Page 4 - NIS Marathi May1-15
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आपकी बात...
                                                                                                                                                                           आपकी बात...

                                                                                                                                                                      आपकी पवत्का मुझे वनयवमत रूप से वमल रही है। इसकी सामग्ी बहुत ही सुन्दर और ज्ानिधमाक है।
                                                                                                                                                                      आप विलौना अंक वनकाल रहे हैं इसके वलए बहुत - बहुत बधाई। विलौने बच्ों की जरूरत ही
                                                                                                                                                                      नहीं उनकी दुवनया भी होती हैं इसवलए विलौने ऐसे हों वजनसे बच्ों को कोई नुकसान न हो। उन्हें
                                                                                                                                                                    आपकी पवत्का मुझे वनयवमत रूप से वमल रही है। इसकी सामग्ी बहुत ही सुन्दर और ज्ानिधमाक है।
                                                                                                                                                                      वकसी तरह का चिोट न लगे और विलौनों में केवमकल का कम से कम इसतेमाल हो वजससे बच्े
                                                                                                                                                                    आप विलौना अंक वनकाल रहे हैं इसके वलए बहुत - बहुत बधाई। विलौने बच्ों की जरूरत ही
                                     संपा कां ा      तयू .......                                                                                                    नहीं उनकी दुवनया भी होती हैं इसवलए विलौने ऐसे हों वजनसे बच्ों को कोई नुकसान न हो। उन्हें
                                                                                                                                                                    वकसी तरह का चिोट न लगे और विलौनों में केवमकल का कम से कम इसतेमाल हो वजससे बच्े
                                                                                                                                                                       िॉ. सुिेदि राि rudorajasthan@gmail.com
                                                                                                                                                                       सिस्थ रह सकें।
                                                                                                                                                                    सिस्थ रह सकें।
                                                                                                                                                                                              मुझे ‘न्यू इंविया समाचिार’ के ताजा अंकों का बेसब्ी से इंतजार रहता
                                                                                                                                                                     िॉ. सुिेदि राि rudorajasthan@gmail.com
                                                                                                                                                                                              है। मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा हूं। मैं चिाहता हूं वक आप
                                                                                                                                                                                              इसका एक पीिीएि भी सा्थ में संलग्न करें वजससे मैं इसे सेि करके
                                                                                                                                                                                              रि सकूं और जरूरत पड़ने पर सभी मुखय वबंदुओं को दोहरा सकूं।
                      सप्रेम नमसकार                                                                                                                                                      मुझे ‘न्यू इंविया समाचिार’ के ताजा अंकों का बेसब्ी से इंतजार रहता
                      आशा आहे, आपण सग े वनरोगी, वनरामय असाल. गेलया िष  देशाने एकजूट होत कोरोनाला मात वदली                                  पवत्का वनयवमत तौर पर प्रापत हो रहा             है। मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा हूं। मैं चिाहता हूं वक आप
                                                                                                                                                                                               आप इसे एक सुझाि समझ कर सिीकार करें।
                                                                                                                                                                                          इसका एक पीिीएि भी सा्थ में संलग्न करें वजससे मैं इसे सेि करके
                                                                                                                                           है। अप्रैल प्र्थम अंक पढ़कर कािी
                      होती. भारत आता पुन्हा एकदा जलद गती आवण समन्ियातून कोरोनाला मात दे यासा ी स  झाला                                    पवत्का वनयवमत तौर पर प्रापत हो रहा              रि सकूं और जरूरत पड़ने पर सभी मुखय वबंदुओं को दोहरा सकूं।
                                                                                                                                           िुशी हुई। सभी लेि ज्ानिधमाक है।
                                                                                                                                          है। अप्रैल प्र्थम अंक पढ़कर कािी
                                                                                                                                                                                               हेमंत कुमार दुबे
                                                                                                                                            मोबाइल पर पेज पलटकर पवत्का
                                                                                                                                                                                               hdubey02@gmail.com
                      आहे. आमचया िैज्ावनकांनी लस विकवसत करून कोरोनावि धद ल  याचिे औषध तर वदले आहे, मात्                                   िुशी हुई। सभी लेि ज्ानिधमाक है।                 आप इसे एक सुझाि समझ कर सिीकार करें।
                                                                                                                                            पढ़ने में बहुत अचछा भी लगता
                                                                                                                                                                                               पवत्का का यह पहल मुझे बहुत ही बवढ़या लगा। सा्थ ही सभी लेिों
