Page 8 - NIS Hindi November 1-15
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सपेशल जीवन प्रमाण पत्र
ररपो्टि
पेंशन रें जीवन प्रराणपत्र
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की बाधा डिनजटली कर दूर
मशहूर ्ीवी िाररयल 'ऑसिि-ऑसिि' के मुिद्ीलाल की तरह खुद को सजंदा िासबत करने के सलए अब
आपको बैंक, डाकघर या केंद्रीय पेंशन लेखांकन काया्यलय(पीपीएओ) के चककर का्ने की जरूरत नहीं है। बि
आप समा्टि िोन या कंपयू्र पर जीवन प्रमाण एपलीकेशन में जरूरी जानकारी भरकर घर या कॉमन िसव्यि
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ि्र िे सडसज्ल लाइि िस्टिसिके्(डीएलिी) बनवा व जमा करा िकते हैं। केंद्र िरकार द्ारा 1 नवंबर 2019
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को शुरु की गई इि िसवधा का लाभ 7 अक्टूबर 2020 तक 95 लाख 15 हजार पेंशनभोगी उठा चुके हैं...
ह र साल पेंशन धारकों को नवंंबर में अपने बैंक में लाइफ गई ह। बैंक रा पोट्ट ऑनफस में जलीवन प्रमाणपत्र जमा करने के नलए
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सनट्टनफकेट रा जलीवन प्रमाण पत्र जमा करने कली जरूरत
लगने वालली भलीड़ इस रोजना से करलीब-करलीब खतम हो गई ह।
होतली ह। इससे पेंशन नमलने में नकसली तरह कली बाधा पदा नहीं
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होतली ह। पहले पेंशन धारकों को नफजकलली रानली खद इस सनट्टनफकेट जीवन प्रमाण पत्र योजना का कया है उद्शय
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जलीवन प्रमाण पत्र रोजना में पेंशनभोनगरों के जलीनवत होने कली जांच
को जमा करना पड़ता था। लेनकन, अब रह काम ऑनलाइन नकरा प्रनक्ररा आसान बनाने का प्ररास नकरा गरा ह। रोजना में ऐसे प्रावधान
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जा सकता ह। केंद्र व राजर सरकार के 1 करोड़ सरकारली पेंशनधारररों नकए गए हैं नक पेंशन पाने के नलए पेंशनभोगली वरस्कत को सरकारली
के अलावा ईपलीएफओ कमयाचार पेंशन रोजना(ईपलीएस) के पेंशनभोगली कारायालरों के चककर न काटने पड़ें। पेंशनभोनगरों के बारोमेनरिक
भली इस नडनजटल जलीवन प्रमाण पत्र का फारदा ले सकते हैं। उमंग प्रमाणलीकरण में आधार नंबर का इट्तेमाल करके प्रमाणलीकरण के बाद
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एप से जलीवन प्रमाण पत्र बनाने कली सयुनवधा भली दली गई ह। कमयाचारली तरैरार रे जलीवन प्रमाण-पत्र कोर में जमा हो जाता ह। जहां से पेशन
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भनवष्र नननध संगिन ने तो उमंग एप से नडनजटल जलीवन प्रमाण पत्र खातों में पहंचाने वालली एजेंसली प्रमाण-पत्र ऑनलाइन देख सकतली ह। रै
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जमा कराने कली सयुनवधा एक साल कली वधता के साथ दली ह। सरकार कया है सडसज्ल लाइि िस्टिसिके्?
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ने 80 साल के ऊपर कली आरयु के पेंशनधारररों के नलए घर जाकर पेंशनधारररों कली मयुस्शकलें आसान करने के नलए प्रधानमंत्रली नरेंद्र मोदली
जलीवन प्रमाण पत्र तरैरार नकए जाने के अलावा अट्पताल के आईसलीरू ने 10 नवंबर 2014 को जलीवन प्रमाण एपललीकेशन लांच नकरा। इसमें
में भली बनाए जाने के नवकलप शानमल नकए गए हैं। रे सयुनवधा जलीवन जलीवन प्रमाण पत्र को आधार से जोड़ा गरा। इसे जलीवन प्रमाण 2.0 में
प्रमाण 2.0 में जोड़ली गई ह। पहले इसे आधार केंद्र से नलंक नकरा गरा आसान नकरा गरा। अब पेंशनधारली वरस्कत को बैंक रा डाकघर जाने
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था। 2014 से 7 अकटूबर, 2020 तक करलीब 3.58 करोड़ नडनजटल कली जरूरत नहीं होतली बस्लक घर रा कॉमन सनवयास सेंटर में आधार-
जलीवन प्रमाण पत्र जमा कराए जा चके हैं। वहीं 1 नवंबर, 2019 से 7 बारोमेनरिक से प्रमाणलीकरण हो जाता ह। हर साल नवंबर में जलीवन
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अकटूबर 2020 तक 95.15 लाख पेंशनभोगली अपना नडनजटल जलीवन प्रमाणपत्र के नलए चककर काटने कली जरूरत भली खतम हो गई।
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प्रमाण पत्र जमा करवा चके हैं। कया है प्रसरिया
केंद्र सरकार ने नपछले साल से 80 वर रा उससे अनधक आरयु के पेंशनधारली वरस्कत के आधार नंबर को ई-मेल से जोड़ा जाता हरै।
या
पेंशनभोनगरों को एक महलीने पहले 1 अकटूबर से हली जलीवन प्रमाणपत्र ई-मेल पर आने वाले नलंक से ऑथेंनटनफकेशन ट्टेटमेंट भेजना
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जमा कराने कली छूट दली ह तानक उनहें नवंबर महलीने कली भलीड़ से बचारा होता ह, नजससे नबना आधार केंद्र पर गए पेंशन पाने वाले वरस्कत
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जा सके। कोरोना के कारण इस साल सभली पेंशनभोनगरों को 1 नवंबर का सतरापन हो जाता ह। प्रमाणन के बाद आधार एप के जररए
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से 31 नदसंबर, 2020 तक जलीवन प्रमाणपत्र जमा कराने कली छूट दली ईमेल पर नमलली जानकारली रररल टाइम पर तारलीख, समर और
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