Page 5 - NIS Marathi May1-15
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आपकी बात...
                                                        आपकी बात...
                                                        ाचकांच  म   त
                                                  आपकी पवत्का मुझे वनयवमत रूप से वमल रही है। इसकी सामग्ी बहुत ही सुन्दर और ज्ानिधमाक है।
                                                   आप विलौना अंक वनकाल रहे हैं इसके वलए बहुत - बहुत बधाई। विलौने बच्ों की जरूरत ही
                                                   नहीं उनकी दुवनया भी होती हैं इसवलए विलौने ऐसे हों वजनसे बच्ों को कोई नुकसान न हो। उन्हें
                                                 आपकी पवत्का मुझे वनयवमत रूप से वमल रही है। इसकी सामग्ी बहुत ही सुन्दर और ज्ानिधमाक है।
                                                   वकसी तरह का चिोट न लगे और विलौनों में केवमकल का कम से कम इसतेमाल हो वजससे बच्े
                                                 आप विलौना अंक वनकाल रहे हैं इसके वलए बहुत - बहुत बधाई। विलौने बच्ों की जरूरत ही
                                                 नहीं उनकी दुवनया भी होती हैं इसवलए विलौने ऐसे हों वजनसे बच्ों को कोई नुकसान न हो। उन्हें
                                                                                      ू
                                               आपल पाक्षिक मला क्ियक्मतपण क्मळत असत. त्ातील मजकर अत्त उत्तम आक्ण ज्ािवरक
                                                                             े
                                                                                           यं
                                                   े
                                                                    े
                                                                                                         ्ध
                                                 वकसी तरह का चिोट न लगे और विलौनों में केवमकल का कम से कम इसतेमाल हो वजससे बच्े
                                                          े
                                                                 यं
                                                              यं
                                                                                      े
                                                                                                                यं
                                                                                           ू
                                                                                                     े
                                                                                                              ु
                                               असतो,आपण खळणावर अक काढत आहात यासाठी आपल खप खप अक्िियंदि. खळणी फक्त मलाची
                                                                                        ू
                                                    िॉ. सुिेदि राि rudorajasthan@gmail.com
                                                   सिस्थ रह सकें।
                                                                                        े
                                               गरजच िाही, तर ती त्ायंचे सपूण्ध िावक्वश्वच असतात. त्ामळ खळणी अशी असायला हवीत, ज्ामळे  त्ायंचे
                                                                                    ु
                                                                                     े
                                                                 यं
                                                                                                             ु
                                                 सिस्थ रह सकें।
                                                                                                      े
                                                                                                           यं
                                               काहीही िकसाि होणार िाही. त्ायंिा कसलीही ईजा होणार िाही. आक्ण खळणामध् रसायिाचा वापर
                                                                                               े
                                                      ु
                                                                                                   यं
                                                                          मुझे ‘न्यू इंविया समाचिार’ के ताजा अंकों का बेसब्ी से इंतजार रहता
                                                 िॉ. सुिेदि राि rudorajasthan@gmail.com
                                               कमीतकमी व्ायला हवा, जणकरूि मल सरक्षित राहतील.
