Page 2 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
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सुरक्षित भोजन
बेहतर स्ास्थ्
जीवन की मूलभूत आवश्यकताओ ं में
मनुष्य क ललए सबसे महत्वपूर्ण सुरलषित
े
भोजन ह। ववश्व स्ास्थ् संगठन की ररपोर ्ण
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बताती ह वक दुलनया में दूवित भोजन की
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वजह से सालाना 4.2 लाख लोगों की
मौत और हर 10वां व्यक्ति बीमार होता
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ह। खाद्य अपव्यय सूचकांक ररपोर 2021
्ण
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क अनुसार भारत में प्रतत व्यक्ति 50
वकलोग्ाम घरेलू खाद्य पदार्थों की वाविषिक
ै
बबा्णदी होती ह। खाद्य पदार्थों की बबा्णदी ना
हो इसललए आइए 7 जून को मनाए जाने
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वाल ववश्व खाद्य सुरषिा ददवस पर इस बार ल ें
जरूरतमंदों तक सुरलषित भोजन पहचाने
ं
का संकल्प...
दश का पहला खाद्य सुरषिा संग्हालय भारतीय खाद्य सुरषिा एवं मानक प्रातिकरर
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दश का पहला खाद्य सुरक्ा संग्रहालय (एफएसएसएआई ) ने खाद्य सुरषिा एवं मानक
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तमिलनाडु क तंजावुर शहर िें बना ह जो भारत
(अतिशेि खाद्य प्राप्ति एवं ववतरर), 2019
की खाद्य सुरक्ा की पूरी कहानी 'शशप ट ू िाउथ'
अतिसूतचत वकया और बचे हए खाद्य पदार्थों को
(आयात पर मनभ्भरता) अस्तित्व से लकर सबसे
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जरूरतमंद तक सुरलषित पहचाने क ललए ‘सेव
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बड खाद्यान्न मनया्भतक दशों िें से एक बनने
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फड-शेयर फड’ पहल शुरु की ह। ै
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तक की कहानी को दशा्भता ह।
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भारत सरकार की पहल पर संयुकत राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय पोरक अनाज वर्ष घोषरत षकया है। भारतीय कृषर अनुसंधान परररद
ने चावल, गेहूं, मकका, बाजरा, मसूर, मूंगफली, अलसी, सरसों और सोयाबीन की 79 बायोफोष्टिफाइड षकसमें षवकषसत की हैं। फूलगोभी,
आलू, शकरकंद, रतालू और अनार की 8 बायोफोष्टिफाइड षकसमों को षकसानों के बीच लोकषरिय बनाया जा रहा है। रिाकृषतक खेती, नैनो
यूररया को बढ़ावा और षमट् ्ी के पोरक ततवों की जानकारी के षलए मृदा सवास्थय काडटि जैसी कई अहम पहल केंद्र सरकार ने की हैं।