Page 19 - NIS Hindi December1-15
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राष्ट्र कोरोना से जंग
M-मेरा A-आपका S-सुरक्ा K-कर्चि
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भार् में ठछीरेक होन वािरे मरछीजों कछी संखया दुलनया में सबस जयादा
कोरोना के िखलाफ िनणा्थिक जंग की िदशा में बढ़ चुका भारत दुिनिा के मुकाबले बेहतर कसरित में पहुंचा।
ररकवरी दर 92 फीसदी के पार पहुंची तो संक्रमण की दर भी 7.4 फीसदी तक िगरी
ट्क उतरा रानली सयुरक्ा से समझौता। जब तक दवाई नहीं, तब तक िढलाई नहीं
कोरोना के नखलाफ ननणायारक जंग लड़
मारहे भारत में माट्क लगाना, सामानजक 93.67 %
दूरली का पालन और समर-समर पर हाथ कली ट्वचछता
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हली इसका मूलमंत्र है। भारत सरकार कली तरारली और ररकवरी दर
जनभागलीदारली हली कोरोना से बचाव में भारत का सबस े
बड़े हनथरार बना है। रहली वजह है नक आज कोरोना 1.47%
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से ठलीक होने वाले मरलीजों कली संखरा दननरा में सबस े
जरादा भारत में है और नवंबर के शयुरुआतली सपताह में दो गज की दूरी मृतयु दर
रोजाना 51 हजार से जरादा मरलीज ट्वट्थ हो रहे हैं।
अमेररका में जहां प्रनत 10 लाख करलीब 30 हजार लोग अब तक कुल टिेसटि लैबोरेटिरी- सरकारी- 1157| प्राइवेटि- 956
इससे संक्रनमत हो रहे हैं, वहां भारत में रह आंकड़ा 13,06,57,808 अब तक ठीक हुए मरीज- 84,78,124
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पांच गना कम रानली करलीब 6 हजार है। अगर नवशव ससक्रय मामले कुल मरीज
का औसत देखें तो भली भारत में संक्रमण कली दर कम 4,39,747 9052481
है। प्रधानमत्रली नरेंद्र मोदली एक भली मौत को देश के नलए
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नकसान मानते हैं। लनकन वस्शवक महामारली से लड़न े (आंकड़े 20 नवंबर तक; स्ोत: सवासरय मंत्रालय)
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के नलए केंद्र सरकार ने नजस तरह से ढांचा खड़ा नकरा
उसका नतलीजा है नक प्रनत 10 लाख लोगों में भारत में
जहां 92 मृतरयु हो रहली है, जो दयुननरा में सबसे कम हैं। को भारतलीर आरयुनवयाज्ान अनसंधान पररषद (आईसलीएमआर) ने भली अपनली
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वहीं प्रनत 10 लाख पर मौतों का आंकड़ा अमेररका में मंजूरली दे दली है। संभवतरा इस तरह कली जांच मशलीन कली अवधारणा दननरा
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711, ब्ाजलील में 763 है। में कहीं और देखने को नहीं नमलली है। रह तकनलीक नवशवसनलीर और बेहद
अब कोिवि जांच की नई मशीन- कोिवरैप सटलीक है करोंनक इसके नलए अलग से लैब में जाने कली जरूरत नहीं पड़तली।
कोरोना से जंग में जहां भारत ननणायारक स्ट्थनत कली इस मशलीन से जांच आरटली-पलीसलीआर जांच कली तरह हली भरोसेमंद है। इस
ओर बढ़ रहा है, वहां नए-नए शोध भली इस लड़ाई सट्तली, पोटटेबल और रूजर फ्डलली कोनवरैप कली खानसरत है नक एक हली
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में सहारक नसद् हो रहे हैं। कोरोना कली जांच के नलए मशलीन के जररए कई लोगों के सैंपल कली जांच एक साथ कली जा सकतली है।
आरटली-पलीसलीआर सबसे भरोसेमंद है, लेनकन इस जांच जांच का नतलीजा एक खास मोबाइल एप के जररए रोगली के ट्माट्टफोन पर
का नतलीजा आने में समर लगता है। ऐसे में आतमननभयार उपलबध हो जाता है। 10 हजार रु. से कम कली लागत में बनली इस मशलीन
भारत के तहत आईआईटली खडगपर ने ‘कोनवरैप’ को सदूर क्ेत्रों में कहीं भली आसानली से ले जाकर जांच को अंजाम नदरा
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नामक एक ऐसली ट्वदेशली जांच मशलीन बनाई है जहां जा सकता है। इस कोनवरैप मशलीन कली सबसे बड़ली खानसरत रह भली है
महज घंटे भर में कोरोना कली जांच के नतलीजे हानसल नक सनदयारों के मौसम में बढ़ने वालली बलीमारररों- मलेरररा, डेंगू, इंफलूएंजा
नकए जा सकते हैं, वह भली नसफ्क 500 रु. में। इस मशलीन सनहत अनर कई बलीमारररों कली भली जांच कली जा सकतली है। n
न्यू इंडिया समाचार 17