                                                                        ु
                                                                         े
                                                                           ु
                                                                  े
                                                                 े
                                                                           है। मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा हूं। मैं चिाहता हूं वक आप
                                               िॉ. सुिेदि राि rudorajasthan@gmail.com
                                                                           इसका एक पीिीएि भी सा्थ में संलग्न करें वजससे मैं इसे सेि करके
                                                                      मुझे ‘न्यू इंविया समाचिार’ के ताजा अंकों का बेसब्ी से इंतजार रहता
                                                                           रि सकूं और जरूरत पड़ने पर सभी मुखय वबंदुओं को दोहरा सकूं।
                                                                      है। मैं सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा हूं। मैं चिाहता हूं वक आप
                        पवत्का वनयवमत तौर पर प्रापत हो रहा        ‘न्ू इयंक्िया समाचार’च्ा ताज्ा अयंकायंची मी िेहमीच उत्यं ठे िे वाट बघत
                                                                           आप इसे एक सुझाि समझ कर सिीकार करें।
                                                                        े इसका एक पीिीएि भी सा्थ में संलग्न करें वजससे मैं इसे सेि करके
                        है। अप्रैल प्र्थम अंक पढ़कर कािी
                       पवत्का वनयवमत तौर पर प्रापत हो रहा        असतो. मी सरकारी िोकरीसाठी परीषिेची तयारी करतो आह. माझी अशी
                                                                                                        े
                                                                       रि सकूं और जरूरत पड़ने पर सभी मुखय वबंदुओं को दोहरा सकूं।
                        िुशी हुई। सभी लेि ज्ानिधमाक है।
                                   क्
                                   क्
                                   क्
                                      क्म
                                      क्म
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                           पाक्षिक मला
                       है। अप्रैल प्र्थम अंक पढ़कर कािी
                          े
                      आपल पाक्षिक मला क्ियक्मतपण क्मळत           इच्ा आह की आपण या पाक्षिकाचा एक पीिीएफ अकही सोबत पाठवावा
                      आपल
                                                                                                   यं
                                                                           े हेमंत कुमार दुबे
                        मोबाइल पर पेज पलटकर पवत्का
                       िुशी हुई। सभी लेि ज्ानिधमाक है।
                                                                       आप इसे एक सुझाि समझ कर सिीकार करें।
                                                                            hdubey02@gmail.com
                      असत. एक्रिलचा पक्हला अक वाचल्ा             जेणेकरुि मी त सव् करू शकि आक्ण मला गरज पिली तर त्ातील
                                      यं
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                                                                             े
                                                                                     े
                       े पढ़ने में बहुत अचछा भी लगता
                       मोबाइल पर पेज पलटकर पवत्का
                      ियंतर खपच आियंद झाला. त्ातील सव्धच         महत्ाच मुद् पुन्ा वाच शकि. कपया आपण ही सचिा स्ीकारावी, अशी
                           ू
                                                                                ू
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                                                                            पवत्का का यह पहल मुझे बहुत ही बवढ़या लगा। सा्थ ही सभी लेिों
                                                                                      ृ
                                                                      े
                                                                                  े
                                                                         े
                                                                       हेमंत कुमार दुबे
                          ू है और सरकार की योजनाओं की
                       पढ़ने में बहुत अचछा भी लगता
                              ्ध
                      लख ज्ािवरक आहत. मोबाईलवर पाि               क्विती !  hdubey02@gmail.com
                                   े
                                                                    यं
                         जानकारी भी वमलती है। आशा है
                       है और सरकार की योजनाओं की
                      उलटवि वाचतािा खप मजा यत. आक्ण              हमत कमार दुबे  को पढ़कर अचछा लगा। आशा करता हूं भविषय में भी हम सब को
                                         े
                                           े
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                                                                  े
                            ु आगे भी आप इसी तरह वनयवमत रूप
                        जानकारी भी वमलती है। आशा है
                      सरकारी योजिाची माक्हती क्मळत.  े           hdubey02@gmail.com
                                यं
                                                                            इसी तरह जागरूक करते रहेंगे।
                        आगे भी आप इसी तरह वनयवमत रूप
                                                                             यं ajitkumarsurya25@gmail.com
                          से पवत्का भेजते रहेंगे।
                            े
                                    े
                      आपण पढही मला असच क्ियक्मतपण  े                   पवत्का का यह पहल मुझे बहुत ही बवढ़या लगा। सा्थ ही सभी लेिों
                                                                     यं को पढ़कर अचछा लगा। आशा करता हूं भविषय में भी हम सब को
                        से पवत्का भेजते रहेंगे।
                                                                             आपका यह अंक अपने आप में बहुत ही उपयोगी और महतिपूणमा
                       यं
                      अक पाठवत राहाल हीच आशा!                    या अकात ‘वाचकाचे मिोगत’रिक्सद्ध करणाचा उपक्रम फारच उत्तम
                                                                       इसी तरह जागरूक करते रहेंगे।
                                                                             जानकारी समेटे हुए है। यह अंक बहुत ही उपयोगी और सा्थमाक है।
                          गणेश रवि                               आह. गल्ा वळच्ा पाक्षिकातल सव्ध लख फारच छाि होत. िक्वष्ातही
                          ganeshravi102@gmail.com
                                                                    े
                                                                          े
                                                                                                      े
                                                                      े
                                                                                          े
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                      गणश रक्व                                         ajitkumarsurya25@gmail.com
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                        गणेश रवि
                        ganeshravi102@gmail.com
                                                                             ां
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                      ganeshravi102@gmail.com                    आपण आम्ा सवािा असच जागरूक ठवाल अशी आशा आह.
