Page 66 - NIS Hindi 16-30 September,2022
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आवीरे्ण कथा नए भारेत की ्संकल्प यात्ा
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काशी डवश्वनाथ धिाम के
कञाशी-कॉररिोर गरौरव की पुनस्थातिपना
एक समय था, जब ्वारार्सी म बुनियादी n प्ाचीन मंर्दर के मूल स्वरूप को बरकरार रख्ते हुए 5 लाख
ें
ढांचे को लेकर कहा जाता था नक इस शहर का 27 हजार वग्ष फीट से ज्यादा क्ेत्फल में इसे र्वकर्स्त र्कया
कुछ िहीं हो सकता। भारी अनतक्मर् के साथ गया है। पहले यहां मंर्दर क्ेत् केवल ्तीन हजार वग्ष फीट में
बुनियादी ढांचे का हाल मधुम्तखी के छत्त जैसा ्था। अब मंर्दर और मंर्दर पररसर में 50 से 75 हजार श्धिालु
े
था, नजसे कोई छड़िा िहीं चाहता था। उस पर आ सक्ते हैं। यार्न पहले मां गंगा का दश्षन, स्ान और वहां से
़े
ं
काशी न्व्च्विाथ मनदर के आसपास तो चलिा भी सीधे र्वश्वना्थ धाम।
दूभर था। लनकि प्रधािमत्री मोदी िे इस कहा्वत n इससे पहले करीब 244 साल पहले लोकमा्ता देवी अर्हल्या ने
ं
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को बदलिे का बीड़ा उठाया और माच्ष 2019 म ें 1777-80 के बीच काशी र्वश्वना्थ मंर्दर का जीणवोधिार कराया
काशी न्व्च्विाथ कॉररडोर की िीं्व रखी गई... ्था।
काशी हमेशा से जी्वंत, निरंतर
प्र्वाहमाि रही है। अब काशी िे
एक तस््वीर पूरे देश को नदखाई है
नजसमें न्वरासत भी है और न्वकास
भी है। ऐसी न्वरासत, नजसे भव्य,
नदव्य और िव्य बिािे का काम
निरंतर जारी है। ऐसा न्वकास जो
काशी की सड़कनों, गनलयनों, कुंडनों,
तालाबनों, घा्टनों और पा्टनों, रेल्वे
़े
स््टशि से लेकर एयरपो्ट्ड तक में
निरंतर गनतमाि है।
- िरेंद्र मोदी, प्रधािमंत्री
64 न््ययू इंडि्या समाचार 16-30 डसतंबर 2022