Page 7 - NIS Hindi November 1-15
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िमाचार
                                                                                         िार






           अद्भूत होगा नया पमबन हरिज

           रामेशवरम तक पहुंच आसान












                                                          ट्ाइबस इंहिया: अब आहदवासी कला से

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               रमों तक दनक्षण भारत कली मयुखर भनम को पमबन आईलैंड स  े
           वजोड़ने का काम करने वाले पमबन नरिज कली जगह अब नरा   जुड़े उतपाद भी ई-माककेट में हमलेंगे
           नरिज लेगा। आधननक तकनलीक से लस इस नरिज के ननमायाण का   नदवानसरों  कली  आर  बढ़ाने  और  उनकली  समनद्  को  सननस्शचत
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                                                                                                       यु
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           कार फाट्ट रिक मोड पर चल रहा हरै, नजसे नदसंबर 2021 तक पूरा   आ करने  कली  नदशा  में  केंद्र  सरकार  नई  पहल  लेकर  आई  ह।
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                                                                                                            रै
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           करने का लक्र ह। करलीब 280 करोड़ कली लागत से बन रहा रह   महामारली  के  इस  दौर  में  इस  समाज  पर  असर  नहीं  पड़े,  इसके  नलए
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           नरिज पराने पल कली जगह लेगा जो 100 वर से भली जरादा पराना ह।   रिाइफेड  के  सहरोग  से  गांधली  जरंतली  के  मौके  पर  ई-माकट  पलस
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                                                                                                           े
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                                  रै
           नरा नरिज इसके समानांतर बन रहा ह। इस नरिज के बनने से रेल
                                                                                                       रै
           कनस्कटनवटली आसान होगली। साथ हली, 2.07 नकलोमलीटर लंबे इस   (www.market.tribesindia.com) शयुरू नकरा गरा ह। इस पर
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                                                                 यु
           नरिज को एक खास तकनलीक से बनारा जा रहा ह, नजसमें उसका   भारत के हनर और हट्तनशलप कला से जयुड़े उतपाद होंगे। वनवानसरों के
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                                                                                              यु
                                                                   यु
           एक नहट्सा नलफट कली तरह बलीच से ऊपर उि जाएगा और समयुद्रली   वन उतपाद जड़ेंगे और जनजानतरों कली हट्तकलाएं जड़ेंगली। इस देश में जो
           जहाजों के आने-जाने के नलए एक राट्ता बन जाएगा। इस नरिज के   भली बनेगा, वो अब इस बाजार में उपलबध होगा। इसमें ट्वरं सहारता समूह
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           बनने से रामेशवरम क्षत्र कली परटन क्षमता बढ़ेगली करोंनक रामेशवरम   भली जोड़े जाएंगे। इसमें 5 लाख जनजातलीर उतपादकों को शानमल करना ह।
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                                                                                                            रै
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           मनदर, धनयुरकोडली और रामेशवरम जरोनतनलिंग के दशयान के नलए   भारत को आतमननभयार बनाने और वोकल फॉर लोकल अनभरान कली नदशा में
           बड़ली संखरा में श्द्ाल हर साल रहां आते हैं।
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                                                                                                            रै
                                                          पहले से हली केंद्र सरकार रिाइबस इनडरा नाम से देश भर में ट्टोर खोल रहली ह।
                                                                                ं
          भारत के आठ समुद्ी तटों को पहली बार हमला अंतरराष्ट्ीय सममान
                                           रत के नलए रह गौरव का क्षण हरै नक पहलली  नवशव बैंक ने भली भारत के तटवतती इलाकों के प्रबंधन
                                                                        ू
                                      भाबार देश के 8 समयुद्रली तटों को प्रनतस्ष्ित ‘बल  कली तारलीफ करते हयुए अनर देशों के नलए प्ररक बतारा
                                                                                                      े
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                                      फलग अंतरराष्रिलीर ईको लेबल’ से नवाजा गरा ह।  था। अगले 4-5 वरमों में भारत ने 100 अनर सागर
                                                                       रै
                                      पहले प्ररास में ऐसली उपलस्बध करने वाला भारत  तटों को पूरली तरह ट्वचछ बनाने का लक्र रखा हरै।
                                                                                                 रै
                                                                                ं
                                                                                              ू
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                                      दननरा का पहला देश बन गरा हरै। इतना हली नहीं,  प्रधानमत्रली नरेंद्र मोदली ने बल फलग प्रमाणन को एक
                                      एनशरा प्रशांत क्षत्र में भली वह पहला देश बना ह नजसन  शानदार उपलस्बध करार नदरा ह। परायावरण मत्रली
                                                                                                            ं
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                                      महज 2 साल में रह उपलस्बध हानसल कली ह। 1986  प्रकाश जावड़ेकर ने कहा नक प्रधानमत्रली ने खद तटों
                                                                                                    ं
                                                                   रै
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                                      से नदए जा रहा रह परट्कार भारत के इन 8 तटों को  कली सफाई करके जो राट्ता नदखारा था, आज लोग
                                      नमला ह- गजरात का नशवराजपर, दमण एवं दलीव का  उस पर चल पड़े हैं और रह देश के नलए अनभमान
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                                      घोगला, कनायाटक का कासरगोड और पदयुनबद्रली, केरल  का पल हरै। इसके साथ हली भारत दननरा के उन 50
                                                                                           रै
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                                      का कपपड, आंध्र प्रदेश का रुशलीकोंडा, ओनडशा का  देशों में शानमल हो गरा ह, नजनके पास बल फलग दज  जे
                                                                                                         रै
                                      गोलडन और अंडमान ननकोबार का राधानगर तट।  वाले ट्वचछ समयुद्रली तट मौजूद हैं।
                                                                                             न्यू इंडिया समाचार  5
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