Page 43 - NIS Hindi 01-15 November, 2024
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रोाष्ट्र 70�ां रोाष्ट्रीया तिफॉल्म परोस्कारो
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राष्िीयु निफॉल्म पाुरस्कार मं आट्टम को निमलौा
संवषश्रेेष्ठी फॉीचार निफॉल्म का पाुरस्कार
सवा�श्रेेष्ठ फोीचार डिफोल्मा : आट्टम, भाार्षा-मलौयुालौम
सवा�श्रेेष्ठ गैर-फोीचार डिफोल्मा : आयुना (निमरर)
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सवा�श्रेेष्ठ �ॉ�यूूमांट्रीी कोा पुरस्कोार : 'ममषसंष ऑफॉ दे जांगलौ'
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सवा�श्रेेष्ठ अडिभीनता : ऋर्षभा शुट्टी को 'कांतारा' के निलौए
सवा�श्रेेष्ठ अडिभीनत्री : निनत्युा मेनन को 'निथारुनिचात्रम्बलौम' के निलौए
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निलए सूत्र्याजाीत रे को 6 बार नेशनल निफल्मं अवंा�ड सूे सूम्मंानिनत सवा�श्रेेष्ठ सहैंायूको अडिभीनता : पावन राजा मल्हाोत्रा
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निकर्याा �र्याा। अनिमंताभा बच्चेन को 5 बार सूवं�श्रेष्ठ अनिभानता का सवा�श्रेेष्ठ सहैंायूको अडिभीनत्री : नीना गुप्ता
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जाबनिक शबाना आजामंी को 5 बार सूवं�श्रेष्ठ अनिभानेत्रीी का नेशनल एवाीजीसी (एनीमाेशन, डिवाजुअ� इंफो�ट्स गडिमांग और कोॉडिमाको)
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निफल्मं अवंा�ड निमंल चका हाै। श्रेेणीी मां सवा�श्रेेष्ठ डिफोल्मा : 'ब्राह्माास्त्र-भााग 1: निशुवा’
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डिसनेमाा पर सवा�श्रेेष्ठ पुस्तको : 'निकशुोर कमार: दे अंल्टीमेट बायुोग्रााफॉी'
पाहालौी हाी निफॉल्म के निलौए निमथाुन को निमलौा थाा
संवषश्रेेष्ठी अंनिभानता का राष्िीयु निफॉल्म पाुरस्कार
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पष्टिश्चमं ब�ाल के कोलकाता मंं 16 जाून 1950 को जान्मंे निमंथीुन प्रनितष्टिष्ठत भाारतीर्या निफल्मं एवंं टलीनिवंजान सूंस्थीान (एफटीआईआई)
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चक्रावंती काे उन्हां अपनी पहाली हाी निफल्मं 'मं�र्याा' (1976) के के पवं� छात्री रहाे निमंथीुन चक्रावंती ने 1980 के देशक मंं “नि�स्को
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निलए सूवं�श्रेष्ठ अनिभानता का राष्ट्रीीर्या निफल्मं पुरस्कार निमंला थीा। �ांसूर” सूे अपार लोकनिप्रर्याता हाानिसूल की। इसू निफल्मं ने भाारत
और अंतरराष्ट्रीीर्या स्तर पर असूाधाारणा सूफलता पाई। इसूने उन्हां
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नृत्र्या मंं पार�त एक बहातरीन अनिभानता के रूप मंं स्थीानिपत कर
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निदेर्याा। 1982 मंं आई इसू निफल्मं मंं ऐनितहाानिसूक भानिमंका की वंजाहा
मझाे प्रसेन्नता होै कि� किमर्थाुन चाक्र�ती �ो सूे हार घोर मंं एक जााना-पहाचाना नामं बन �ए। अनि�पथी मंं
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भारतीय किसेनमा मं उन�े अकिद्वातीय योगदीान �ो उनके प्रदेश�न ने उन्हां 1990 मंं सूवं�श्रेष्ठ सूहाार्याक अनिभानता का
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मान्यता दीेते होुए प्रकितक्तिष्ठत दीादीा सेाहोब फूाल्� े निफल्मंफर्यार पुरस्कार भाी निदेलार्याा। बादे मंं, ताहाादेेर कथीा (1992)
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पोुरस्�ार सेे सेम्माकिनत कि�या गया होै। �हो ए� और स्वंामंी निवंवंकानदे (1998) मंं अपनी भानिमंकाओं के निलए उन्हां
सेास्�कित� प्रकितभा �े प्रती� हों, किजन्हों उन� े देो और राष्ट्रीीर्या निफल्मं पुरस्कार निमंले। अपने करिरर्यार मंं, निमंथीुन ने
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बहोमुखोंी अकिभनय �े किलौए पोीकिढ़ायं सेे सेराहोा निहादेी, ब�ाली, उनिड़ार्याा, भाोजापरी और तल�ु सूनिहात निवंनिभान्न भाारतीर्या
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जाता रहोा होै। उन्हों बधााई और शुभ�ामनाएं। भााषााओं मंं 350 सूे अनिधाक निफल्मंं मंं अनिभानर्या निकर्याा हाै। भाारतीर्या
निसूनमंा मंं उनके उत्कृष्ट र्याो�देान के निलए हााल हाी मंं उन्हां प्रनितष्टिष्ठत
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- नरंद्र मोदीी, प्रधाानमत्राी पद्म भाषाणा पुरस्कार सूे भाी सूम्मंानिनत निकर्याा �र्याा थीा। n
न्यूू इंंडि�यूा समााचाार 1-15 नवंंबर, 2024 41