Page 67 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा

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            स्िञारकों कञा िर्ञा दौर


            डवरा्सत ्से नई प्रेरणा



            अपने भतवष्ट्त् ्को पररभातर्ि

            ्करने ्के तलए इतिहास ्को पढ़ने
            और समृद् तवरासि ्को सहेजने ्के
            प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ्के मंत्र ्को

            भारि आर्मसाि ्कर रहा है िात्क
            गौरवशाली 75 वर् ्को देखने ्का
                                 ्य
            अवसर वि्यमान और

            भावी पीढ़ी ्को
            तमल स्के।





              प्धञािित्री िग्हञालर्:
                    ं
                        ं
           n
              14 अप्ल, 2022 को
                   ै
              प्धानमंत्ी संग्हालय नई
                           ्ष
              र्दल्ली के ्तीन मूर््त पररसर में
              शुरू र्कया गया। भार्त के अाधुर्नक्तम
              संग्हालयों में से एक प्धानमंत्ी संग्हालय में 43 गैलरी
              है र्जसमें आजादी से व्त्षमान ्तक के सभी प्धानमंर्त्यों                                  79
              के योगदान, उनके काय्षकाल की चुनौर््तयां और उससे
              र्नपटने की जानकारी प्दर्श्ष्त है।                                  आकञांक्ी सजोलञा: उपेसक्त
                          ै
           n  िेशिल वॉर ििोररर्ल: नई र्दल्ली में है। सववोच्                     सजोलों को अब िुख्र्धञारञा
              बर्लदान देने वाले सैर्नकों की याद में इसका र्नमा्षण र्कया
              गया है। अब अमर जवान ज्योर््त भी यहीं प्ज्जवर्ल्त है।                         िें लञािे की पहल

           n  रञा्टट्रीर् पुसलि स्िञारक: नई र्दल्ली में है। पुर्लस और अध्षसैर्नक
                                                                               ें
                                                                       n  जीवन म लोग अपनी आकांक्ाओं के र्लए र्दन रा्त पररश्म
              बलों को समर्प्ष्त राष्ट्रीय स्मारक प्धानमंत्ी नरेंद्र मोदी ने 21 अक्टूबर,   कर्ते ह, उन्ह कु्छ मात्ा म पूरा भी कर्ते ह। लर्कन जब
                                                                                                     ैं
                                                                                                       े
                                                                                  ें
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                                                                               ैं
              2018 को राष्ट्र को समर्प्ष्त र्कया।
                                                                         दूसरों की आकांक्ाओं और सपनों को पूरा करना, अपनी
              जोसलर्ञांवञालञा बञाग स्िञारक: जर्लयांवाला बाग पररसर का पुनर्न्षमा्षण
           n                                                             सफल्ता का पैमाना बन जाए ्तो र्फर वो क्त्षव्य प्थ इर््तहास
              और स्मारक दी्घा्षओं की शुरुआ्त भी व्त्षमान सरकार ने की है।  रच्ता है। 2018 म शुरू देश के आकांक्ी र्जला काय्षक्म म हो
                                                                                    ें
                                                                                                              ें
           n  सबप्लॉबी भञारत गैलरी: कोलका्ता में स्स््थ्त है। यहां क्ांर््त के र्चन्हों   रहे र्वकास से इसी ्तरह का इर््तहास बन रहा है।
              को आधुर्नक ्तकनीक के माध्यम से आकर््षक बनाया जा रहा है। यहां   n  देशभर के ऐसे 112 आकांक्ी र्जलों को शार्मल र्कया गया ह  ै
              आजाद र्हंद फौज के योगदान को जीवं्त रूप में प्स््तु्त र्कया गया है।  जो स्वास्र्य, पोर्ण, र्शक्ा, कौशल र्वकास सर्ह्त 49 पैमाने म  ें
                        ं
           n  आर्दवासी स्व्तत््ता सेनानी संग्हालय की कड़ी में भगवान र्बरसा मुंडा   र्प्छड़़े हुए ्थे। काय्षक्म की शुरुआ्त के बाद से ही नागररकों
                                                                                               ्ष
                                                                                                          ें
                         ं
              आर्दवासी स्व्तत््ता सेनानी संग्हालय, झारखंड में शुरू। देश का पहला   के जीवन की गुणवत्ता और आर््थक उत्पादक्ता म सुधार
                                                                                                               ैं
                                                                                         ें
                              ं
              राष्ट्रीय आर्दवासी स्व्तत््ता सेनार्नयों का संग्हालय गुजरा्त में बन   र्दखने लगा है। योजना म हर महीने प्गर््त के आधार पर रक
              रहा है। यह संग्हालय स्टैच्यू ऑफ यूर्नटी से लगभग 6 र्कमी दूर है।  र्दया जा्ता है र्जससे प्र््तस्पधा्ष की भावना से काम हो रहा है।
                                                                                     न््ययू इंडि्या समाचार   16-30 डसतंबर 2022  65
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