Page 7 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
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समाचार-सार
लोकल के हलए वोकल िुआ दयेि दुहन्ा की फाममेसी भारत
एक लाख करोड़ रुप्े 8 वर्ष में 103 फीसदी बढ़ा
के पार पहुंचा खादी और
रिामोद्ोग का कारोबार भारत का फामा्ष नन्ा्षत
कोनवि काल में दननरा के 120 से जरादा देशों को हाईड्ोकसलीकलोिोकवलीन
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‘वोकल फॉर लोकल’ और गांधी जयंती से लेकर ‘मन समेत कई दवाइरां औि मेनिकल उपकिण उपलबध किाने वाला भाित
की बात’ काय्यक्रम तक प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी को सवदेशी अब दननरा कली फाममेसली के रूप में ट्थानपत हो िहा है। नपछले 8 वषथों के
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और खादी के ललए अपील करते हुए आपने कई बार
सुना होगा। उनकी इस अपील को लोगों ने हाथों-हाथ दौिान भाित के ड्गस एवं फामाया उतपाद के ननरायात में 103 प्रनतशत कली
ललया है। इसी का असर है लक लवत्त वर 2021-22 में आकषयाक वृनधि दि अनजयात कली गई है। ड्गस एवं फामाया उतपाद के ननरायात
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खादी की लबक्री 1 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई है। वषया 2013-14 में 90,414 किोड़ रुपरे के थे, जो 2021-22 में बढ़कि
खादी और ग्ामोद्ोग आयोग (केवीआईसी) के अधयक्ष 1.83 लाख किोड़ रुपरे तक पहंच गए हैं। भाित में औषनध ननमायाण के
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लवनय कुमार सकसेना के अनुसार यह पहली बार है नलए 10,500 से अनधक औद्ोनगक केंद्रों का मजबूत नेटवक्क है तथा
जबलक देश की लकसी फास्ट मूलवंग कंजयूमर गुडस 3,000 से अनधक फामाया कमपननरां भाित में औषनधरों का ननमायाण कि
(एफएमसीजी) कंपनी ने एक लवत्त वर में यह आंकड़ा िहली हैं। वहीं, फामायाट्रनटकल औि दवाओं के कच् माल के ननमायाण में
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पार लकया है। बता दें लक छो्टे सतर पर ग्ाहकों द्ारा
रोजमरा्य के उपयोग में आने वाले सामान एफएमसीजी पलीएलआई जैसली रोजनाओं ने इसे औि सहािा नदरा है। भाित मात्रा के
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के दायरे में आते हैं। नहसाब से दननरा भि में तलीसिे तथा मूलर के नलहाज से नवशव में 14वें
1,15,415.22 5052 ट्थान पि है।
भहवष्् के भारत की तै्ारी
करोड रु. रिा कुल व्ापार करोड रुप्ये के
191% खादी नई ्ुवा नीनत का ड्रॉफट
की बढ़ोतरी िुई िै 2014 पररधान की तै्ार, 13 जून तक दें सुझाव
हबक्ी िुई
स माच्भ 2022 तक 2021-22 में।
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केवीआईसी के व्ापार में। ्ि हपछल वर््भ भाित दननरा कली सबसे जरादा रवा आबादली वाला देश है। जरूित है तो इन
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332% की बढ़ोतरी िुई िै रवा सपनों को मनजल तक पहंचाने वाले मंच कली। इसली नदशा में 33 साल
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2014 स माच्भ 2022 तक स 43.20% बाद नई िाषरिलीर नशक्ा नलीनत जािली कली गई तो अब िाषरिलीर रवा नलीनत कली बािली
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खादी की हबक्ी में। ज्ादा िै।
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है। रवा कारक्रम एवं खेल मत्रालर ने इसका मसौदा तराि कि नलरा है।
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अब मयेि इन वाराणसी पशमीना भी मसौदे में रवा नवकास के नलए 10 वषषीर नवजन कली परिकलपना कली गई है,
पूरी दलनया में अपनी साड़ी और गुलाबी मीनाकारी समेत नजसे भाित वषया 2030 तक हानसल किना चाहता है। रह सतत नवकास े
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लक्रों (एसिलीजली) के साथ जयुड़ा हआ है औि इसमें ‘भाित को आगे बढ़न
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दूसरे हुनर के ललए मशहूर वाराणसी अब अपनी पशमीना
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के ललए भी जाना जाएगा। देश में पहली बार वाराणसी में के नलए रवाओं कली क्मता को अनलाॅक किने’ का प्रावधान नकरा गरा
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न केवल पशमीना उतपादों की बुनाई और कढाई की गई, है। इस िाषरिलीर रवा नलीनत का उद्शर पांच प्राथनमकता वाले क्ेत्रों नशक्ा,
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बल्क यहां बने पशमीना उतपादों की लबक्री भी शुरू हुई। अभी िोजगाि औि उद्नमता; रवा नेतृतव औि नवकास; ट्वाट््थर, नफटनेस औि
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तक पशमीना उतपाद केवल जमम-कशमीर और लद्ाख में खेल औि सामानजक नरार में रवाओं के नवकास के नलए वरापक काियावाई
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ही बनते थे और यहीं से इनकी पहचान थी। वाराणसी में बनी किना है। इनमें हि एक क्त्र वनचत वगथों के नहतों को धरान में िखते हयुए
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पहली पशमीना शॉल प्रधानमंत्ी नरेंद्र मोदी को भें्ट की गई। सामानजक समावेश के नसधिात पि आधारित है। िाषरिलीर रवा नलीनत का पिा
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बता दें लक काशी अपनी बुनकरी के ललए तो लेह लद्ाख मसौदा https://yas.nic.in/ पि उपलबध है। आप 13 जून तक dev.
पशमीना के धागे के ललए जाना जाता है। वाराणसी में पशमीना
शॉल इसी संयोजन के साथ बनाई जा रही हैं। bhardwaj@gov.in रा policy-myas@gov.in पि मसौदे को
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लेकि सझाव दे सकते हैं। n
न्यू इंडि्ा समाचार | 1-15 जयून 2022 5