                      जोपय त आपण कोरोनापासून पूणमा मुकत होत नाही, तोपय त आपलयाला मासक  ालायचिाचि आहे आवण                                  मोबाइल पर पेज पलटकर पवत्का                      हेमंत कुमार दुबे
                                                                                                                                            है और सरकार की योजनाओं की
                                                                                                                                          पढ़ने में बहुत अचछा भी लगता
                                                                                                                                                                                          hdubey02@gmail.com
                                                                                                                                            जानकारी भी वमलती है। आशा है
                      शारीररक अंतराचया वनयमांचिेही पालन करायचिे आहे. देशाचिे नेत ति या ल ाईत अतयंत संिेदनशीलतेने                           है और सरकार की योजनाओं की                           को पढ़कर अचछा लगा। आशा करता हूं भविषय में भी हम सब को
                                                                                                                                             आगे भी आप इसी तरह वनयवमत रूप
                                                                                                                                                                                                इसी तरह जागरूक करते रहेंगे।
                      पािले उचिलत आहे आवण आि्यक ती औषधे- गणालये उपलबध हो यासा ी प्रय  केले जात                                             जानकारी भी वमलती है। आशा है                    पवत्का का यह पहल मुझे बहुत ही बवढ़या लगा। सा्थ ही सभी लेिों
                                                                                                                                           आगे भी आप इसी तरह वनयवमत रूप
                                                                                                                                                                                                ajitkumarsurya25@gmail.com
                                                                                                                                             से पवत्का भेजते रहेंगे।
                      आहेत. तयामु े,  ाबरू नका, कारण कोरोनापासून बचिाि कर याचिा हाचि एकमेि प्रभािी उपाय आहे.                               से पवत्का भेजते रहेंगे।                        को पढ़कर अचछा लगा। आशा करता हूं भविषय में भी हम सब को
                                                                                                                                                                                                आपका यह अंक अपने आप में बहुत ही उपयोगी और महतिपूणमा
                                                                                                                                                                                                 जानकारी समेटे हुए है। यह अंक बहुत ही उपयोगी और सा्थमाक है।
                                                                                                                                              ganeshravi102@gmail.com
                      कोरोनावि धदचिा ल ा असो वकंिा मग देशात विविध योजनांचया माधयमातून बदल  ििणे असो,                                         गणेश रवि                                     इसी तरह जागरूक करते रहेंगे।
                                                                                                                                                                                          ajitkumarsurya25@gmail.com
                                                                                                                                           ganeshravi102@gmail.com
                      जनसहभागातून कायम देशाला निी वदशा वम ाली आहे. तयाचिाचि पररणाम महणून सिातं ानंतर वकतयेक                                गणेश रवि
                                                                                                                                                                                                 वनभमाय कुमार वमश्ा
                                                                                                                                                                                                 nirbhay.tec@gmail.com
                                                                                                                                                                                           जानकारी समेटे हुए है। यह अंक बहुत ही उपयोगी और सा्थमाक है।
                      दशके, सियंपाकाचया ग सचिी सुविधा जी आधी केि  काही विवशषट िगा पय तचिा मयामावदत होती, वतचिा                                                                            आपका यह अंक अपने आप में बहुत ही उपयोगी और महतिपूणमा
                                                                                                                                             पवत्का में आम लोगों के बारे में जानकारी
                      विसतार आता गािे आवण गररबांपय त झाला आहे. प्रधानमंत्ी उ िला योजनेने सिमासामान्य वयकतीचया                               मुझे यह देिकर बहुत अचछा लगा वक इस              वनभमाय कुमार वमश्ा
                                                                                                                                             रहती है। लैपटॉप,  टेबलेट और मोबाइल जैसे
                                                                                                                                                                                                   हम सभी विद्ाव्थमायों के वलए यह बहुत ही उपयोगी पवत्का है। यह
                      जीिनमानात तर सुधारणा केली आहेचि, तयावशिाय लोकांचिे आरोगय आवण पयामािरण संरक्षणाचया                                   मुझे यह देिकर बहुत अचछा लगा वक इस                nirbhay.tec@gmail.com
                                                                                                                                          पवत्का में आम लोगों के बारे में जानकारी
                                                                                                                                             आधुवनक उपकरणों के युग मे ‘न्यू इंविया
                                                                                                                                             समाचिार’ का प्रकाशन रोमांचि पैदा करता है।
                      वदशेने एक आदशमा उदाहरण वसधद केले असून या योजनेचिे यश जगानेही मान्य केले आहे. या योजनेला                             रहती है। लैपटॉप,  टेबलेट और मोबाइल जैसे                   हमारी आने िाली  परीक्षाओं के वलए कािी  उपयोगी होगी। मैं इस
                                                                                                                                              सा्थ ही यह पवत्का समग् ऊजामािान गवतशील
                                                                                                                                                                                                    पवत्का को 5  सटार देता हूं।
