Page 8 - NIS Hindi 2021 November 16-31
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वयलकततव     जयोहतराव गोहवंदराव फुले


                                                         कुप्रथाओंकी जंजीर
                                                         कुप्रथाओंकी                          जंजीर



                                                         तोड़ मनिलाओं-वंनितों
                                                         तोड़ म
                                                                          न
                                                                                                        ितों
                                                                                                      न
                                                                            िलाओं-वं
                                                          को मुख्यधारा में लाए
                                                          को मुख्यधारा में लाए



                                                                    एक इंसान द्ारा दूसरे इंसान के साथ िुलामों की तरह
                                                                     व्वहार करना सभ्ता के सबसे शमजानाक अध्ा्ों
                                                                   में से एक है तो अफसोस इस बात पर भी होना चागहए
                                                                  गकए ्ह शमजानाक अध्ा् दुगन्ाभर की लिभि सभी
                                                                     सभ्ताओं के इगतहास में दजजा है। लेगकन ज्ोगतराव
                                                                 िोगवंदराव फुले, गजनहोंने न गसफ्फ छुआछूत, बाल गववाह
                                                                 जैसी कुप्रथाओं के गवरोध में आवाज उठाई बक्क भारत
                                                                      में मगहला गशक्ा के जनक के रूप में भी जाने िए…...



                                          जनम: 11 अप्रैल 1827| मृतयु: 28 नवंबर 1890
             बा        त आज से किलीब 150 साल पयुिानली है। नरिनटश िाजकुमाि



                       औि महािानली नवकटोरिरा के पौत्र के ट्वागत में पयुरे में
                       एक कारक्रम का आरोजन नकरा गरा। तमाम बड़े
                              या
                                            या
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                       औि धनाढ्य लोग, इस कारक्रम में पहंचे। सजधज
              कि, हलीिे-जवाहिातों से लदे लोग वैभव औि संपदा के प्रदशयान में   महान समाजसेवी, गवचारक,
                                                           या
              सभली एक-दूसिे को पलीछे छोड़ने को जैसे आतयुि थे। इसली कारक्रम   दाशजागनक एवं लेखक महातमा
                                            यु
              में एक शखस नकसानों कली वेशभूषा में पहंचा। सबके सामने अपन  े
              संबोधन में उसने नरिनटश िाजकुमाि से कहा-“धन-धानर औि हलीिे-  ज्ोगतबा फुले को कोगर-
              मोतली से जड़े हए कपड़े पहनने वाले लोग हमािे देश का प्रनतनननधतव   कोगर नमन। वे जीवनप्ांत
                        यु
              नहीं किते करोंनक उनके जलीवन में पैसों का महतव िोटली से जरादा   मगहलाओं की गशक्ा और उनके
              होता है। अगि आप औि महािानली वाकई भाितलीर प्रजा कली स्ट्थनत
              जानना चाहते हैं तो आसपास के उन गांवों-शहिों का दौिा करिए   सश्तीकरण के गलए प्रगतबधि

              जहां वे लोग िहते हैं, नजनको अछूत समझा जाता है, नजनके हाथ   रहे। समाज सुधार के प्रगत उनकी
              का पानली पलीने, खाना खाने, नजसके साथ खड़े होने पि लोग खयुद को
                                  े
                                                    े
              अपनवत्र मानने लगते हैं। मिा आपसे आग्ह है नक मिा रह संदेश   गनष्ठा आने वाली पीगढ़्ों को
              आप महािानली नवकटोरिरा तक पहंचा दें औि गिलीब लोगों को उनचत   प्रेररत करती रहेिी।
                                      यु
                    यु
                                        ें
              नशक्ा महरा किाने का बंदोबट्त कि।”
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                ट्वागत समािोह में मौजूद सभली लोग अवाक िह गए। वैभवभिली   – नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्ी
              उस चकाचौंध के बलीच अपने शबदों से सन्नाटा खींचने वाले उन
              शखस का नाम था, जरोनतिाव गोनवंद िाव फुले। वहली जरोनतबा,
                                    े
                           ं
              नजनहोंने ्ठाना तो वनचतों औि बनटरों के हक के नलए नरिनटश शासन

               6  न्यू इडिया समाचार | 16-30 नवंबर 2021
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