकिहोए।       अत्याधाकिनको कोद्रीय पनी सयत्री कोा उद्घुाटून किकोया गुया। कोद्रीय
                                                                     ु
                                                                               ू
                                                                                    ं
                                                                                                         ं
                                                                                   ं
                                                                           ं
                                                                     ं
                                                                                                         ै
                                                                                                      ू
                                                                 ू
                                                                पनी सयत्रीं मंं रूई (कोपास) से �रेंखे परें कोातने वालाी पनी तयारें
                                                                      ं
                     - नरंद्र मोदीी, प्रधाानमत्राी              कोी जाती हैंै। इसी पनी कोे मंाध्यमं से उच्च गुुर्णवत्तीा कोे खादीी कोे
                                         ं
                                                                             ू
                                                                           ै
                                                                धाागुे �रेंखे परें तयारें हैंोते हैंं औरें किफरें इसी से कोरेंघुे परें खादीी
        निदेर्याा निक भाारत की प्र�नित मंं हाी निवंश्वं की प्र�नित सूमंानिहात हाै और वंहा   कोे कोपड़ाे बने जाते हैंं। पनी कोी गुुर्णवत्तीा कोा सीधाा प्रभााव खादीी
                                                                        ु
                                                                                 ू
                                                                                       े
        निवंश्वं कल्र्यााणा की राहा पर अटल हाै। इसूी का नतीजाा हाै निक त्र्याोहाारं   कोे वस्त्रीं परें पड़ाता हैंै। इसकिलाए कोवीआईसी गुुजरेंात, हैंरिरेंयार्णा,
                                                                                                    ं
                                                                                                     ं
                                                                                                 ू
                                                                                            ु
        के इसू मंौसूमं मंं लो�ं का रुझाान देेश मंं बनी वंस्तुओं की ओर बढ़ा   मंहैंारेंाष्ट्र औरें तकिमंलानाडु मंं �ारें अत्याधाकिनको पनी सयत्रीं कोो
                                                                         ै
        रहाा हाै और निनरंतर देेश मंं निननिमं�त वंस्तुओं के निनर्याा�त की तस्वंीर   खोलाने कोी तयारेंी कोरें रेंहैंा हैंै।
        बदेल रहाी हाै। राष्ट्री आजा न निसूफफ अपनी जारूरतं परी करने मंं सूक्षेमं
                                            ू
        हाो रहाा हाै, बष्टिल्क देुनिनर्याा को सूहार्याो� करने के मंामंले मंं भाारत की   खादेी स्टोर भाी बनाए जाा रहाे हां आधुनिनक
        छनिवं रामंार्याणा मंं वंनिणा�त हानमंान की तरहा बनी हाै जाो सूंकटमंोचन   आधाकिनको औरें नए स्टूोरें खादीी कोे किलाए खोलाे जा रेंहैंे हैंं। किदील्लाी कोे
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                                                                   ु
        के रूप मंं देुनिनर्याा को हार सूमंस्र्याा का सूमंाधाान देेने को तत्पर हाै।   आईआईटूी परिरेंसरें मंं किपछलाे किदीनं एको खादीी स्टूोरें खोलाा गुया हैंै।
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        इसूमंं भाारत की र्यावंा क्षेमंता बहादे मंहात्वंपणा� हाै क्र्यांनिक भाारत की 65   किवत्ती वर्षष 2014-15 से 2023-24 तको दीशाभारें मंं 561 खादीी आउटूलाटू
                                      ू
                                                                                                           े
                                                                                        े
        प्रनितशत आबादेी 35 वंषा� सूे कमं की हाै और भाारत की आबादेी हाी   कोो नवीनीकोृत कोरेंने कोे किलाए 44.80 कोरेंोड़ा रुपये कोी सहैंायता
        उसूकी सूंपदेा हाै। इसूी सूंपदेा की वंजाहा सूे भाारत निवंज्ञाान-तकनीक   दीी गुई हैंै। भाारेंतीय किवरेंासत मंं किमंलाे किशाल्प कोौशाला कोो उन्नत एवं
        के अनोखे सू�मं सूे हार क्षेेत्री मंं निनत नए प्रर्याो� कर रहाा हाै।   आधाकिनको बनाने कोे साथ हैंी इन पहैंलां कोा उद्देे�य यहैं सकिनश्वि��त
                  ं
                                                                   ु
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        ने�ृत्� की नीया� औरो नीति� से तिमली सफॉल�ा              कोरेंना हैंै किको खादीी उत्पादी समंकोालाीन मंानकों कोो परेंा कोरेंं।
                                                                वैश्वि�वको कोे साथ-साथ भाारेंतीय उपभाोक्ताओं कोो भाी आकोकिर्षषत कोरेंं।
         ै
        वंष्टिश्वंक पटल पर प्रधाानमंंत्रीी मंोदेी की निवंकासू और सूशासून को
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                                          ु
        लेकर एक खासू छनिवं तब सूे हाी हाै जाब वंे �जारात के मंुख्र्यामंंत्रीी
        हाुआ करते थीे। निसूतंबर 2011 मंं र्याूएसूए कांग्रासू रिरसूच� सूनिवं�सू की   सूोच को ‘भाारत प्रथीमं’ के निसूद्धांत सूे जाोड़ाा और देेश को नई निदेशा
                                          े
        एक रिरपोटड मंं उन्हां सूशासून के राजाा (निक� ऑफ �वंनसू) कहाा   मंं लेकर चल पड़ाे। भाारत देृष्टिष्टकोणा और बाजाारं के निलहााजा सूे तजाी
                        ु
                                                 ं
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                                                                                                           े
        �र्याा थीा। जाबनिक 26 मंाच� 2012 को अपने अंक मंं देुनिनर्याा की   सूे बदेल रहाा हाै तो ‘वंोकल फॉर लोकल’ मंंत्री के सूाथी देेश को नई
        प्रमंुख सूमंाचार पनित्रीका ‘टाइमं’ ने ‘मंोदेी मंतलब व्र्याापार (Modi   ऊचाईर्यां पर ले जााने का 140 करोड़ा भाारतीर्यां का सूंकल्प स्थीानीर्या
                                                               ं
        Means Business)’ शीषा�क सूे एक आवंरणा रिरपोटड प्रकानिशत   उत्पादे और बाजाार को बढ़ाावंा देे रहाा हाै तानिक देेश के उत्पादें को
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        की थीी। सूर्याुक्त राज्र्या अमंेरिरका के एक अग्राणाी निथींक टंक ब्रानिकंग्सू   ग्लोबल बनार्याा जाा सूके। आजाादेी के इसू अमंृत काल मंं देेश ने तर्या
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        इंस्टीट्यूूशन के प्रबधा निनदेेशक निवंनिलर्यामं एन्थीोनिलसू ने निलखा थीा,   निकर्याा हाै निक वंोकल फॉर लोकल के आह्वाान सूे भाारत की परंपराओं
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        “नरद्री मंोदेी एक प्रनितभााशाली और प्रभाावंी राजानता हां और वंो वंहाी   को, इसूकी शौर्या� �ाथीाओं को अब और भाी भाव्र्या पहाचान देे�ा।
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        करते हां जाो वंो कहाते हां।” प्रधाानमंंत्रीी बनने के बादे भाी उन्हांने इसू   स्वंदेेशी र्याानी वंोकल फॉर लोकल का आह्वाान करते हाुए स्थीानीर्या
         20  न्युू इनिडीयुा संमाचाार   1-15 नवंबर, 2024
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