                                                                                           े
                                                                                  े
                                                                       आपका यह अंक अपने आप में बहुत ही उपयोगी और महतिपूणमा
                                                                 ajitkumarsurya25@gmail.com
                                                                              वनभमाय कुमार वमश्ा
                                                                              nirbhay.tec@gmail.com
                         मुझे यह देिकर बहुत अचछा लगा वक इस             जानकारी समेटे हुए है। यह अंक बहुत ही उपयोगी और सा्थमाक है।
                          पवत्का में आम लोगों के बारे में जानकारी
                                                                        वनभमाय कुमार वमश्ा
                       मुझे यह देिकर बहुत अचछा लगा वक इस          आपला हा अक अत्त उपयक्त आक्ण महत्ाची माक्हती दणारा आह.  े
                          रहती है। लैपटॉप,  टेबलेट और मोबाइल जैसे
                                                                               यं
                                                                                हम सभी विद्ाव्थमायों के वलए यह बहुत ही उपयोगी पवत्का है। यह
                                                                                    ु
                                                                                                      े
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                       पवत्का में आम लोगों के बारे में जानकारी
                          आधुवनक उपकरणों के युग मे ‘न्यू इंविया
                                                                                          ्ध
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                                                                                                      यं
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                    मला ह बघि खप आिद झाला की या अकात              माझ्ासाठी फारच उपयोगी आक्ण अरपूण्ध ठरलला हा अक आह. े
                                  यं
                       रहती है। लैपटॉप,  टेबलेट और मोबाइल जैसे
                          समाचिार’ का प्रकाशन रोमांचि पैदा करता है।
                                                                       ु
                               यं
                    सव्धसामान् लोकाक्वरयी माक्हती असत.  लपटॉप,    क्िि्धय कमार क्मश्ा   हमारी आने िाली  परीक्षाओं के वलए कािी  उपयोगी होगी। मैं इस
                                             े
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                       आधुवनक उपकरणों के युग मे ‘न्यू इंविया
                                                                  nirbhay.tec@gmail.com
                           सा्थ ही यह पवत्का समग् ऊजामािान गवतशील
                       े
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                    टबलट आक्ण मोबाईलसारख्ा आरक्िक                                पवत्का को 5  सटार देता हूं।
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                                                                                 himomprakashy5@gmail.com
                       समाचिार’ का प्रकाशन रोमांचि पैदा करता है।
                           यंभारत का दपमाण वदिाई देता है।
                          यं
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                    उपकरणाच्ा या काळात, ‘न् इयंक्िया समाचार’             हम सभी विद्ाव्थमायों के वलए यह बहुत ही उपयोगी पवत्का है। यह
                       सा्थ ही यह पवत्का समग् ऊजामािान गवतशील
                                    andeshwarmahan@
                                         ्ध
                                     यं
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                    मिात उत्ठा आक्ण रोमाच क्िमाण करत.                     हमारी आने िाली  परीक्षाओं के वलए कािी  उपयोगी होगी। मैं इस
                                                                                  न्यू इंविया समाचिार का अंक वनयवमत तौर पर वमल रहा है वजसके
                       भारत का दपमाण वदिाई देता है।
                                                                          पवत्का को 5  सटार देता हूं।
                                                                                                             े
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                                                                                          े
                                                                                                                े
                                                                                                  यं
                    त्ासोबतच, या पाक्षिकात, समग्र, ऊजा्धवाि आक्ण   आमच्ासारख्ा सव्ध क्वद्ार्ासाठी ह पाक्षिक अत्त उपयक्त ठरत आह.
                                    यं gmail.com
                                                                          himomprakashy5@gmail.com
                                andeshwarmahan@
                                                                         े
                                                                                                 े
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                    गक्तमाि िारताच रिक्तक्बब बघायला क्मळत.        आमच्ा यणाऱया परीषिायंची तयारी करणासाठी ह अत्त उपयक्त ठरणार  े
                                                                                  में 'इचछा शशकत से इवतहास रचिने िाली मवहलाओं को सलाम'
                                                                                  शीषमाक बेहद ज्ानिधमाक एिं उपयोगी है। कई ऐसी मवहलाएं वजनकी
                                gmail.com                         अक आहत. मी या पाक्षिकाला पाच स्ार दईि.
