Page 25 - NIS Hindi 1-15 September 24
P. 25
आवेंरणी �थेा
• n हैमं पता हैै 1857 केे स्वोतंत्रता संग्रााम केे पहै�े भी अंग्राजं केी नेाके
े
ु
े
मं देम केरनेे वोा�ा हैमारे देशु केा एके आलिदेवोासी यवोके था। 20-22
ं
सा� केी उम्र मं उसनेे अग्राजं केे नेाकेो मं देम �ा लिदेया था, लिजसकेो
े
ु
आज भगावोाने लिबरसा मंडा केे रूप मं �ोगा पूजा केरते हैं। भगावोाने
लिबरसा मंडा केी 150वों जयती आ रहैी हैै। यहै हैम सबकेे लि�ए
ं
ु
प्रेरणा केा केारण बनें।
• n मं जब केोरोनेाकेा� केो यादे केरता है। केोरोनेा केी वोस्किश्वोके
ू
ै
ं
महैामारी केे बीच सबसे तजी से इकेोनेॉमी केो बहैतर बनेाने े
े
े
े
वोा�ा केोई देशु हैै तो वोो देशु भारत हैै। तब �गाता हैै लिके हैमारी
े
लिदेशुा सहैी हैै। जब जात पात मत पंथ से ऊंपर उठाकेर हैर घर
लितरंगाा फांहैराया जाता हैै, तब �गाता हैै लिके देेशु केी लिदेशुा सहैी
हैै। आज हैर घर लितरंगाा हैै, ने केोई जात हैै, ने केोई पात हैै, ने
केोई ऊंंच हैै, ने केोई नेीच हैै, सभी भारतीय हैं। यहैी तो हैमारी
लिदेशुा केी ताकेत हैै।
n लिवोकेलिसत भारत 2047, वोो स् वोस् थ भारत भी हैोनेा चालिहैए। स् वोस् थ
भारत केे लि�ए जो बच् चे हैं, उनेकेे पोर्षण पर आज से हैी ध् याने देेने े
केी जरूरत हैै। और इसलि�ए हैमनेे लिवोकेलिसत भारत केी जो पहै�ी
े
पीढ़ी हैै, उनेकेी तरफां लिवोशुर्ष ध् याने देे केर हैमनेे पोर्षण केा एके
अलिभयाने च�ाया हैै। हैमनेे राष् ट्रीय पोर्षण लिमशुने शुुरू लिकेया हैै,
पोर्षण केो हैमनेे प्राथलिमकेता देी हैै।
• n जब हैम 25 केरोड़ी �ोगां केो गारीबी से बाहैर लिनेकेा�ते हैं तब हैमारा
�सेमंाज �े प्राकिता छाोटा सेा छाोटा लिवोश्वोास पक्केा हैो जाता हैै लिके हैमनेे गालित केो बराबर maintain
व्याक्लि�ता भी दीेश �े किलाए �ैसे े लिकेया हैै और सपनें केो साकेार केरनेा अब देूर नेहैं हैै।
जज्बााता रखताा है इसे�ी भगावींाने • n जब 100 से अलि�के आकेांक्षाी लिज�े अपनेे-अपनेे राज्य केे अच्छेे
लिज�ं केी स्प�ाि केर रहैे हैं, बराबरी केरनेे �गाे हैं तो हैमं �गाता
ु
किबारसेा मंंडा सेे बाड़ी प्राेरणा �ौने हैै लिके हैमारी लिदेशुा और गालित देोनें सामर्थ्यिवोाने हैं। जब हैमारे उने
हो से�ताा है। आइयाे, हमं भगावींाने आलिदेवोासी सालिथयं केो मदेदे लिम�ती हैै, पीएम जने-मने केे द्वाारा
ु
े
उनेकेो जो योजनेाएं पहैंची थी, आबादेी बहैुत छेोटी हैै। �लिकेने बहैुत
किबारसेा मंंडा �ी 150वींं जयांताी से देूर-सदेूर इ�ाकें मं छेुट-पुट, परिरवोार रहैते हैं, हैमनेे उनेकेो
ु
ु
ं
ं
जबा मंनेाएं ताो सेवींदीनेशीलाताा �ा खंोजकेर लिनेकेा�ा हैं, उनेकेे लि�ए लिचता केी हैै।
े
े
े
हमंारा दीायारा बाढ़े, सेमंाज �े प्राकिता n 60 सा� बादे �गाातार तीसरी बार आपनेे हैमं देशु सवोा केा मौकेा
े
े
लिदेया हैै। मरे 140 केरोड़ी देशुवोासी आपनेे जो आशुीवोािदे लिदेए हैं,
हमंारा मंनेोभावीं बाढ़े, हमं सेमंाज उस आशुीवोािदे मं मेरे लि�ए एके हैी संदेशु हैै जने-जने केी सवोा, हैर
े
े
े
े
े
�े हर व्याक्लि�ता गारीबा-दीकिलाता- परिरवोार केी सवोा, हैर क्षाेत्र केी सवोा और सवोा भावो से समाज केी
ं
े
शुस्किक्त केो साथ �केर लिवोकेास केी नेई ऊंंचाइयं पर पहैुचनेा।
किपछाड़े-आकिदीवींासेी �ो अपने े
े
े
n 2047 लिवोकेलिसत भारत केे सपनेे केो �केर च�नेा उसी एके संदेशु
ं
सेाथ लाे �र चीलां, इसे से�ल्प �ो केो �केर मं आज �ा�लिके�े केी प्राचीर से हैमं आशुीवोािदे देेने े
े
लाे �र चीलां। केे लि�ए केोलिट-केोलिट देशुवोालिसयं केा सर झाकेाकेर आभार व्यक्त
े
ु
ं
ू
ू
केरता है, मं उनेकेे प्रलित नेतमस्तके हैोता है।
ं
न्यूू इंंडि�यूा समााचाार 1-15 डिसतंंबर, 2024 23