Page 25 - NIS Hindi 16-31 Aug 2022
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आवरण किा  नवदनवा्षदचत राष्ट्रपदत




                                                            रही हैं। सकूल के नदिों ्में एक बार जब रारी बाररश हयो रही थी।
                                                            िारों ओर ्पािी और िनदयां बह रही थी। नशक्क री सकूल
                                                            िहीं आए, बच् की तयो बात ही दूर थी। तब रिौ्पदी नवद्ालय
                                                                         षे
                                                            आईं। िदी कयो तैर कर री सकूल ्पहुंि गई थी, तब नशक्क
                       ने
                 ने
                ने
              मर सामन भारत ्े राष्ट्रपडत पद ्ी
                                                             षे
                                    ने
              ऐसी महान डवरासत है। दश ्े प्रथम               बहरा िषे कहा था नक एक नदि रिौ्पदी री नशक्क बिेंगी।
                                           ने
              राष्ट्रपडत िॉ्टर राजनेनद् प्रसाद स लने्र          रिौ्पदी के बि्पि या सकूल के नदिों की बात 1970 के
              रामनाथ ्ोडवनद त्, अनने् डवभयूडत्ों            दशक की है। उस स्मय ्मयूररंज ्में साक्रता दर केवल 12.22
                                                                                     ै
                ने
              न इस पद ्ो सुशोडभत ड््ा है।                   रिनतशत  थी  और  वहां  कयोई  ्मनट्रक  ्पास  िहीं  था।    लषेनकि
                                        यू
              संडवधान ्े आलो् में, मैं परी डनष्ठा स  ने     रिौ्पदी की रुनि ्पढ़िषे ्में बहुत अनिक थी। उस स्मय राजय
                   ने
              अपन ्त्षव्ों ्ा डनव्षहन ्रूंगी। मर  ने        के ्मुखय्मत्री राजेंरि िारायण नसंह दव थ, नजिके ्मनत्र्मरल
                                               ने
                                                                                                          ं
                                                                                                      ं
                                                                                             षे
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                                                                    ं
              डलए भारत ्े लो्तांडरि्-सांस्ृडत्              ्में शहरी नवकास ्मत्री कानत्भक िरि ्मांझी थ जयो उ्परबषेड़ा के
                                                                            ं
                                                                                       ं
                                                                                                षे
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                                          ने
                               ने
              आदश्ष और सभी दशवासी हमशा मरी                  रहिषे वाल थ। एक नदि उिकी जिसुिवाई थी और उस बैठक
                                                                      षे
                                                                    षे
                              ने
              ऊजा्ष ्े स्ोत रहेंग।
                                                            ्में रिौ्पदी अ्पिषे नकसाि न्पता नबरंिी टुरटू के साथ ्पहुंिी थी।
              – द्ौपदी मुमु्ष, राष्ट्पन्त                   रिौ्पदी सातवीं ्पास कर िुकी थी, लषेनकि आठवीं की ्पढ़ाई की
                                                            सुनविा गांव ्में िहीं थी। रिौ्पदी तरी अ्पिी ्माककिशीट लकर
                                                                                                          षे
                                                                                       षे
                                                            ्मांझी के ्पास ्पहुंिी और यहीं स उिकी राजय की राजिािी
                                                            रुविषेशवर की यात्रा शुरू हुई। 1970 ्में रिौ्पदी अ्पिी ्मां और
                                                            गांव कयो छयोड़कर 280 नक्मी दूर रुविषेशवर ्पहुंि गई। रिौ्पदी
                                                            कु्तल कु्मारी छात्रावास ्में रहती थी और लड़नकयों के सकूल
                                                                                   षे
                                                                                       षे
                                                            ्में ्पढ़ती थी। र्मादवी कॉलज स उ्होंिषे राजिीनत नवज्ाि ्में
                                                                           षे
                                                            स्ातक की नरग्ी रिापत की।
                                                                     ु
                                                                                             षे
                                                              रिौ्पदी ्म्मु्भ के रायनसिा नहल ्पहुंििषे स गदगद ओनरशा के
                                                                                      षे
                                                            उ्परबड़ा गांव के निवासी कहत हैं, “्मषेरा गांव तयो नरनजटल
                                                                 षे
              आजादी ्े बाद पहली बार                         गांव है। सार घर ्में बैंक िाता है। िषेती-बारी के नलए कज्भ
                                                                      षे
              आडदवासी समाज स ए् मडहला                       घर बैठे ही न्मल जाता है। ह्मलयोगों के सब घर ्में ्पािी की
                                  ने
                        ने
                                         ने
                                ने
              राष्ट्रपडत दश ्ा नतृतव ्रन जा                 ्पाइ्पलाइि है। सरी के यहां शौिालय है। गरीबों के नलए
                            ने
              रही हैं। ्ने हमार लो्तंरि ्ी ता्त             ्पीए्म आवास है। सब रिौ्पदी की ही दषेि है।
                                 ने
                       ने
              ्ा, हमार सव्षसमावशी डवचार ्ा                     इस संघषयाशलीलता, मेधा, समर कली पाबंद, अधररनशलील, समाज
              जीता-जागता उदाहरण है।                         के नलए संकलप लेने औि उसे साकाि किने कली प्रनतमूनतया हैं 25 जुलाई
              सामाडज् न्ा् ्ा अथ्ष है- समाज                 2022 को देश के िाषट्पनत पद पि आसलीन हुईं द्ौपदली मुमुया। सुदूि
              ्े हर वग्ष ्ो समान अवसर डमलें,                वन क्त्र से िारनसना नहल पहुंचकि िाषट् प्रमुख बन जाने का सिि
                                                                े
              जीवन ्ी मरौडल् जरूरतों स ्ोई                  आसां नहीं होता। िाषट्पनत चुनाव के दौिान मलीनिरा में पहलली बाि
                                          ने
              भी वंडचत न रह। दडलत, डपछड़ा,                   सामने आई उनकली जलीवन संघषया कली कहाननरां अब िाषट् कली प्रेिरा
                            ने
              आडदवासी, मडहला, डदव्ांग, जब                   बन गई हैं। सवरं (अब िाषट्पनत) द्ौपदली मुमुया कहतली हैं, “जलीवन में
              आग आएंगने, तभी दश आग जाएगा।                   सब मुझे नमला है। कभली कोई पद मांगा नहीं। पता नहीं मेिे अंदि करा
                                 ने
                                        ने
                   ने
                                                            है। मेिा काम मुझे खींच लारा है।” अपने जलीवन कली रात्रा पूवती भाित
              - िरेंद् मोदी, प्रधािमंत्री
                                                            में ओनिशा के एक छोटे से आनदवासली गांव से शुरू किने वालीं,
                                                                                                ं
                                                            साधािर पष्ठभूनम कली द्ौपदली मुमुया के नलए प्रािनभक नशक्ा प्रापत
                                                                    तृ
                                                            किना भली एक सपने जैसा हली िा। लेनकन अनेक बाधाओं के बावजूद
                                                                                    न्यू इंडि्ा समाचार    16-31 अगस्त 2022 23
                                                                                                          23
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