Page 63 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा

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             उपेसक्त िञार्कों


             कञा िम्िञाि






             भारि ्का इतिहास तसि्फ वो नहीं है जो
             देश ्को गुलाम बनाने वालों ्त्ा गुलामी
             ्की मानतस्किा ्के साथ इतिहास तलखने
             वालों ने तलखा। भारि ्का इतिहास वो भी
             है, जो भारि ्के सामान््त् जन, भारि ्की

             लो्क गाथाओं में रचा-बसा है, जो पीतढ़्त्ों
             ने आगे बढ़ा्त्ा है। लेत्कन लंबे सम्त् ि्क                               स्टिैच्र्ू
                                                                                         ू
             ्त्े दुभा्यग््त् रहा त्क भारि और भारिी्त्िा ्की                    ऑफ र्सिटिी…
             रषिा ्के तलए तजन्होंने जीवन समतप्यि ्कर तद्त्ा,                भार्त को एकीकृ्त करने वाले लौह
                                                                                              ़े
             ऐसे अने्क ना्त््क-नात्त््काओं ्को वो स्थान नहीं              पुरुर् सरदार वल्लभ भाई पटल को एक
                                                                          शानदार श्धिांजर्ल के रूप में गुजरा्त के
             तद्त्ा ग्त्ा, तजस्के वो ह्कदार थे। 2014 ्के बाद             केवर्ड़या में स्टैच्यू ऑफ यूर्नटी का र्नमा्षण
             देश ्के ऐसे ही असली ना्त््कों ्को उन्का सही                  र्कया गया है। दुर्नया की सबसे ऊंची 600
             स्थान देने ्की शुरुआि हुई…...                                फीट की इस प्र््तमा की नींव पीएम नरेंद्र
                                                                            मोदी ने 2013 में ्तब रखी ्थी, जब वे
             बञाबञा िञाहेब की परंपरञा को िम्िञाि…                              गुजरा्त के मुख्यमंत्ी ्थे।

             आधुर्नक भार्त के र्नमा्ष्ताओं में से एक डॉ. भीमराव अंबेडकर
             की र्वरास्त को आजादी के बाद वह सम्मान नहीं र्मला, र्जसके

             वे हकदार ्थे। इस ऐर््तहार्सक भूल को सुधार्ते हुए केंद्र सरकार
             ने बाबा साहेब के जीवन में र्नकट्ता से संबंध रखने वाले स््थलों
             को ‘पंच्ती्थ्ष’ के रूप में संवारा है। 26 नवंबर को बाबा साहेब के    इनतहास रचिे ्वालनों के साथ, इनतहास
             सम्मान में संर्वधान र्दवस ्घोर्र््त र्कया गया।         नलखिे के िाम पर हेर-र्ेर करिे ्वालनों
                                                                    िे जो अ्वयाय नकया, उसे अब आज का
             िेतञाजोी िुभञार् ्चंद्र बोि …                           भारत सुधार रहा है। सही कर रहा है।

             आजाद र्हंद सरकार की 75वीं वर््षगांठ पर प्धानमंत्ी नरेंद्र मोदी   गलनतयनों से देश को मु्तत कर रहा है।
             ने लाल र्कले पर र््तरंगा फहराया। ने्ताजी से संबंर्ध्त अर्धकांश   -िरेंद्र मोदी, प्रधािमंत्री
             फाइलों को गोपनीय सूची से हटाकर वर्षों पुरानी मांग पूरी की
             गई। इंर्डया गेट पर ने्ताजी की प्र््तमा स््थार्प्त की जा रही है।

             िञार्कों को ििि       …


             वीर सावरकर के सा्थ महाराजा सुहेलदेव, राजा महेंद्र प््ताप,
             दीनबंधु सर ्छोटू राम, समे्त कई ऐसे नायक र्जनका योगदान
             इर््तहास में कहीं दबा रह गया ्था, उनकी र्वरास्त को पुनजतीर्व्त
             र्कया गया है।





                                                                                     न््ययू इंडि्या समाचार   16-30 डसतंबर 2022  61
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