Page 34 - NIS Hindi February1-15
P. 34

राषट्    16वां प्रवासी भारिीय तदवस


                                                        अपिी ्माटी, अपिा देश


                                              व्शन आत्वनभवार्ा



                                                               टे
                                                           तु
                                              ्ें जट प्िासमी भार्मीय









                                                                              देश की संसकवत और गौरव
                                                                                             कृ
                                                                        को अपने साथ िे जाकर दुवनया
                                                                          भर में भारत को सथावपत करने

                                                                         वािे प्रवासी और भारतीय मूि

                                                                     के िोग अब अपनी माटी का कजमा

                                                                      चुकाने को आतुर हैं। 16वें प्रवासी
                                                                     भारतीय वदवस पर इसी संक्प के

                                                                      साथ आतमवनभमार भारत अवभयान

                                                                                                   ़े
                                                                       को साकार करने में जुट और इस
                                                                           वमशन में बांड इंवडया के बांड
                                                                       एंबेसडर बने देश-दुवनया में बसे

                                                                                          प्रवासी भारतीय



                                                                भा        रत  के  आनथयाक  इनतहास  में  आतमननभयार  भारत


                                                                          अनभरान एक ऐनतहानसक कदम है, जो 21वीं
             आज पूरी दुवनया को अगर भारत पर इतना
                                                                                 में दननरा का नेतृतव करने को तैरार है।
             वव्वास है तो इसका कारण आप प्रवासी                            सद ली   यु
               भारतीय हैं। आप जहां भी गए आपने                             इसली सोच को साकार करने में प्रवासली भारतलीर
                                                                                  यु
                                                                                          यु
              भारतीयता का प्रसार वकया है। भारत ने                भली अपनली माटली कली खशबू देश-दननरा में नबखेरने को तैरार
             दुवनया पर कभी भी कु्छ थोपा नहीं, बन्क               हैं। नजसकली झलक 16वें प्रवासली भारतलीर नदवस पर आरोनजत
              आपने वव्व की दृन्ट को भारत के प्रवत                वचयुयाअल समारोह में नदखली। इस समारोह में भारतलीर संट्कृनत
                        वजज्ासु बनाया है।                        को  बढ़ावा  देने  के  नलए  आनमयाननरा  के  एनजलीओ  को  तो
                                                                 मेनडनसन क्षेत्र में आजरबाइजान कली डॉ. रजनली चंद्रा नड'मेलो,
                                                                 सामदानरक सेवा के नलए नफजली के साई प्रेमा फांउडेशन समते
                                                                     यु
              – पीएम मोदी, 16वें प्रवासी                         30 प्रवासली और भारतलीर मूल के वरस्कतरों को दननरा में
                                                                                                       यु
                  भारतीय वदवस पर                                 भारत के उतकृषट प्रनतनननधतव के नलए सममाननत नकरा गरा।





          32  न्यू इंडिया समाचार
   29   30   31   32   33   34   35   36   37   38   39