Page 23 - NIS Hindi December1-15
P. 23
आवरण करा रक्ा िवशेष
मक इन इंलिया रक्ा उतपाद में भछी सवदरेिछी
रे
रक्ा नवननमायाण में आतमननभयार भारत को बढ़ावा देने के नलए,
n
ट्वदेशली नवक्रेताओं से खरलीद के नलए अलग से 52,000 करोड़
रुपरे का बजट ननधायाररत नकरा गरा है।
देश में हली रक्ा उतपादों के ननमायाण को बढ़ावा देने के नलए फरवरली
n
2018 में नडफेंस कॉरलीडोर कली घोषणा कली गई। इनमें से एक उत्तर
प्रदेश और दूसरा कॉरलीडोर तनमलनाड में है। वषया 2025 तक
छु
भारत 35 हजार करोड़ के रक्ा उतपाद ननरायात के लक्र को पाना
चाहता है। इस नदशा में रह एक महतवपूणया कदम है।
मोदली सरकार ने औद्ोनगक लाइसेंनसंग के नलए रक्ा उतपादों कली
n
सूचली को छोटा और अनधसूनचत नकरा। डलीआरडलीओ और रक्ा
धनुष भारत की पहली सवदेशी तोप है। इसे उतपादन नवभाग के जररए ननजली उद्ोगों और ट्टाट्टअप के साथ
मेक इन इंसिया के तहत बनाया गया है।
सहभानगता को बढ़ावा नदरा गरा। ‘भनव्र के इंफैंरिली कांबेट
मेक इन इंनडरा मयुनहम के तहत पहलली बार सशट्त्र बलों के नलए वहलीकल’ परररोजना के नलए ईओएल जारली नकरा गरा।
n
यु
देश में बेहतरलीन ट्तर के हनथरार और जवानों कली बननरादली n पहलली बार छोटे और लघ उद्ोगों के साथ ट्टाट्टअप के नलए रक्ा
यु
े
यु
यु
जरूरत पूरली करने के नलए बलेट प्रूफ जैकेट जैसे साजोसामान क्त्र से जड़ने के नलए पहल कली गई है। इंडेकस नाम से इस
बनाने कली शरुआत भली कली गई है। पहल के तहत 50 से अनधक ट्टाट्टअप ने सैनर उपरोग के नलए
यु
तकनलीक और उतपादों को नवकनसत नकरा है।
रक्ा उतपादों के ननमायाण के क्त्र में 74% प्रतरक् नवदेशली ननवेश जैस े
े
n
फैसले ने बदलते वकत के साथ सेनाओं को और ताकतवर बनान े n केंद्र सरकार कली इनहीं पहलों का नतलीजा है नक भारत पहलली बार
े
यु
कली नदशा में कदम बढ़ारा है। 101 रक्ा उतपादों के आरात पर रक्ा उतपादों के ननरायात के क्त्र में दननरा के शलीषया 25 देशों में
ें
प्रनतबंध लगाकर उनह देश में हली बनाने पर जोर नदरा जा रहा है। शानमल हो गरा है।
45 साि पुरानछी गि्छी सु्धारछी; अब एक रैंक, एक पेंिन...
यु
n इस रोजना के तहत समान रैंक वाले अफसरों को समान पेंशन n आनखरकार 7 नवंबर 2015 को प्रधानमंत्रली नरेंद्र मोदली ने चनाव
यु
नमलतली है, भले वो कभली भली ररटारर हए हों। रानली 1980 में पूवया अपने वादे को पूरा करते हए वन रैंक, वन पेंशन का एलान
यु
ररटारर हए कनयाल और आज ररटारर होने वाले कनयाल को एक नकरा। इसे 1 जलाई 2014 से प्रभावली भली मान नलरा गरा। इस
यु
यु
जैसली पेंशन। वषया 1973 तक सशट्त्र बलों में 'वन रैंक, वन रोजना के तहत अभली तक 20 लाख 60 हजार 220 पूवया सैननक
पेंशन' रोजना थली। रा उनके पररवारों को बकारा पेंशन और भत्ते के रूप में 42
यु
हजार 700 करोड़ रुपरे का भगतान नकरा जा चका है।
यु
n 1973 में आए तलीसरे वेतन आरोग ने सैननकों कली तनखवाह आम
लोगों के समान कर दली। नसतंबर 2009 में सयुप्रलीम कोट्ट ने 'वन n इसके अलावा शहलीद सैननकों के पररजनों कली सरकारली आवास में
रैंक, वन पेंशन' पर आगे बढ़ने का आदेश नदरा। 2010 में रक्ा रहने कली अवनध को तलीन महलीने से बढ़ाकर एक साल नकरा गरा। पवया
ू
पर बनली संसद कली ट्थाई सनमनत ने 'वन रैंक, वन पेंशन' रोजना सैननक पेंशनर एवं उनके आनशत का इलाज अब ईसलीएचएस के साथ
को लागू करने कली नसफाररश कली थली। तमाम प्ररासों के बावजूद पैनलबद् ननजली अट्पतालों में भली हो सकता है। ट्वरोजगार रोजनाओं
ू
ू
पवया सैननकों कली इस 45 साल पयुरानली मांग को पूरा नहीं नकरा गरा। के माधरम से कुल 65,483 पवया सैननकों को रोजगार नदरा गरा।
न्यू इंडिया समाचार 21