                                                                                             े
                                                                   यं
                                                                        े
                                                                          न्यू इंविया समाचिार का अंक वनयवमत तौर पर वमल रहा है वजसके
                                                                  himomprakashy5@gmail.com
                                                                                   कायमा क्षमता से हम  कहीं ना कहीं हम अनवभज् ्थे, उन्हें पवत्का ने
                            andeshwarmahan@
                             डिडिटल क लेंिर                               वलए संपादक मंिल को हावदमाक धन्यिाद। पवत्का के हावलया अंक
                                                                                  यं स्थान देकर सममावनत वकया है। इसके अवतररकत अन्य लेि भी
                            gmail.com
                                                                          में 'इचछा शशकत से इवतहास रचिने िाली मवहलाओं को सलाम'
                                                                           शीषमाक बेहद ज्ानिधमाक एिं उपयोगी है। कई ऐसी मवहलाएं वजनकी
                                                                                 े सीवमत शबदों में वयापक वि्लेषण है।
                         डिडिटल क लेंिर                           न् इयंक्िया समाचार चा अक मला क्ियक्मतपण क्मळत असतो त्ासाठी मी
                                                                                   रचिना उवनयाल  appusona80@gmail.com
                                                                                               े
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                                                                           कायमा क्षमता से हम  कहीं ना कहीं हम अनवभज् ्थे, उन्हें पवत्का ने
                                        भार्त सरकार ने पहली बार किकजटल
                                                                  रिरम सपादक मयंिळाच आिार माितो. या पाक्षिकाच्ा अलीकिच्ाच एका
                                                                       यं
                                                                           स्थान देकर सममावनत वकया है। इसके अवतररकत अन्य लेि भी
                आता डिडिटल कॅलेंिर                                अकात, ‘इच्ा शक्तीतूि इक्तहास रचणाऱया मक्हलायंिा सलाम’ अशा शीरकाचा
                                                                                    'न्यू इंविया समाचिार' पवत्का वमला। आपका यह कदम बहुत ही
                                         कैलेंिर और िायरी एप लॉनच ककया
                                                                    यं
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                                                                                    सराहनीय है। आप हम नागररकों को अपनी पवत्का के माधयम से
                                                                           सीवमत शबदों में वयापक वि्लेषण है।
                                         है। जीओआई एप पर सभी सरकारी
                                                                                                      े
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                                                                    े
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                                                                                        ु
                                  भार्त सरकार ने पहली बार किकजटल   लख अत्त ज्ािवरक आक्ण उपयक्त होता. अशा क्कत्क मक्हला, ज्ायंच्ा
                                                                                     सरकार की निीन योजनाओं की सूचिना दे रहे हैं। बड़े गौरि की बात
                                                                           रचिना उवनयाल  appusona80@gmail.com
                                        योजनाओं, काय्सक्रम, प्रकाशन के साथ
                                                                                    ु
                                                                                      े
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                                                                  कायकतृत्ाक्वरयी आपण कठतरी अिक्िज् होतो, त्ािा या पाक्षिकात सराि
                                                                        ्ध
                                                                                                    यं
                                   कैलेंिर और िायरी एप लॉनच ककया
                                                                                     है वक यह पवत्का वनशुलक है। आपका यह कायमा बेहद प्रशंसनीय
                                         आकधकाररक अवकाश और क्तकथयों
                                                                                                             े
                                                                                        े
                                                                                                                  े
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                                                                                                 े
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                                    है। जीओआई एप पर सभी सरकारी
                                                                            'न्यू इंविया समाचिार' पवत्का वमला। आपका यह कदम बहुत ही
                             भार्त सरकारने पकह यां ाच किकजटल      दऊि त्ाच्ा कतृत्ाचा सन्ाि कला गला आह. त्ाक्शवाय, इतर लखामध्ही
                                                                                     और सराहनीय है। मुकेश कुमार ऋवष िमामा
                                                                                             े
                                                                     ्ध
                                                                                ृ
                                                                                        े
                                                                                          े
                                            की जानकारी भी कमल जाएगी।
                                                                            सराहनीय है। आप हम नागररकों को अपनी पवत्का के माधयम से
                                  योजनाओं, काय्सक्रम, प्रकाशन के साथ
                              क लेंिर आक  िायरी अ प स   केले      मयाक्दत शबायंत क्वस्त क्ववेचि कल आह.