                      आता सहा िष  पूणमा होत आहेत. जीिनमानात सुधारणा कर याचया वदशेने उ िला योजनेमु े कसे                                   आधुवनक उपकरणों के युग मे ‘न्यू इंविया              हम सभी विद्ाव्थमायों के वलए यह बहुत ही उपयोगी पवत्का है। यह
                                                                                                                                                                                                    himomprakashy5@gmail.com
                                                                                                                                          समाचिार’ का प्रकाशन रोमांचि पैदा करता है।
                                                                                                                                              भारत का दपमाण वदिाई देता है।
                       ांवतकारक बदल  िले आहेत, यािरचि या अंकाचिी आमचिी मुिप ष  क्था आहे. एि ेचि नाही, तर                                  सा्थ ही यह पवत्का समग् ऊजामािान गवतशील             हमारी आने िाली  परीक्षाओं के वलए कािी  उपयोगी होगी। मैं इस
                                                                                                                                                       andeshwarmahan@
                                                                                                                                                                                                     न्यू इंविया समाचिार का अंक वनयवमत तौर पर वमल रहा है वजसके
                      आयुषयाचया सुरवक्षततेसा ीचया विमा योजनेमु े सिमासामान्यांना मोलाचिा आधार वम ाला आहे. तयाचिी                           भारत का दपमाण वदिाई देता है।                      पवत्का को 5  सटार देता हूं।
                                                                                                                                                        gmail.com
                                                                                                                                                                                             himomprakashy5@gmail.com
                                                                                                                                                                                                     में 'इचछा शशकत से इवतहास रचिने िाली मवहलाओं को सलाम'
                      क्था देिील या अंकात आहे.                                                                                                     andeshwarmahan@                                   वलए संपादक मंिल को हावदमाक धन्यिाद। पवत्का के हावलया अंक
                                                                                                                                                   gmail.com
                                                                                                                                                                                                      शीषमाक बेहद ज्ानिधमाक एिं उपयोगी है। कई ऐसी मवहलाएं वजनकी
                      सिातं ाचिी ल ाई असो, वकंिा मग परदेशी आ मणांचिा सामना करणे असो, शौयमा, या देशाचया                                                                                       न्यू इंविया समाचिार का अंक वनयवमत तौर पर वमल रहा है वजसके
                                                                                                                                                                                                      कायमा क्षमता से हम  कहीं ना कहीं हम अनवभज् ्थे, उन्हें पवत्का ने
                                                                                                                                                                                                      स्थान देकर सममावनत वकया है। इसके अवतररकत अन्य लेि भी
                      मातीतचि आहे. महाराणा प्रताप, गोपा  क षण गोिले यांचया सिातं  आवण प्रेरणादायी कत मातिाचिी ल ाई                                                                           वलए संपादक मंिल को हावदमाक धन्यिाद। पवत्का के हावलया अंक
                                                                                                                                                                                              शीषमाक बेहद ज्ानिधमाक एिं उपयोगी है। कई ऐसी मवहलाएं वजनकी
                                                                                                                                                                                                      सीवमत शबदों में वयापक वि्लेषण है।
                      देिील आपलयाला या अंकात िाचिायला वम ेल. तयावशिाय, अनेक अज्ात नायकांचया क्थादेिील                                           डिडिटल क लेंिर                                में 'इचछा शशकत से इवतहास रचिने िाली मवहलाओं को सलाम'
                                                                                                                                                                                                       रचिना उवनयाल  appusona80@gmail.com
                                                                                                                                                           भार्त सरकार ने पहली बार किकजटल
                      या अंकात समाविषट कर यात आलया आहेत. आपलया युिा विद्ा्थया नी परीक्षेसह आयुषयातलया                                       डिडिटल क लेंिर                                    कायमा क्षमता से हम  कहीं ना कहीं हम अनवभज् ्थे, उन्हें पवत्का ने
                                                                                                                                                                                                       'न्यू इंविया समाचिार' पवत्का वमला। आपका यह कदम बहुत ही
                                                                   े
                      आवहानांचिा सामना कसा करािा, यासा ी ‘परीक्षा प चिचिामा’ कायमा मात पंतप्रधानांनी साधलेला संिाद                                          कैलेंिर और िायरी एप लॉनच ककया     स्थान देकर सममावनत वकया है। इसके अवतररकत अन्य लेि भी
                                                                                                                                                                                                        सराहनीय है। आप हम नागररकों को अपनी पवत्का के माधयम से
                                                                                                                                                                                              सीवमत शबदों में वयापक वि्लेषण है।
                                                                                                                                                            है। जीओआई एप पर सभी सरकारी
                                                                                                                                                                                                        सरकार की निीन योजनाओं की सूचिना दे रहे हैं। बड़े गौरि की बात
                      देिील आपलयाला प्रेरणादायक  रेल.                                                                                                 भार्त सरकार ने पहली बार किकजटल          रचिना उवनयाल  appusona80@gmail.com
