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आवरण कथा कोरोना से तनणा्भयक जंग
वकिायती और कारगर होगी सवदेशी वैकसीन चार अनय वैकसीन वजनका भारत
उतपादक कलीमत तापमान में हो रहा ररसचमा और ववकास...
कोवलीशलीलड (भारत) 200 2-8 नडग्ली n जाइडस कैनडला: इसका फेज-2 का रिारल पूरा हो
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चका और फेज-3 रिारल शरू हो चका है।
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कोवैस्कसन (भारत) 206 2-8 नडग्ली
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n सपतनिक-v: गमानलरा इट्टलीट्ूट, रूस के विारा
फाइजर (कई देश में प्ररोग हो रहा) 1431 -70 नडग्ली
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नवकनसत हयुई है। लनकन भारत में डॉ. रेड्लीज लैब
मॉडनाया 2700 2-8 नडग्ली के सहरोग के साथ रिारल का फेज-2 पूरा और
फेज-3 जारली है। इसका उतपादन भारत में हली होगा।
साइनोफामया (चलीन) 5650 2-8 नडग्ली
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साइनोवेक बारोटेक (चलीन) 1027 2-8 नडग्ली n बायोललॉनजकल ई्वा्: हैदराबाद कली कंपनली है,
नजसका फेज-1 का रिारल शरू हो चका है और
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नोवावैकस 1114 2-8 नडग्ली फेज-2 का रिारल माचया 2021 में शरू होगा।
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ट्पूतननक-V (रूस के गमानलरा सेंटर कली) 734* 2-8 नडग्ली n नजिो्वा: पणे कली कंपनली है और रह एकमात्र ऐसली
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जॉनसन एंड जॉनसन 734 2-8 नडग्ली कंपनली है जो मैसेंजर आरएनए आधाररत वैकसलीन
की्मत- रुपये ्में, * जब रारत ्में इ्का उतपादि होगा तब यहां की की्मत अलग बना रहली है। इसका फेज-1 रिारल चल रहा है और
दूसरा चरण मई 2021 में होगा।
कोरोना से जंग ्ें भार् ने वकया दतुवनया
का ने्ृति सहमी स्य पर सधे कद्
लगाए जाने और टलीकाकरण कली अगलली तारलीख
जब पलीएम मोदली ने 24 माचया को लॉकडाउन का ऐलान नकरा, तो उस समर कली जानकारली देने के नलए नकरा जाएगा। दूसरली
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भारत में महज 500 के करलीब मामले थे। डोज लगाए जाने के बाद चौथा एसएमएस आएगा
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नजसमें नडनजटल प्रमाणपत्र का नलंक भली होगा। पणया
n भारत ने लॉकडाउन लगाने में अगर और इतंजार रा देरली कली होतली तो रहां के वैकसलीनेशन के बाद वरस्कत के गंभलीर रूप से बलीमार
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हालात रूरोप और अमेररका से भली बदतर हए होते।
होने कली संभावना कम हो जाएगली। लनकन उसके
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कोरोना के नरे मामले एक सपताह में 10.9 प्रनतशत से बढ़कर 19.6 प्रनतशत हो
n बाद भली हाथ धोने, दो गज कली दूरली और माट्क
गए और दोगने होने का समर नसफ्फ तलीन नदन से अनधक था। लगाना होगा।
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n प्रधानमंत्रली नरेंद्र मोदली ने जब राषरिलीर लॉकडाउन का फैसला नलरा, तब तक ननस्शचत तौर से भारत ने कोरोना पर पांच
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नकसली अनर देश ने नहीं नलरा था। प्रमख नसधिातों के साथ प्रहार नकरा है। इनमें
जन भागलीदारली, चयुनावों में बूथ ट्तर के काम और
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रनद लॉकडाउन का राट्ता चनने में देरली कली होतली तो कोई मदद नहली नमलतली।
n सावयाजननक टलीकाकरण कारयारिम के अनयुभव,
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करोनक सभली अट्पताल भरे हए थे और मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा था। मौजूदा ट्वाट््थर सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़े,
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n सरकार ने लॉकडाउन के चनौतलीपूणया समर में हेलथ इनफ्ाट्रिकचर तैरार नकरा। वज्ञाननक और ननरामक मानदंडों के पालन के
15,362 हेलथ फैनसनलटलीज, लगभग 15.40 लाख आइसोलेशन बेड, 2.70 साथ सूचना प्रौद्ोनगकली आधाररत अनभरान को
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लाख आकसलीजन सपोटटेड बेड और 78,000 आईसलीरू बेड तैरार नकए गए। चलाना शानमल है। इन पांच नसधिातों का हली नतलीजा
है नक भारत ने टलीकाकरण शरू कर नदरा है और
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देश के सरकारली अट्पतालों को 32,400 वेंनटलेटर नडललीवर नकए। अगर इस
n जब प्रधानमत्रली नरेंद्र मोदली लाल नकले कली प्राचलीर
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बात कली तलना नपछले 70 सालों से कली जाए तो, इन सरकारली अट्पतालों में
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इससे पहले केवल 12,000 वेंनटलेटर हली मौजूद थे। से 8वीं बार देश को संबोनधत कर रहे होंगे, भारत
नसफ्फ आजादली कली वषयागांठ नहीं मना रहा होगा,
n इस दौरान हली राजर सरकारों को 3.70 करोड़ एन-95 माट्क और 1.60 करोड़ बस्लक कोरोना से मयुस्कत कली नदशा में बढ़ते कदम
पलीपलीई नकट प्रदान कली गई। यु
और नई सबह भली देख रहा होगा। n
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