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राजी�ीसितंक लाोकतंंत्र का




                         आधार �ामेंासिजीक लाोकतंंत्र





                                                                                         ू
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                 राष्ट्रपदितं �े रूप मंं लागाातंार तंीसरी बार द्रौप�ी मंमंु� ने 78वेंं स्वेंतंंत्रतंा दि�वेंस �ी पवें� संध्या पर
                  राष्ट्र �ो संबोदिधातं दि�या। इंस अवेंसर पर राष्ट्रपदितं ने �ेश मंं बढ़तंे मंान और �दिनया मंं बढ़तं
                                                                                       ु
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                             सम्मंान �ो रखाांदि�तं दि�या। पेश हेै उन�े सबोधान �े मंुख्य अंश�...
                                                                    ं
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        देशवेालिसंयों काो शभाकाामुनाएं: स्वाधाी��ा निदेवसी के अवसीर र्पोर   सीग्रैाम की निवनिभान्न र्पोरर्पोराओं और उ�की निवनिवधा अनिभाव्यल्किक्�यं को
                                                              ं
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        �हारा�े हाुए नि�रंगे को देखु�ा-चााहाे वहा �ा� निक�े र्पोर हाो, राज्यं की   एक�टी निकया। सीरदेार र्पोटी�, ��ा�ी सीुभााषा चाद्री बीोसी, बीाबीासीाहाबी
                                                                                               ं
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        रा�धाानि�यं मं हाो या हामारे आसीर्पोासी हाो-हामारे हृदेय को उत्सीाहा सीे भार   भाीमराव अबीेडकर, भाग� निसीहा और चाद्रीशेखुर आ�ादे �सीे अ�ेक
                                                                                                     ं
        दे�ा हाै। यहा उत्सीव, 140 करो� सीे अनिधाक देेशवानिसीयं के सीाथ अर्पो�े   महाा� ���ायक भाी सीनिक्रय थे। यहा एक राष्ट्रव्यार्पोी आदेो�� था,
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        इसी महाा� देेश का निहास्सीा हाो�े की हामारी खुशी को अनिभाव्यक्� कर�ा   नि�सीमं सीभाी सीमदेायं �े भााग नि�या। आनिदेवानिसीयं मं नि��का माझीी,
                                                                                                          ं
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        हाै। इसी उल्�ासीर्पोूणि अवसीर र्पोर मं आर्पो सीबी को बीधााई दे�ी हा। सी�ा क  े  निबीरसीा मंडा, �क्ष्मण �ायक और ��ो-झीा�ो �सीे कई अन्य �ोग थे,
                                                                                      ू
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        बीहाादेुर �वा�ं, र्पोनि�सी और सीुरक्षा बी�ं के कनिमयं को बीधााई दे�ी हा �ो   नि��के बीनि�देा� की अबी सीराहा�ा हाो रहाी हाै।
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        र्पोरे देेश मं सी�क�ा बी�ाए रखु�े हां। न्यायर्पोानि�का और निसीनिव� सीवाओं   लिवेभााजान लिवेभाीलिषकाा स्मुृलिता लिदवेसं: 14 अगस्� को देेश निवभाा��
                                                                       ृ
        के सीदेस्यं के सीाथ-सीाथ निवदेशं मं नि�युक्� हामारे दे�ावासी कनिमयं   निवभाीनिषाका स्मनि� निदेवसी म�ा रहाा हाै। यहा निवभाा�� की भायावहा�ा को
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        और प्रावासीी सीमुदेाय को भाी मरी शभाकाम�ाएं।         यादे कर�े का निदे� हाै। �बी हामारे महाा� राष्ट्र का निवभाा�� हाुआ, �बी
        राष्ट्रभाल्कि�ता और संवेोच्च बलिलदान: राष्ट्रभाल्किक्� और वीर�ा सीे ओ�-  �ाखुं �ोगं को म�बीूर� र्पो�ाय� कर�ा र्पो�ा। �ाखुं �ोगं को अर्पो�ी
        प्राो� देेश-प्रानिमयं �े अ�ेक �ोनिखुम उठाए और सीवोच्च बीनि�देा� निदेए।   �ा� गवा�ी र्पो�ी। स्व�ंत्र�ा निदेवसी म�ा�े सीे एक निदे� र्पोहा�े, हाम उसी
                                                                  ं
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        देेश उ�की र्पोाव� स्मृनि� को �म� कर�ा हाै। उ�के अथक प्रायासीं के बी�   अभा�र्पोूवि मा�वीय त्रासीदेी को यादे कर�े हां और उ� र्पोरिरवारं के सीाथ
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        र्पोर भाार� की आत्मा सीनिदेयं की �ंदे सीे �ाग उठी। अ�र-धाारा के रूर्पो   एक�टी हाोकर खु�े हाो�े हां �ो निछन्न-निभान्न कर निदेए गए थे।
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        मं सीदेैव निवद्योमा� रहाी हामारी निवनिभान्न र्पोरर्पोराओं और मूल्यं को, र्पोीढ़ाी-  मुतादातााओं ने बनायोा काीलिता�मुान: इसी वषाि देेश मं आम चा�ाव हाुए।
        देर-र्पोीढ़ाी हामारे महाा� स्वाधाी��ा सी�ानि�यं �े �ई अनिभाव्यल्किक्� प्रादेा�   क� म�देा�ाओं की सींख्या �गभाग 97 करो� थी, �ो एक ऐनि�हाानिसीक
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        की। मागिदेशिक-�क्षत्र की �रहा, राष्ट्रनिर्पो�ा महाात्मा गांधाी �े स्वाधाी��ा   कीनि�िमा� हाै। मा�व सीमदेाय, इनि�हाासी की सीबीसीे बी�ी चा�ाव प्रानिक्रया
                                                                                                     ु
         6  न्यूू इंंडि�यूा समााचाार   1-15 डिसतंंबर, 2024
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