Page 34 - NIS Hindi August 01-15
P. 34

आिरण कथा




                                                              मेरा गांि, मेरी धरोहर

                                                                      े
                                                               े
                                                              मिा गांव, मिी ्धिोहि(एमजीएमडी) वासतव में 'िेशिि लमशि ऑि
                                                                                                        े
                                                                      ै
                                                              कलचिि मलपंग (एिएमसीएम)' का एक लहससा है। इसका उद्शर्
                                                              देश भि में सांसकृलतक संपलति औि संसा्धिरों की तिाश किके उस  े
                                                              रिकॉड्ट कििा है। इसमें 6.5 िाख गांवरों को कवि किके र्ह पहि
                                                              भाितीर् सांसकृलतक तकिीकरों/पिंपिाओं को सिलक्त कििे औि
                                                                                             ं
                                                                                                      ं
                                                              बढ़ावा दिे में मदद किेगी। स्ािीर् किाकािरों औि उिके सिलक्त
                                                                    े
                                                                                                      े
                                                              कौशि औि लविासत की िक्ा किेगी। इसका ममूि िक्र् प्रतर्क
                                                                                   ं
                                                              चर्लित गांव के लिए 'आभासी सग्हािर्' बिािा है।
                                                              वडवि्ि जयोवत से करीब 27

           आतमरनभ्षर भारत  का िक्् होगा पूरा                  िाि िोगों िे दी श्धिांिवि
           जब भाित आजादी का सवलण्यम वि्य र्ािी 100वां वि्य मिाएगा तब
           आतमलिभ्यि भाित का िक्र् पमूिा हो, इस पि अटि औि अलडग होकि   असंखर् सवतंत्ता सेिालिर्रों के बलिदाि से हमें सवतंत्ता लमिी
                                                              लजनहरोंिे हमािे भलवष्र् लिमा्यण के लिए अपिा वत्यमाि दांव पि िगा
           काम कििा होगा। जब भाित एक बाि लफि आतमलिभ्यि बिेगा तो वह   लदर्ा। आजादी के अमृत महोतसव के दौिाि कृतज् िाष्ट्र उिके
           लवशव को िई लदशा भी लदखाएगा। भाित की उपिशब्धर्ां लसफ्फ हमािी   साहस औि बलिदाि को िमि किता है। इसके लिए लडलजटि
           िहीं है बशलक पमूिी दुलिर्ा, पमूिी मािवता के लिए उममीद जगािे वािी है,   जर्ोलत से श्धिांजलि देिे की वर्वस्ा की गई लजसके लिए अपिी
           आतमलिभ्यिता से ओतप्रोत हमािी लवकास र्ात्ा पमूिी दुलिर्ा की लवकास   फोटो, लवविण औि संदेश के सा् श्धिांजलि दी जा सकती है। र्ह
           र्ात्ा को गलत देिे वािी है।                        लडलजटि जर्ोलत सेंट्रि पाक्फ, किॉट पिेस में प्रज्वलित होती है।
                                                              इस माधर्म से किीब 27 िाख िोगरों िे श्धिांजलि दी है।
           ऊजा्ष में आतमरनभ्षर होगा भारत

           आजादी के 100 वि्य पमूिे होिे तक भाित ऊजा्य के क्ेत् में आतमलिभ्यि
           बिेगा, इसके िोड मैप पि तेजी से काम चि िहा है। इिेशकट्रक वाहिरों   सबसे जयादा राष्ट्र घिि फहरािे
           की संखर्ा बढ़ािा, गैस आ्धारित अ््यवर्वस्ा, देशभि में सीएिजी औि   का ररकॉडटि वगिीि बुक में शावमि
                          े
           पीएिजी का िेटवक्फ, पट्रोि में 20 फीसदी ए्िॉि लमश्ण लि्धा्यरित िक्र्
                                        े
           से पहिे हालसि कििा, ििवे के शत प्रलतशत लवद्ुतीकिण के सा् 2030   23 अप्रैि, 2022 को आजादी के अमृत महोतसव के तहत लबहाि के
                           े
                                                                                                        ्य
                                                                                        ं
                                                                           ु
                                                                     ु
           तक िेट जीिो काब्यि उतसज्यक बििे का िक्र् उसी कड़ी का लहससा है।   जगदीशपि शस्त दिौि मैदाि में वीि कुवि लसंह लवजर्ोतसव कार्क्म
           भाित िे िवीकिणीर् ऊजा्य में 450 गीगावाट का िक्र् िखा है लजसमें 100   में 78 हजाि 220 िाष्ट्रीर् धवज र्ािी लतिंगा एक सा् फहिाकि भाित
           गीगावाट का िक्र् समर् से पहिे हालसि कि लिर्ा है। एक सि, एक   िे लगिीज बुक ऑफ वलड्ट रिकॉड्ट में अपिा िाम दज्य किार्ा है। इसस  े
                                        ं
           लग्ड के लवजि के सा् अंतिा्यष्ट्रीर् सौि गठब्धि में भाित अगुवा देश   लपछिा रिकॉड्ट पालकसताि के िाम दज्य ्ा जो 2004 में एक सा् 56
           है। इसी तिह ग्ीि हाइड्ोजि िेशिि लमशि की ि लसफ्फ घोिणा की गई   हजाि पालकसतािी झंडे फहिाकि बिार्ा गर्ा ्ा।
           बशलक उस लदशा में काम शुरू कि लदर्ा गर्ा है।
        हि गांव खुले में शौच से मुकत है, हि गांव तक नबजलली पहुंच चुकली   बनाना है। एक ऐसा भाित- नजसमें गिलीब, नकसान, मजदूि, नप्ड़ा,
        है, लगभग हि गांव सड़क मागया से जुड़ चुका है, 99 प्रनतशत से     आनदवासली सबके नलए समान अवसि हों। नप्ले आ्ठ सालों में देश

        अनधक घिों में िसोई में पकाने के नलए ट्वच् ईंधन है, हि परिवाि   ने इसली संकलप को पूिा किने के नलए नलीनतरां भली बनाईं, औि पूिली
                                                                                   ्र
        बैंनकंग वरवट्था से जुड़ा हुआ है, हि गिलीब को पांच लाख रुपरे तक   ननष्ठा से काम भली नकरा है। अमत काल में भाित कली सोच समावेशली
        मुफत इलाज कली सुनवधा उपलबध है।                      है औि किोिों लोगों कली आकांक्ाओं को पूिा किने में जुटा है। भाित
         अमत काल में नए भाित का लक्र अपने ट्वाधलीनता सेनाननरों   आज अभूतपूवया संभावनाओं से भिा है। एक मजबूत-स्ट्थि-ननणायारक
            ्र
      के सपनों को पूिा किना है। नए भाित को उनके सपनों का भाित   सिकाि के नेततव में नए सपने भली देख िहा है, नए संकलप भली ले िहा
                                                                       ्र




          32  न्यू इंडि्ा समाचार   1-15 अगस्त 2022
   29   30   31   32   33   34   35   36   37   38   39