                                                                  रचिना उवनयाल  appusona80@gmail.com
                                                                                      न्यू इंविया समाचिार पत् का ताजा अंक प्रापत हुआ। बहुआयामी योजनाओं,
                                   आकधकाररक अवकाश और क्तकथयों
                             आहे  जीओआय अ प वर सव्स सरकारी                  सरकार की निीन योजनाओं की सूचिना दे रहे हैं। बड़े गौरि की बात
                                                                                      विविध समाचिारों और देश विदेश की अनेकों ताजा िबरों, सूचिनाओं और
                         इसे गूगल पले सटोर और आईओएस पर िाउनलोि कर सक्ते हैं।   है वक यह पवत्का वनशुलक है। आपका यह कायमा बेहद प्रशंसनीय
                                     की जानकारी भी कमल जाएगी।
                             योजना, काय्सक्रम, प्रकाशने यासह सव्स
                                                                 न् इयंक्िया समाचारचा अक क्मळाला. आपला हा उपक्रम अत्त
                                                                                                        यं
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                                                                                      सािमाजवनक वहतों से संबंवधत त्थयों से पररवचित होने का सौभागय वमला।
                                                                            और सराहनीय है। मुकेश कुमार ऋवष िमामा
                                                                    ु
                                                                            े
                                                                 कौतकास्पद आह. आपण आम्ा सव्ध िागररकायंिा या पाक्षिकाच्ा
                             अकधक ्त स   या आक  क्तथ ची माकह्ती
                                                      आईओएस कलंक
                                                                       ू
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                                                                                       े kheemanandpenday1979@gmail.com
                                    े ील कम   शक्ते
                                                      https://apps.apple.com/in/app/
                             गूगल पले सटोर कलंक
                    इसे गूगल पले सटोर और आईओएस पर िाउनलोि कर सक्ते हैं।   माध्माति सरकारच्ा िव्ा योजिाची माक्हती दत असता. ह पाक्षिक
                                                                            न्यू इंविया समाचिार पत् का ताजा अंक प्रापत हुआ। बहुआयामी योजनाओं,
                                                      goi-calendar/id1546365594
                                                                                                    े
                                                                                                  े
                                                                 क्िः शल्क आह ही क्वशर आियंदाची गोष्ट आह. आपल ह काय्ध अत्त
                                                                          े
                                                                    ु
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                             https://play.google.com/store/
                                                                            विविध समाचिारों और देश विदेश की अनेकों ताजा िबरों, सूचिनाओं और
                             apps/details?id=in.gov.calendar
                                  https://goicalendar.gov.in/
                                              आईओएस कलंक
                                                                               ु
                       गूगल पले सटोर कलंक
               आप  हे अ प पले सटोर आक  आयओएस वर िा नलोि क  शक्ता    गौरवास्पद आक्ण कौतकास्पद आह. ।
                                              https://apps.apple.com/in/app/
                                                                  मकश कमार ऋक्र वमा
                                                                       ु
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                                                                                ्ध
                       https://play.google.com/store/  goi-calendar/id1546365594  सािमाजवनक वहतों से संबंवधत त्थयों से पररवचित होने का सौभागय वमला।    3
                                                                                                                            न्यू इंडिया समाचार
                        apps/details?id=in.gov.calendar
                  गूगल पले सटोर कलंक   आईओएस कलंक                            kheemanandpenday1979@gmail.com
                           https://goicalendar.gov.in/
                  https://play.google.com/store/  https://apps.apple.com/in/app/
                                                                                      यं
                                                                   ू
                  apps/details?id=in.gov.calendar  goi-calendar/id1546365594  न् इयंक्िया समाचार पत्ाचा ताजा अक क्मळाला. बहुआयामी योजिा, क्वक्वर
                                                                               े
                                                                           े
                                                                                                    ू
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                     https://goicalendar.gov.in/                 बातम्ा आक्ण दश-क्वदशातील अिक ताज्ा घिामोिी, सचिा आक्ण      3
                                                                 साव्धजक्िक क्हताशी सबक्रत तर्े आम्ाला या पाक्षिकाति कळ शकतात.  न्यू इंडिया समाचार
                                                                               यं
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                                                                 kheemanandpenday1979@gmail.com
                                                                                                   न्यू इंडिया समाचार  3
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