Page 20 - NIS Hindi 1-15 September 24
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आवेंरणी �थेा
एक देशुक मेंं हैुआ
इंफ्राास्ट्रक्चार का
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अंभातंपवष सिवका�
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कि�सेी भी राष्ट्र �े किवीं�ासे मंं इंफ्राास्ट्र�चीर �ी
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मंहत्वींपण� भकिमं�ा होताी है, जो �वींला आधाारभता
ढाांचीे �ा किनेमंा�ण �रताा है बाक्लिल्� जने-जीवींने �ो
सेगामं बानेाताा है। रोजगाार-स्वींरोजगाार �े नेए अवींसेर
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सेकिजता �रताा है। पीएमं गाकिताशक्लि�ता नेे इंफ्राा �े किवीं�ासे
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�ो नेयाा रूंप किदीयाा है और भारता मंं बाकिनेयाादीी ढाांचीे �ा
किनेमंा�ण क्रांकिता�ारी परिरवींता�ने �ा बाने गायाा है प्राताी�...
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n आज देशु मं नेए अवोसर खं�े हैं। तब मं केहै सकेता है लिके हैमं देो और
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प्रगालित पर ध्याने केलि�त केरनेे केी जरूरत हैै लिजन्हैंनेे हैमारे आलिथके
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लिवोकेास केो गालित देी हैै। पहै�ा हैै आ�लिनेके इंफ्राास्ट्रक्चर केा लिनेमाण।
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n एके देशुके मं अभूतपवोि इंफ्राास्ट्रक्चर केा लिवोकेास हैुआ हैै। र�, रोड,
एयरपोटो, पोटट, broadband connectivity, गाांवो-गाांवो नेए स्के�
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बनेानेे केी बात हैो, जगा�ं मं स्के� बनेानेे केी बात हैो, देूर-सदेूर इ�ाकें हमंनेे इंफ्राास्ट्र�चीर �ो आधाकिने� बानेानेे �ी किदीशा
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मं अस्पता� बनेानेे केी बात हैो, मलिडके� केॉ�जं केा केाम हैो, आयुष्माने
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आरोग्य मलिदेरं केा लिनेमाण च�ता हैो, 60 हैजार से ज्यादेा अमृत सरोवोर बने े मंं बाहता बाड़े �दीमं उठााए हं। दीसेरा है जीवींने
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हैं, देो �ाखं पचायतं तके Optical fiber network पहैंचा हैो, नेहैरं केा �ो आसेाने बानेानेा। आमं लाोगां �ो भी सेस्ताी,
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एके बहैुत बड़ीा जा� लिबछेाया जा रहैा हैो, चार केरोड़ी पक्केे घर, तीने केरोड़ी गारिरमंापण� जीवींनेशलाी और बाकिनेयाादीी सेकिवींधााएं
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नेए घर बनेानेे केे सकेल् प केे साथ आगाे बढ़नेे केी हैमारी केोलिशुशु हैो। किमंलानेी चीाकिहए। सेामंान्या मंानेवींी �े जीवींने मंं जो
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n हैमारी आदेत हैो गाई थी Defence Budget लिकेतनेा हैी क् यं ने हैो, �लिकेने बााधााएं हं, Ease of living �ा हमंारा जो सेपनेा
केभी केोई सोचता नेहैं था लिके Defence Budget बढ़ा तो जाता केहैां हैै? है, उसे पर भी हमंनेे उतानेा ही बाला किदीयाा है।
ये लिवोदेशुं से खंरीदेी मं च�ा जाता था। अब हैम चाहैते हैं हैम आत् मलिनेभिर
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बनें। मं Defence Forces केा हृदेय से �न् यवोादे केरता है, उन् हैंनेे हैजारं
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ऐसी चीजं तय केर देी हैं जो हैम लिवोदेशु से नेहैं �ाएगाे। अब Defence
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Sector मं हैम आत् मलिनेभिर हैोते च�े जा रहैे हैं। n देलि�त हैो, पीलिड़ीत हैो, शुोलिर्षत हैो, वोलिचत हैो, लिपछेड़ीे हैं, आलिदेवोासी हैं, जगा� म ं
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n आज लिडफांंस मैन्यफांैक्चरिरगा मं भारत केी पहैचाने बनें हैै। मं आज खंशुी रहैनेे वोा�े हैं, देूर-सदेूर पहैाड़ीं मं रहैनेे वोा�े हैं, सीमावोती स्थाने पर रहैने े
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से केहै सकेता हैं लिके जो देशु केभी Defence केी हैर छेोटी मोटी चीज वोा�े हैं, हैमनेे उनेकेी आवोश्यकेताओं केी पूलिति केी हैै।
बाहैर से �ाता था, आज �ीरे-�ीरे देलिनेया केे केई देेशुं मं Defence केे n मछेुआरे केी आवोश्यकेताओं केो पूरा केरनेा, पशुुपा�कें केे जीवोने केो
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Equipment केी मैन्यफांैक्चरिरगा केर रहैे हैं, Export केरनेे �गाे हैं। बदे�नेा, सवोागाीण लिवोकेास केा प्रयास हैमारी नेीलितयं-लिनेयत मं रहैा हैै।
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Defence Hub Manufacturing केे रूप मं हैम �ीरे-�ीरे उभर रहैे हैं।
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n लिजसकेा सबसे बड़ीा �ाभ मरे यवोाओं केो लिम�ता हैै। उनेकेो नेए-नेए अवोसर
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n पवोी भारत-नेॉथि ईस्ट उसकेा इ�ाकेा आज इंफ्राास्ट्रक्चर केे लि�ए जानेा लिम�ते हैं, नेए-नेए क्षाेत्र मं केदेम रखंनेे केा उसकेे लि�ए सभावोनेाएं बने जाती
जानेे �गाा हैै और हैमनेे ये जो केायाकेल्प लिकेया हैै, उसकेा सबसे बड़ीा �ाभ हैै और वोहैी तो सबसे ज्यादेा रोजगाार देे रहैा हैै सबसे ज्यादेा रोजगाार प्राप्त
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समाज केे उने वोगां तके हैम पहैंचे हैं, लिजनेकेी तरफां केोई देखंता नेहैं था। केरनेे केा अवोसर इन्हैं समय मं उनेकेो लिम�ा हैै।
18 न्यूू इंंडि�यूा समााचाार 1-15 डिसतंंबर, 2024