Page 49 - NIS-HINDI 01-15 JUNE 2022
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प्या्घवरण लदवस प्या्घवरण अनुकूि जीवन
पया्वरण संरक्षण में महत्वपूण् कदम
जलिारु पररिियान की चुनौविरों को देखिे हुए केंद्र
सरकार विवभन्न कारक्रम और रोजनाओं के माधरम से सौर ऊजा्ष को बढ़ावा देने की पहल
या
समाधान पर काम कर रही है। इसमें जलिारु पररिियान
संबंधी राष्ट्ीर कार रोजना का कारायानिरन शावमल है। ऑ्ोमैज्क रू् के अंतर््षत 100 फीसदी तक प्रतयक् जवदेशी
या
इसमें सौर ऊजाया, ऊजाया की बचि, जल, कृवर, वहमालरी जनवेश की अनुमजत दी र्ई।
पररिंत्र, हररि भारि सवहि जलिारु पररिियान संबंधी
वमशन भी शावमल हैं। 1186 जमजलयन र्ॉलर से अजधक एफर्ीआई
• देश के 33 राजर ि केंद्र शावसि प्रदेशों के वलए जलिारु जमला अप्रैल से जदसंबर 2021 तक।
पररिियान संबंधी राजर कारयारोजना भी िरार की गई है।
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30 िून, 2025 तक
• ठोस अपवशष्ट प्रबंधन वनरम, 2016 के िहि ठोस रालू होने वाली
अपवशष्ट को जलाना मना है। पररयोिनाओं के
जलए शुलक की
• सिच्छ भारि वमशन 2.0 के िहि अगले 5 िरषों में पुराने माफी िर 2022 िक
या
अपवशष्ट के ढेरों के उपचार और अपवशष्ट भरन सथल अषिर ऊजाया खरीद
में सुरवषिि वनपटान सवहि अपवशष्ट के सभी खंडों का प्रधानमंत्री जकसान बाधरिा के वलए
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ट्रैजकट्ी की घोरणा।
पूणया रूप से िैज्ावनक प्रबंधन के माधरम से अपवशष्ट ऊिा्ष सुरक्ा एवं उतथान लगाओ और
मुकि शहरों की पररकलपना की गई है। महाजियान (पीएम- चलाओ आधार पर
कुसुम), सौर रूफ्ॉप अषिर ऊजाया डेिलपरों
या
• भारि सरकार ने राष्ट्ीर सिच्छ िारु कारक्रम के िहि ररर-दो, 12 हिार को भवम और
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2024 िक पीएम10 और पीएम2.5 की सांद्रिा में 20 मेर्ावा् सीपीएसयू ट्ासवमशन की सुविधा
से 30 फीसदी कमी का लक्र रखा है। योिना ररर-दो शुरू। उपलबध कराना
• •भारि सरकार ने 130.3 वमवलरन अमेररकी डॉलर की
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लागि से भारिीर िटीर समुदार की जलिारु प्रविरोध में िवधि को औद्ोवगकरण पूिया के सिरों से 2 वडग्ी सेललसरस
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षिमिा को बढ़ाने के वलए आंध्र प्रदेश, महाराष्ट् और से अवधक नीचे िक सीवमि रखना और िापमान में िवधि को
ओवडशा राजरों में एक परररोजना शुरू की गई है। औद्ोवगकरण पूिया के सिरों से 1.5 वडग्ी िक सीवमि रखने के वलए
जलिारु पररिियान के जोवखम और दुष्प्रभाि कम करने का प्ररास
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• •पेररस समझौिे का उद्शर, औसि भूमंडलीर िापमान
जारी रखना है।
नेट जलीिो उतसजयान सनहत 5 बड़े लक्र सामने िखे, नजस पि भाित इसनलए अपने संसाधनों कली क्मता को लेकि भली भाित के प्ररास बढ़
तेजली से काम कि िहा है। नवकास औि परायाविण में संतलन, रे हमािली िहे हैं। भाित सकुलि अथयावरवट्था के नलए ऐसे उतपाद औि प्रनक्ररा
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पयुिातन पिंपिा का एक अहम नहट्सा है, नजसे आतमननभयाि भाित कली पि फोकस कि िहा है नजसमें संसाधनों पि कम से कम दबाव पड़े।
भली ताकत बनारा जा िहा है। जलीव औि प्रकनत के रिशत का संतलन, सिकाि ने ऐसे 11 क्ेत्रों कली पहचान कली है, नजससे आधननक तकनलीक
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वरस्षट औि समस्षट का संतलन, जलीव औि नशव का संतलन हमेशा स े के माधरम से संसाधनों को रिसाइनकल किके सदपरोग कि सकते हैं।
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हमािे शाट्त्रों ने हमें नसखारा है। हमािे रहां कहा गरा ह ै कचिे से कंचन अनभरान को नमशन मोि पि चलारा जा िहा है नजसमें
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्यत् लपि़े तत् ब्हांि़े। ्ि औि खेत से ननकला कचिा हो, ट्क्रैप मेटल रा बैटिली हो, इनह नई
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रानली जो नपि रानली जलीव में है, वहली ब्ह्मांि में है। हम जो भली अपन े तकनलीक से रिसाइनकल किने पि प्रोतसानहत नकरा जा िहा है।
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नलए किते हैं, उसका सलीधा असि हमािे परायाविण पि भली पड़ता है। प्रधानमत्रली निद्र मोदली कहते हैं, ‘जो दननरा कभली भाित को एक
न् इंनि्ा समाचार | 1-15 जून 2022 47
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