Page 33 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
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आवरण कथा
                                                                                      तकनीक अाधाररत
                                                                                      हवकास



             हडशजटल इहडया                                   ई शजला शमशन मोड पहरयोजना (एमएमपी)
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                                                                                                  े
                                                            ई जिला एमएमपी का राष्ट्ीय रोलआउ् करने का उद्शय जिला
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            n  जर्जि्ल इंजर्या िारत सरकार का एक महतवपूर काय्षक्म   सतर पर पहरान की र्ई उच्च मात्रा में नार्ररक केंजद्त सेवाओं को
              है। यह मुखय रूप से तीन घ्कों पर आधाररत है, प्रतयेक   इलेकट्ॉजनकली उपलबध कराना है। देश के 709 जिलों में 3916 ई-जिला
              नार्ररक के जलए जर्जि्ल अवसंररना, ई-शासन और    सेवाएं शुरू की िा रुकी हैं।
              सेवाओं की सुजवधा और नार्ररकों का जर्जि्ल सशशकतकरर।

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              • रूपे पेमें् र््वे िारत का पहला गलोबल पेमें् ने्वक्क है।
            n                                               ई-अस्पताल-ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली
                                                                        ं
              70 करोड़ िारतीयों के पास रूपे कार््ट मौिूद है। 4 देशों में रल   इसमें ऑनलाइन पिीकरर प्रराली के साथ-साथ ई-असपताल अनुप्रयोर्ों
              रहा है हमारा रूपे कार््ट। इनमें जसर्ापुर, यूएई, ि्ान, नेपाल   को एनआईसी के राष्ट्ीय कलाउर् पर होस् जकया िाता है। वत्षमान में, 631
                                    ं
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              शाजमल।                                        असपतालों को ई असपताल से िोड़ा र्या है जिसमें 23.38 करोड़ से अजधक
                                                            ट्ांिेकशन हुए हैं। 422 असपतालों ने ऑनलाइन पिीकरर प्रराली को
                                                                                           ं
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            n  • जर्जि्ल इंजर्या िजम अजिलेख आधुजनकीकरर काय्षक्म 1   अपनाया है जिससे 49 लाख से अजधक अपाइ्में् बुक जकए र्ए हैं।
              अप्रैल, 2016 से रलाया िा रहा है। 1,62,71,251 मानजरत्रों में से
              1,11,47,387 मानजरत्रों को जर्जि्लीकृत जकया िा रुका है।  6,   अंतहरषि और ड्ोन सेक्टर
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              11, 178 र्ांवों में िजम अजिलेखों का कंपयू्रीकरर पूरा कर   n  िारत का मर्लयान ऑ्ो से कम जकराये में मर्ल ग्ह तक पहरा।
                                                                                           ं
                                                                                                      ु
                                                                                                      ं
                                                                     ं
              जलया र्या है। यह देश के कुल र्ांवों का 93.10% है।   खुद का नजवर्ेशन स्टेलाइ् जसस्म, एसट्ोस् से लेकर सवदेश में
                                                                                           ै
                                                                     े
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                                                                                                        टे
              • प्रधानमंत्री ग्ामीर जर्जि्ल साक्रता अजियान के िररए 15
            n                                                 बने अंतररक् यान री-यिेबल लॉनर वहीकल-्टेक्ॉलॉिी र्टेमॉनसट््र
                                                                                    े
              मार, 2022 तक 4.81 करोड़ से अजधक उममीदवारों को प्रजशजक्त   (आरएलवी-्ीर्ी) का सफल प्रक्पर इन सफलताओं की कहानी है।
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              और 3.56 करोड़ से अजधक उममीदवारों को प्रमाजरत जकया   n  अंतररक् क्त्र को जनिी िार्ीदारी के जलए खोला र्या है। इसरो वाजरशजयक
                                                                     े
              र्या है।                                        शाखा के बि् आव्न में 38 र्ुना की िारी बढ़ोतरी की र्ई है।
                                                                           ं
            n  • जर्जि्ल र्ांव प्रायोजर्क पररयोिना अक्टूबर, 2018 में शुरू की   n  अंतररक् में जकसी उपग्ह को मार जर्राने की क्मता हाजसल करने वाला
              र्ई। रजनंदा 700 ग्ाम पंरायतों में जर्जि्ल सवास्थय सेवा, जशक्ा   िारत दजनया का रौथा देश बन र्या है। रद्यान 2 जमशन की आजशक
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                                                                   ु
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                                                                                        ं
              सेवा, जवत्ीय सेवाएं, कौशल जवकास और सरकार व नार्ररक   सफलता के बाद रद्यान 3 और र्र्नयान जमशन को मिूरी दी र्ई।
                                                                          ं
                                                                                                  ं
              सेवाएं जर्जि्ल दी िा रही हैं।
              • िारतने् ग्ामीर क्ेत्रों में रिॉर्बैंर् काय्षक्म को र्जत देने की   ड्ोन सेक्टर में आत्मशनभथ्यरता की ओर कदम
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              पहल है। दूरसंरार जविार् की इस पररयोिना में 2.5 लाख   एक अनुमान के मुताजबक िारत में ड्रोन इंर्सट्ी का सालाना
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              ग्ाम पंरायतों और र्ांवों को िोड़ा िाना है। 15 मार 2022 तक   ्न्षओवर करीब 5000 करोड़ रुपये का है। अर्ले 5 वरगों में इसमें
              1,75,827 ग्ाम पंरायतों में रिॉर्बैंर् अवसंररना सेवा के जलए   10 र्ुना की बढ़ोतरी का अनुमान है। इसमें िारत की जहससेदारी
              तैयार की िा रुकी है। 2014 के पहले देश के 100 र्ांवों तक िी   बढ़ाने के जनए केंद् सरकार पीएलआई योिना के िररए अर्ले 3
              इं्रने् कनेशक्जव्ी नहीं थी।                    साल में  120 करोड़ रुपये खर कर रही है।
                                                                                  ्ष
            n  • कृजर उपि के पररवहन के जलए वाहनों को जकराए पर लेने
              के जलए जकसानों, जकसान उतपादक संर्ठनों और वयापाररयों
              की सुजवधा को धयान में रखकर जकसान रथ मोबाइल
              एपलीकेशन शुरू जकया र्या है। 5.84 लाख जकसान, जकसान
              उतपादक संर्ठन, वयापारी और सेवा प्रदाता पंिीकृत हैं रथ
              मोबाइल एपलीकेशन पर।
              • जदसंबर, 2021 की शसथजत के अनुसार 4.46 लाख से अजधक
            n
              कॉमन सजव्षस सें्र हैं, जिनमें 3.48 लाख ग्ाम पंरायत सतर
              पर काम कर रही हैं।
            n  2014 में िारत में करीब 25 करोड़ माेबाइल उपिोकता थे। 2021
              में यह संखया 80 करोड़ को पार कर र्ई। प्रजत िीबी र्टे्ा 2014
              में 268.97 रुपये था। वत्षमान में यह 6.7 रुपये/िीबी है।




                                                                                    न्यू इंडि्ा समाचार |  1-15 जयून 2022  31
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