Page 52 - NIS Hindi september 01-15, 2022
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राष्टट्र अमृत महोत्सवे
आजादी की िंघर््ष गार्ा बिे भारत का जीवंत लोकतंत्र
महािायकों िे देखा र्ा िपिा, हर तीन मेें से दो मेतदाता करते ह मेतदान
ैं
भारत कर रहा है िाकार…
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दांडी योात्ा की िर्गांठ पर 12 माच्व 2021 को जब
आजादी का अमृि महोत्सि शुरू हुआ, िो उद्े्वयो बेहद
अमृि था। 130 करोि देशिासी आजादी के अमृि
महोत्सि से जब जुिेंगे, लाखों स्िाधीनिा सेनावनयोों
से प्रेर्णा लेंगे िो जनसहभावगिा से भारि बिे से
बिे लक्षयोों को पूरा करके रहेगा। आधुवनक भारि के पंजीकृत मतदाता (करोि में) कुल आबादी (करोि में) पंजीकृत जनसंख््या का प्रितशत
वशक्ल्पयोों ने जो वदशा वदखाई थी, उनके एक-एक
कदम के साथ देश ने छलांग लगाई। आइए आपको मतदान कद्ररों की लोकसभा क आम चुनाव में
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बिािे हैं वक आजादी के 75 िर् की योात्ा…... संख्ा (लाख में) मतदान का प्रततशत
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वनखरिा चला गयोा लोकित् … AMRIT
अंग्ज कह कर गए थे हमारे जाने के बाद भारि वबखर
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जाएगा, लेवकन उसने शायोद योह नहीं सोचा था वक
भारि वि्वि के सबसे विशाल लोकित् के रूप में n 91.2 करोड़ पात्र मतदाताओ ं के साथ भारत आज दुननया का सबसे बड़ा लोकतंत्र।
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वनखर जाएगा। n कु ल जनसंख्ा के संबंध में भारत ननवावाचन आयोग द्ारा पंजीकृ त मतदाताओ ं की
संख्ा में लगातार बढ़ोतरी।
… भारि आज दुवनयोा का सबसे जीिि लोकित् है। n मतदान कें द्ररों की संख्ा में 5 गुना की वृद्धि।
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… …मिदान प्रविशि 1951 में 46% होिा था, अब
2019 में बिकर 67% पर पहुंच गयोा। *स्ोत : भारत िनवामाचन आ्योग
कोिवड के कारण 2021 की जनगणना अभी बाकी।
कािलीगिों के नलए मद्ास एग्ो इंनिर्न सोसाइटली नलनमटेि स्र्ानपत गर्ा औि कहा तो र्ह भली जाता है नक उन्हें तेल के कोल्हू में बैल
नकर्ा। इतना हली नहीं उन्होंने ‘पैसा िि’ नाम से एक स्वदेशली बैंक कली जगह जोत नदर्ा गर्ा। लेखन में भली नपल्लई कली गहिली रूनच
ं
औि स्वदेशली स्टलीम नेनवगेशन कंपनली भली शुरू कली, नजससे अंग्ेजों िहली। उन्होंने मेर्ािाम (1914), मेर्ारिवु (1915), एंर्ोलॉजली
को कािली नुकसान हो िहा र्ा। बाद में वह सुब्रमण्र्म भाितली के (1915), आत्मकर्ा (1946) सनहत कई कृनतर्ों कली िचना कली।
संपक्क में आए। ऐसा माना जाता है नक महात्मा गांधली के चंपािण 18 नवंबि, 1936 को नचदंबिम नपल्लई का ननधन हो गर्ा। 5
सत्र्ाग्ह (1917) से पहले हली नचदंबिम नपल्लई ने तनमलनािु में नसतंबि 2021 को उनकली जन्म जर्ंतली पि उन्हें श्द्धांजनल अनपयात
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मजदूि वगया का मुद्दा उ्ठार्ा र्ा। नचदंबिम नपल्लई ने अन्र् नेताओं किते हुए प्रधानमंत्रली निद् मोदली ने कहा, “उन्होंने हमािे स्वतंत्रता
के सार् नमलकि 9 माचया, 1908 कली सुबह नबनपन चंद् पाल कली आंदोलन में प्रमुख र्ोगदान नदर्ा। उन्होंने आत्मननभयाि भाित कली भली
जेल से रिहाई का जश्न मनाने औि स्विाज का झंिा िहिाने के परिकल्पना कली र्ली औि इसके नलए बंदिगाहों औि जहाजिानली क्षेत्रों
नलर्े एक नवशाल जुलूस ननकालने का संकल्प नलर्ा र्ा। नपल्लई में महत्वपूणया प्रर्ास नकए। वह हमािे नलए नवशेष प्रेिणा के स्रोत हैं।”
कली चुनरौनतर्ों से पिेशान होकि अंग्ेजों ने उन्हें जेल में िाल नदर्ा
औि उन पि कािली जुल्म नकर्ा गर्ा। उनसे खदान में काम किार्ा
50 न्यू इंसडया िमाचार 1-15 सितंबर 2022