Page 48 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
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ईआईटली मंबई औि नदललली के दो होनहाि अनपयात
                          यु
                   औि साक्ली के मन में प्रकनत, प्राकनतक औि    भारत हवशव के हलए ्ि उदािरण पयेि कर
                                      कृ
                                            कृ
       आ परायाविण कली सयुिक्ा कली ऐसली भावना जागली नक        रिा िै हक प्ा्भवरण की रक्ा के हलए हवकास
                        यु
        वे अब अपना उगारा हआ खाते हैं। नौकिली छोड़कि आए औि      को रोकना आवश्क निीं िै। अथ्भव्वसथा
        उज्न के पास बिनगि में इनहोंने किलीब साढ़े तलीन बली्ा जमलीन
           ै
                                                                                                    ये
                                           ै
        का एक टुकड़ा खिलीदा, उस जमलीन को मेहनत से जनवक बनान  े  और पाररकसथहतकी दोनों एक साथ आग बढ़
                                                                                                    ये
                                                                                           ये
                                                                   ये
        के अलावा पेड़ लगारा, छोटा तालाब बनारा। इस तिह से बांटा   सकत िैं। ्िी वि माग्भ िै हजस भारत न चुना
                                                                                               ये
                                                                                             ये
                                              े
                 े
                                े
        नक एक नहट्स में सबजली, एक नहट्स में फल, एक नहट्स में पेड़   िै। जलवा्ु पररवत्भन के खतर स हनप्टन  ये
                                            कृ
        औि उसके बलीचो-बलीच एक नमट् टली का ्ि नजसमें प्रकनत से जयुड़े   के हलए जो वैकशवक प्र्ास चल रिये िैं, उनमें
        होने का सख नमलता है। इनके बािे में जानकि लगा नक जलवार  यु  भारत एक नई रोिनी बनकर उभरा िै।
               यु
        परिवतयान औि परायाविण िक्ा के नलए ऐसे कदमों औि इसली तिह         -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्ी
        कली जलीवनचराया को अपनाने कली जरूित है।
          कुछ ऐसली हली भावना औि शलीषया नेतृतव के संकलप के साथ
                                            ं
        भाित सिकाि ने बलीते सात-आ्ठ साल में परायाविण सिक्ण औि
        नवकास के बलीच संतयुनलत जलीवन के नलए जनता जनायादन को प्रकनत
                                                 कृ
                                                                                                 े
                                                                                                 े
        औि परायाविण से जोड़ने औि उसकली िक्ा में संकस्लपत किने का   हव श्व प या् वरण   कद वस क       इस
                                                              हवश्व पया्वरण कदवस क इस
        काम नकरा है। जनभागलीदािली वाले जल-जंगल औि जमलीन के
                                                              साल का  हवरय- ओनली वन
           या
        कारक्रम ट्वचछ भाित नमशन, जल जलीवन नमशन, नमानम गंगे,   साल का         हवर   य-   ओनली वन
                                                कृ
        नसंगल रूज पलास्ट्टक का खातमा किने का संकलप, प्राकनतक
                                                                                  े
                                                                              ‘क
                                                                                   वल एक पृथ्
                                                                                  े
                                                                     यानी

                                                              अर
                                                                    ्
                                                                    ्
                                                                                                       ी
                                                                                                        ’
        खेतली औि नैनो रूरिरा को बढ़ावा दे िहे हैं। कचिे से कंचन के   अर यानी ‘कवल एक पृथ्ी’
                 ं
        तहत ऊजाया सरंत्र, ननदरों कली पारिस्ट्थनतकली तंत्र बहालली के नलए
        वेटलैंि नवकास औि साफ हवा के नलए सौि ऊजाया औि इलस्करिक   हर साल 5 जून को मनाए जाने वाले षव्व
                                               े
        वाहन को बढ़ावा, हाइड्ोजन नमशन, परिोल में इथोनॉल नमश्ण   पया्षवरण षदवस 2022 का षवरय ‘ओनली वन
                                   े
        तेजली से बढ़ाने का काम भली सिकाि कि िहली है।       अथ्ष’ यानी ‘केवल एक पृ्थवी’ रखा गया है। रिकृषत
               ं
          प्रधानमत्रली निद्र मोदली ने कॉप-26 के दौिान दननरा के सामन  े  से जुड़ाव के साथ सवचछ, हररयाली और ष्काऊ
                   ें
                                         यु
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        ट्पषट नकरा नक भाित में दननरा कली 17% फलीसदली आबादली ह  ै  जीवन को अपनाने का संदेश इसमें षछपा है। इस साल
        लनकन उतसजयान में नहट्सा नसफ्क 4% है। रानली जलवार को जो   का षवरय रिकृषत के साथ सामंजसय बनाकर रहने
                                              यु
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        भली नयुकसान हयुआ उसमें भाितलीरों कली भनमका नगणर है। ऐसे में   की आव्यकता, नीषतयों और वयशकतगत षवकलपों
        भाितलीर िेल के बड़े नेटवक्क में 2030 तक नेट जलीिो उतसजयान   के माधयम से एक हररत जीवन शैली में सथानांतररत
        का लक्र िखा गरा है। नसफ्क इसली पहल से सालाना 60 नमनलरन
        टन उतसजयान कम होगा। हमने अंतििाषरिलीर सौि ग्ठबंधन कली   होने की हमारी संभावनाओं पर धयान केंषद्रत करेगा।
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        अगवाई कली। जलवार परिवतयान में लाइफ ट्टाइल कली एक बड़ली   1972 के स्ॉकहोम सममेलन के बाद संयुकत राष्ट्र
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        भनमका है औि पिली दयुननरा इसे मान िहली है। इस चनौतली स  े  पया्षवरण काय्षकम (यूएनईपी) का गठन हुआ था
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        ननपटने के नलए हमें LIFE पि फोकस किना है, रानली लाइफ   षजसका आदश्ष वाकय 'केवल एक पृ्थवी' ही था जो
        ट्टाइल फॉि एनवारनयामेंट को बढ़ावा देना होगा, इसे जनांदोलन   आज भी रिासंषगक है। यह ग्ह हमारा एकमारि घर है,
        बनाना होगा। हमें रूज एि थ्ो के माइिसेट से बाहि ननकलना   और मानवता को अपने सीषमत संसाधनों की रक्षा
                         ं
                                  ं
                                                यु
        होगा। अहम से वरम के कलराण का रहली िाट्ता है। इस चनौतली   करनी चाषहए। इस साल षव्व पया्षवरण षदवस की
        से ननपटने के नलए प्रधानमत्रली ने पंचामृत के रूप में 2030 तक   मेजबानी सवीडन कर रहा है।
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        काबयान इटेंनसटली को 45 फलीसदली तक कम किना औि 2070 तक
          46  न् इंनि्ा समाचार | 1-15 जून 2022
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