Page 51 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
P. 51
राष्ट्र जीताे कनेकट 2022
‘आत्मननभ्र भारत’
सवषण्षम भारत के षनमा्षण का संकलप
सवयं के हुनर से सवयं का षवकास करना ही आतमषनभ्षरता का सही मतलब है। आजादी के अमृतकाल में
2047 के सवषण्षम भारत के षनमा्षण की ओर बढ़ते देश का यही रासता और यही संकलप है। आतमषनभ्षरता
की इसी सोच के साथ अब भारत आगे बढ़ रहा है। 6 मई को जीतो कनेक् 2022 सषम् में उदघा्न
भारण देते हुए रिधानमरिी नरेंद्र मोदी ने भी इसका षजक करते हुए कहा, “भारत में संपदा की, वेलथ की
ं
कोई कमी नहीं है। हमें बस अपने षदमाग, अपने संसाधनों को इनके सदुपयोग के षलए लगाना होगा।”
लग-अलग क्ेत्रों में काम
यु
कि िहे रवा वरवसानररों
अ को एक साथ, एक मंच
पि लाने के नलए जैन अंतििाषरिलीर
वरापाि संग्ठन(JITO) विािा ‘जलीतो
कनेकट’ कली शयुरुआत कली गई है। जैन
यु
अंतििाषरिलीर वरापाि संग्ठन दननरा भि
में जैन समदार से जयुड़े धमायालनबरों को
यु
ं
जोड़ने वाला एक वस्शवक संग्ठन है। रिधानमंरिी के संबोधन के अंश...
ै
या
'जलीतो कनेकट' कारक्रम के माधरम स े भारत पर दषनया का भरोसा: आज भारत के षवकास के संकलपों को दषनया
ु
ु
रह संग्ठन वरवसार व उद्ोग जगत अपने लक्यों की रिाशपत का माधयम मान रही है। वैश्वक शाषत हो, वैश्वक समषद्ध
ृ
ं
को आपसली नेटवनकिंग औि ननजली संवाद हो, वैश्वक चुनौषतयों से संबषधत समाधान हों या वैश्वक आपषत्ष श्खला का
ं
ू
ं
ृ
के माधरम से आगे बढ़ने का िाट्ता सशकतीकरण हो, दषनया भारत की तरफ बड़े भरोसे से देख रही है।
ु
प्रदान किता है। 6 से 8 मई तक तलीन- साफ नीयत, सपष्् इरादे और अनुकूल नीषतयां : आपसे एक बार ऐसे ही
नदवसलीर 'जलीतो कनेकट-2022' का संवाद में मैंने साफ नीयत, सपष्् इरादों और अनुकूल नीषतयों की बात कही थी।
आरोजन पणे स्ट्थत गंगाधाम एनेकस काफी चचा्ष की थी आप लोगों के साथ। बीते 8 सालों में इसी मरि पर चलते हुए
यु
ं
कली ओि से नकरा गरा। इसमें वरवसार शसथषतयों में जो पररवत्षन आ रहा है, वो हम रोजमरा्ष की षजंदगी में अनुभव कर रहे हैं।
औि अथयावरवट्था से जयुड़े नवनभन्न मयुद्ों
पि अलग-अलग सत्र आरोनजत नकए जेम पो्टिल पर 40 लाख EARTH का मरि
ं
ु
गए। 6 मई को इसके उद्ाटन सत्र में षवकेता जड़े: जब स े
ृ
के
े
कारक्रम कली थलीम 'सबका प्ररास' कली गवन्षमें् ई माक् पलस E यानी Environment(पया्षवरण) की समषद्ध षजसमें हो, ऐसे षनवेश
या
यु
ं
े
भावना का उललख किते हए प्रधानमत्रली याषन GeM पो्टिल को, ऐसी रिैशक्स को आप रिोतसाषहत करें।
यानी Agriculture (कृषर) को अषधक लाभकारी बनाने के षलए
अशसततव में आया है, सारी
निद्र मोदली ने न केवल ‘आतमननभयाि खरीद एक पले्फॉम्ष पर A नैचुरल फाषमिंग, फाषमिंग ्क्ोलॉजी और फूड रिोसषसंग सेक्र में जयादा
ें
े
े
भाित’ के संकलप कली चचाया कली, बस्लक सबके सामने होती है। से जयादा इनवस् करें।
े
कृ
प्रकनत का सदयुपरोग किते हयुए संकलप अब दूरदराज के गांव R यानी Recycling (पुनच्षकण) पर बल दें। Reuse, Reduce और
से नसनधि के मंत्र पि आगे बढ़ िहे भाित के लोग, छो् दुकानदार Recycle के षलए काम करें।
े
और सवयं सहायता समूह T यानी Technology (तकनीक) को जयादा से जयादा लोगों तक ले जाएं।
कली नवकास रात्रा का नजक्र भली नकरा। n
सीधे सरकार को अपना यानी Healthcare (सवास्थय सषवधा) देश में हर षजले में मषडकल
े
ु
रिोडक् बेच सकते हैं। H कॉलेज जैसी वयवसथाओं के षलए बहुत बड़ा काम सरकार आज कर रही है।
न् इंनि्ा समाचार | 1-15 जून 2022 49
ू