                                                                                                                                                           योजनाओं, काय्सक्रम, प्रकाशन के साथ
                                                                                                                                                      कैलेंिर और िायरी एप लॉनच ककया
                                                                                                                                                                                                        है वक यह पवत्का वनशुलक है। आपका यह कायमा बेहद प्रशंसनीय
                                                                                                                                                             आकधकाररक अवकाश और क्तकथयों
                      भारताला आतमवनभमार बनि यासा ी देशाचिा संकलप आपलया सिा सा ी एक आंदोलन  रला आहे                                                     है। जीओआई एप पर सभी सरकारी              'न्यू इंविया समाचिार' पवत्का वमला। आपका यह कदम बहुत ही
                                                                                                                                                                                                        और सराहनीय है। मुकेश कुमार ऋवष िमामा
                                                                                                                                                               की जानकारी भी कमल जाएगी।
                      आवण गेलया एका िषामात, या अवभयानामु े देशात जे बदल  ित आहेत, ते देशातील 1 7 कोटी                                                योजनाओं, काय्सक्रम, प्रकाशन के साथ        सराहनीय है। आप हम नागररकों को अपनी पवत्का के माधयम से
                                                                                                                                                                                                         न्यू इंविया समाचिार पत् का ताजा अंक प्रापत हुआ। बहुआयामी योजनाओं,
                      लोकांचया सहभागावशिाय शकयचि नवहते.                                                                                                आकधकाररक अवकाश और क्तकथयों              सरकार की निीन योजनाओं की सूचिना दे रहे हैं। बड़े गौरि की बात
                                                                                                                                                                                               है वक यह पवत्का वनशुलक है। आपका यह कायमा बेहद प्रशंसनीय
                                                                                                                                                                                                         विविध समाचिारों और देश विदेश की अनेकों ताजा िबरों, सूचिनाओं और
                                                                                                                                                         की जानकारी भी कमल जाएगी।
                                                                                                                                                                                                         सािमाजवनक वहतों से संबंवधत त्थयों से पररवचित होने का सौभागय वमला।
                      नेहमीप्रमाणे आपलया सूचिना, अवभप्राय आमहाला क ित रहा.                                                                  इसे गूगल पले सटोर और आईओएस पर िाउनलोि कर सक्ते हैं।   और सराहनीय है। मुकेश कुमार ऋवष िमामा
                                                                                                                                                                         आईओएस कलंक
                                                                                                                                                                         https://apps.apple.com/in/app/
                                                                                                                                       इसे गूगल पले सटोर और आईओएस पर िाउनलोि कर सक्ते हैं।                kheemanandpenday1979@gmail.com
                                                                                                                                                गूगल पले सटोर कलंक
                                                                                                                                                                         goi-calendar/id1546365594
                       पता-  बयूरो  ि आउटरीचि एंि कमयुवनकेशन,                                                                                    https://play.google.com/store/ आईओएस कलंक     न्यू इंविया समाचिार पत् का ताजा अंक प्रापत हुआ। बहुआयामी योजनाओं,
                                                                                                                                                                                                विविध समाचिारों और देश विदेश की अनेकों ताजा िबरों, सूचिनाओं और
                                                                                                                                                 apps/details?id=in.gov.calendar
                                                                                                                                                     https://goicalendar.gov.in/
                      सूचिना भिन, दुसरा मजला,                                                                                              गूगल पले सटोर कलंक     https://apps.apple.com/in/app/  सािमाजवनक वहतों से संबंवधत त्थयों से पररवचित होने का सौभागय वमला।    3
                                                                                                                                           https://play.google.com/store/
                                                                                                                                                                                                                                               न्यू इंडिया समाचार
                                                                                                                                                                  goi-calendar/id1546365594
                       निी वदलली- 11000                                                                                                    apps/details?id=in.gov.calendar                      kheemanandpenday1979@gmail.com
                                                                                                                                               https://goicalendar.gov.in/
                      ईमेल-response-nis@pib.gov.in                                 जयदीप भटनागर
                                                                                   जयदीप भटनागर
                                                                                                                                                                                                                                   न्यू इंडिया समाचार  3
               2  न्यू इंडिया समाचार
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