Page 20 - Hindi NIS 1-15 January 2022
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आवरण कथा नए भारत का ्संकलप
आ जादली का अमृत महोतसव ऊराजा के क्त्र िें
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आतितनभजारिा
मना िहे भाित कली नवकास
रात्रा में रे उपलस्बधरां
केवल एक पड़ाव मात्र है,
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पूरता नहीं। वषया 2014 से अब तक कली रात्रा अब प्रधानित्री नरेंद्र िोदी को 2018 िें संयुकि राष्ट्र िहासतिव ने चैंजपयन ऑफ
या
अथ्श से समिातनि तकया है रो इस नए ऊराजा स्ोि के दोहन िें भारि के बढ़िे
जा
अमृत काल कली मजबूत नींव बन िहली है तो भनवषर आदरवादी नेिृतव की एक पहिान है। भारि की प्रगति के तलए, आतितनभजार भारि
े
का भाित अपनली उच्च आकांक्ाओं को पूिा किने को बनाने के तलए भारि का ऊराजा के क्त्र िें आतितनभजार होना सिय की िांग है।
संकलपबद् है। अपने रहां कहा ररा है- ‘उतसवेन
नबना रट्मात् ट्थिापनम् ननषफलम् भवेत्' अथिायात, अमृत ्वर णि गैर जीवाशम स्ोतों से ऊजा्ष उत्पादन में भारत ने
कोई भली प्ररास, कोई भली संकलप नबना उतसव के 40 फीसदी का लक्य हानसल नकया है।
सफल नहीं होता। संकलप चाहे नए साल का हो रा लाख करोड़ रु्पया से प्रनतशत आयात करता
नफि अमृत काल में भाित को नवशव रयुरु बनाने का, 12 भी अनिक सालाना खच्ष 85 है। भारत अ्पनी कुल
करता है भारत एनजजी
्पेट्ोनलयम और दसरी ऊजा्ष
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जब वह उतसव कली शकल लेता है तो उसमें लाखों- आयात के नलए। जरूरतों का करीब।
किोड़ों के संकलप औि ऊजाया उसे साकाि किने में n प्रािकृसति गैि िे मामले में आधी जरूरतें सवदेि िे होने वाली आपूसत्ज िे
जट जातली है। इसे साकाि किने में भाित कली सबसे होती है। 16% िे असधि वैसशवि आबादी िे िाथि, हम वत्जमान में दरुसनया िी
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बड़ली शस्कत रयुवाओं कली है। भाित दननरा का सबसे प्राथिसमि ऊजा्ज िा िेवल 6% उपयोग िर रहे हैं। 05% िाब्जन उतिज्जन
अनधक रयुवा देश है, जहां औसत आरयु 29 वषया है भारत िा है। जबसि दरुसनया िी आबादी में 17 रीिदी सह्िेदारी।
औि रहली रयुवा शस्कत भाित को सशकत बनाने कली
सबसे बड़ली ताकत है। रयुवाओं के प्रेिरास्ोत ट्वामली
नववेकानंद जली जब भाित के भनवषर कली बात किते
थिे, तो अपनली आंखों के सामने मां भाितली कली भवरता
का दशयान किते थिे औि कहते थिे- जहां तक हो सके,
अतलीत कली ओि देखो। पलीछे जो नचि नूतन झिना बह
िहा है, आकं्ठ उसका जल नपरो, नफि आरे बढ़ो
औि भाित को पहले से भली कहीं जरादा उज्वल, स्वर्णिम काल
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महान, श्ष्ठ बनाओ। n ऊजा्ज िरुरक्ा िे सलए हमारी खोज उपलबधता, पहि,
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आजाद भाित में पैदा हए प्रधानमंत्रली निेंद्र मोदली िाम्थय्ज और ्वीिाय्जता िे ढांिे िे तहत िाम िरेगी, जो
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ने ट्वामली नववेकानंद के नवचािों को आतमसात कि ि्ती िीमत पर िभी वगगों और क्त्ों िे सलए ऊजा्ज िरुलभ बनाना है।
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भाित को एक नई नदशा देने का बलीड़ा उ्ठारा तो
उनका संदेश भली ट्पषट थिा- अब देश धलीमली ि्ताि से n गैि आधाररत अथि्जवयव्थिा, िीएनजी, पीएनजी िा नेटवि्फ, 20 प्रसतित
चल नहीं सकता, टूटा-फूटा, आधा-अधूिा नहीं चल इथिेनॉल समश्रि, इलेसकट्ि वाहनों िो बढ़ावा और 2030 ति रेलवे िो नेट
सकता। छोटा-छोटा काम किके पूिा नहीं हो पाएरा, जीरो िाब्जन उतिज्जन वाला िेकटर बनाने िा लक्य है।
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बस्लक जो भली किना होरा वो बड़ा हली किना पड़ेरा। n 2023 ति भारतीय रेल मागगों िे 100 प्रसतित सवद्तीिरि िरने िा लक्य है।
इसली सोच ने भाित के सामानर मानव का मन बदला n भारत 2022 ति 175 गीगावॉट नवीिरिीय क्मता िा सनमा्जि िरिे और
है औि उसकली वजह से देश आज संकलप भली लेता 2030 ति 450 गीगावॉट ति ऊजा्ज िरुरक्ा िे सलए अपनी अटूट प्रसतबद्ता
है औि नसनद् भली हानसल कि िहा है। अब प्रधानमंत्रली िा अनरुिरि िर रहा है। इिमें िे 100 गीगावाट िे लक्य िो भारत ने तय
निेंद्र मोदली ने िाषरि को वैभवशालली बनाने कली संकलप िमय िे पहले हासिल िर सलया है।
रात्रा शयुर कली है, नजसे अमृत काल नाम नदरा है।
18 न्यू इडिया समाचार | 1-15 जनवरी 2022
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