Page 22 - NIS Hindi November 1-15
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आवरण         लोकल हुआ गलोबल
          कथा






         मेट्ो कोच पहले हम जापान और दसक्ण कोररया ि  े                  V X Q N

         मंगाते थे। अब यह भारत में बनते हैं। इिी तरह रेल कोच                   टेतलकॉम
           ै
         िक्री में अप्रल- सितंबर 2019 में 366 कोच बने थे,
                     ै
                                                                                                दे
                                                                                ु
         जबसक अप्रल- सितंबर 2020 में 601 कोच बनाए गए।                     हम ्कन्या िे ्ूसर सबस        दे
                  ै

                                                                                          ¤
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                                                                            बडे मलोबाइ् कनमा्थता
                                                                                 33         िरलोड मलोबाइ्
                                    रै
        होता हरै तो दननरा कली तट्वलीर बदल जातली ह। नजंदगली और मौत कली लड़ाई                  बनाए अब ति
                 यु
        लड़ रहली दननरा में आज भारत कली दवाइरां एक नई आशा लेकर पहंचतली
               यु
                                                     यु
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                                                     रै
        हैं। इन कदमों से दननरा भर में भारत कली भूरर-भूरर प्रशंसा होतली ह, तो   मलोबाइ् कनमा्थण िे माम्दे में अब भारत
                                                                                 दे
                                                                     ्कन्या में ्ूसर नंबर पर है। 2014 ति भारत में
                                                                       ु
        हर भारतलीर गवया करता ह। दननरा को नवशवास होने लगा ह नक भारत   6 िरलोड मलोबाइ् फलोन बनाए गए रदे। वत्थमान
                          रै
                            यु
                                                 रै
        बहत अचछा कर सकता हरै, मानव जानत के कलराण के नलए बहत कुछ      में ्यह संख्या 33 िरलोड है।
           यु
                                                   यु
        अचछा दे सकता ह। सवाल रह हरै नक आनखर कैसे? इस सवाल का भली
                     रै
                                                                         ्थ
        उत्तर हरै- 130 करोड़ देशवानसरों का 'आतमननभयार भारत' का संकलप।”  n  वर 2014 में जहां भारत में िेव् 2 मलोबाइ्
                                                                                  ू
                                                                           दे
                                                     रै
           आतमननभयार भारत परैकेज के तहत 20.97 लाख करोड़ का पकेज        बनान वा्ी ्यकन्ट रीं, वहीं अब  ्देश में 300
                                                                                   दे
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                                         रै
        महज एक धन रानश नहीं थली, बस्लक एक रोड मप था, नजस पर भारत      मलोबाइ् बनान वा्ी ्यकन्ट िाम िर रही हैं।
        चल पड़ा हरै और तरोहार के इस मौसम में इसकली झलक नदखने लगली हरै।   n  भारत न वर 2019-20 में 3 अरब िॉ्र िे
                                                                             दे
                                                                                ्थ
        उस परैकेज का लक्र खास तौर से कुटलीर उद्ोग, गृह उद्ोग, लघ-मंझोल  े  मलोबाइ् कन्या्थत किए। वर 2025 ति इस  दे
                                                  यु
                                                                                            ्थ
        उद्ोग रानली एमएसएमई पर था जो करोड़ों लोगों कली आजलीनवका का     100 अरब िॉ्र पहुंचान िा ्क््य।
                                                                                           दे
        साधन भली ह और भारतलीर अथयावरवट्था कली रलीढ़ भली। रह आनथयाक पकेज
                रै
                                                     रै
                                                                    n  पदेट्रलोगॉन, ्ावा, किकसॉन और सैमसंग जैसी
        देश के उन श्नमकों, नकसानों को धरान में रखकर बनारा गरा था, जो   j  ¨  �  ´ ¤ £ > ¡¨  ´¤ « £ J > ´ £> ¬ ° �¯ § ¤ �  ®
                                                                           °
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                                                                                    �
                                                                      िंपकन्यां अग्दे 5 सा् में भारत में िरीब
                                                                     ° ® ¤ �  } «    ª  ¤ > > ´  ¬ ° �  > ¢    ­  ¯ ¨  ¬ « > § ¤ �  ¤
                                                                                        >
        हर मौसम में देशवानसरों के नलए नदन रात पररश्म करता ह। भारत के   A ´  ¬ ° �  §    ® § ¯    ¦  > A ´ दे  ¬ ° �  §    ® § ¯    ¦  > A ´  ¬ ° �  §    ® § ¯    ¦
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                                                                     t ¤ ² 11.5 ्ाख िरलोड रुप्यदे िा कनवश िरेंगी।
                                                                             ¬
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                        यु
        आनथयाक साम्थरया को बलंदली देने के नलए संकस्लपत उद्ोग जगत को जो   ¨  > _ © © > O N >
                                                                                                    दे
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                                                                                     _ l
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                            रै
        राह नमलली, उसली का नतलीजा ह नक भारत में ननवेश बढ़ रहा ह।       संभावना है।
                                                 रै
        लोकल िे गलोबल होता सवदेशी उतपाद
                                                                          ´ ¬ ° � ª ¤ § ¤ �  ¤

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                                            रै
        भारत संकट को नकस तरह से अवसर में बदलता ह, इसका उदाहरण
        कोरोना काल में दननरा के 150 से जरादा देशों को दवाई उपलबध
                      यु
        कराने के अलावा पलीपलीई नकट, एन-95 माट्क का उतपादन हरै। जहा  ं
        भारत पहले नकट और माट्क नहीं के बराबर बनाता था, अब वह दननरा
                                                    यु
        का दूसरा बड़ा ननरायातक देश इस कोरोना काल में अपनली क्षमता स  े
        बन गरा हरै। रिाजलील के राष्रिपनत जरैर बोलसनारो ने तो खयुलकर भारत
        कली तारलीफ में नलखा, “कोरोना वाररस कली महामारली के समर में नजस   देश में करोड़ों लोगों को रोजगार देने वाले कु्ीर
        तरह पलीएम मोदली ने रिाजलील कली मदद कली हरै, वह नबलकुल वरैसा हली हरै   उद्ोग, गृह उद्ोग और लघु-मंझोले उद्ोगों पर
        जसा रामारण में हनमान जली ने राम के भाई लक्मण कली जान बचान  े  िरकार ने सवशेर धयान सदया तो दूिरे देशों िे आने
          रै
                       यु
        के नलए संजलीवनली लाकर नकरा था।” इतना हली नहीं, अमेररकली राष्रिपनत   वाले सनवेशकों का बेहतर माहौल देने के सलए प्रोजेक्
        डोनालड रिंप ने भली  ‘हाइड्ॉकसलीकलोरोकवलीन’ दवा के नलए पलीएम मोदली   डेवलपमें् िेल जैिी शुरुआत भी की।
        को महान बतारा। इस दवाई के ननरायात पर भारत ने रोक लगाई थली,
          20   न्यू इंडिया समाचार
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