Page 27 - NIS Hindi 16-31 Aug 2022
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आवरण किा नवदनवा्षदचत राष्ट्रपदत
n मुझे खुशी है नक आजादी की लड़ाई में जिजातीय समुदाय के आरे बढ़ते हैं तो वे नसिकि अपिा ही भागय िहीं बिाते बकलक देश
योरदाि को समनप्गत अिेक म्यूनजयम देशभर में बिवाए जा रहे का भी भागय बिाते हैं। आज हम इसे सर होते देख रहे हैं।
हैं।
n वोकल िरॉर लोकल से लेकर नडनजटल इंनडया तक हर क्ेत् में
एक संसदीय लोकतंत् के रूप में 75 वरषों में भारत िे प्ररनत के आरे बढ़ रहा आज का भारत नवशव के सा् कदम से कदम
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संकलप को सहभानरता एवं सव्ग-सम्मनत से आरे बढ़ाया है। नमला कर रौ्ी औद्ोनरक क्रांनत के नलए पूरी तरह तैयार है।
n नवनवधताओं से भरे अपिे देश में हम अिेक भारा, धम्ग, संप्रदाय, n ररकरॉडटि संखया में बि रहे सटाटटि अप में, िए-िए इिोवेशि में,
खाि-पाि, रहि-सहि, रीनत-ररवाजरों को अपिाते हुए ‘एक भारत दूर-सुदूर क्त्रों में नडनजटल टेक्ोलरॉजी की सवीकाय्गता में भारत के
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– श्रेष््ठ भारत’ के निमा्गण में सनक्रय हैं। युवाओं की बड़ी भूनमका है।
आजादी के 75वें वर्ग के अवसर पर आया ये अमृतकाल भारत के
n n बीते वरषों में भारत िे नजस तरह मनहला सश्तीकरण के नलए
नलए िए संकलपरों का कालखंड है। आज मैं इस िए युर के सवारत निण्गय नलए हैं, िीनतयां बिाई हैं, उससे भी देश में एक िई शक्त
में अपिे देश को िई सोर के सा् ततपर और तैयार देख रही हूं। का संरार हुआ है। मैं राहती हूं नक हमारी सभी बहिें व बेनटयां
n हम नहंदुसतानियरों िे अपिे प्रयासरों से ि नसिकि कोरोिा की वैकशवक अनधक से अनधक सश्त हरों त्ा वे देश के हर क्ेत् में अपिा
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रिौती का सामिा नकया बकलक दुनिया के सामिे िए मापदंड भी योरदाि बढ़ाती रहें।
स्ानपत नकए। कुछ ही नदि पहले भारत िे कोरोिा वै्सीि की
200 करोड़ डोज लरािे का कीनत्गमाि बिाया है। n मैं अपिे देश के युवाओं से कहिा राहती हूं नक आप ि केवल
अपिे भनवष्य का निमा्गण कर रहे हैं बकलक भनवष्य के भारत
कोनवड महामारी से बिे माहौल में, आज दुनिया भारत को िए की िींव भी रख रहे हैं। देश के राष्ट्रपनत के तौर पर मेरा हमेशा
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नवशवास से देख रही है। दुनिया की आन्क कस्रता के नलए, आपको पूरा सहयोर रहेरा।
सपलाई रि की सुरमता के नलए, और वैकशवक शांनत के नलए
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दुनिया को भारत से बहुत उम्मीदें हैं। n नवकास और प्ररनतशीलता का अ््ग निरंतर आरे बढ़िा होता है,
लेनकि सा् ही अपिे अतीत का ज्ाि भी उतिा ही आवशयक है।
n आरामी महीिरों में भारत अपिी अधयक्ता में G-20 की मेजबािी भी
करिे जा रहा है। इसमें दुनिया के बीस बड़े देश भारत की अधयक्ता n आज जब नवशव sustainable planet की बात कर रहा है
में वैकशवक नवरयरों पर मं्ि करेंरे। मुझे नवशवास है भारत में होिे तो उसमें भारत की प्रारीि परंपराओं, हमारे अतीत की सतत
वाले इस मं्ि से जो निष्कर और िीनतयां निधा्गररत हरोंरी, उिसे जीविशैली की भूनमका और बढ़ जाती है।
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आिे वाले दशकरों की नदशा तय होरी। n मेरा जनम तो उस जिजातीय परंपरा में हुआ है नजसिे हजाररों
वरषों से प्रकृनत के सा् ताल-मेल बिाकर जीवि को आरे बढ़ाया
जिप्रनतनिनध के रूप में नवनभन्न पदरों पर काय्ग करते हुए और
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निर राजयपाल के रूप में भी मेरा नशक्ण संस्ािरों के सा् सनक्रय है। मैंिे जंरल के महतव को अपिे जीवि में महसूस नकया है।
जुड़ाव रहा है। मैंिे देश के युवाओं के उतसाह और आतमबल को हम प्रकृनत से जरूरी संसाधि लेते हैं और उतिी ही श्रद्धा से
करीब से देखा है। प्रकृनत की सेवा भी करते हैं। यही संवेदिशीलता आज वैकशवक
अनिवाय्गता बि रई है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है नक भारत
n हम सभी के श्रद्धेय अटल जी कहा करते ्े नक देश के युवा जब पया्गवरण संरक्ण के क्ेत् में नवशव का मार्गदश्गि कर रहा है।
मुझ में अपना प्रनतनबंब देख िहे हैं। मेिे इस ननवायाचन में देश के आजाद भाित में हुआ है।
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गिलीब का आशलीवायाद शानमल है, देश कली किोड़ों मनहलाओं औि िाषट्पनत के रूप में द्ौपदली ममुया के ननवायाचन ने देश के जन-जन
बेनटरों के सपनों औि सामररया कली झलक है। मेिे इस ननवायाचन में नकस तिह नरा उललास पैदा नकरा है, रह उनके ननवायाचन
में, पुिानली ललीक से हटकि नए िासतों पि चलने वाले भाित के से लेकि शपि ग्रहर समािोह तक सपषट नदखली। भाित न े
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आज के रुवाओं का साहस भली शानमल है। ऐसे प्रगनतशलील भाित आजादली के 75वें वषया में इनतहास िच नदरा है। प्रधानमत्रली निेंद्
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का नेततव किते हुए आज मैं खुद को गौिवाशनवत महसूस कि मोदली कहते हैं, “भाित ने इनतहास िचा है। ऐसे समर में जब
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िहली हूं।” द्ौपदली मुमुया देश कली पहलली िाषट्पनत बनली हैं नजनका जनम 130 किोड़ भाितलीर आजादली का अमत महोतसव मना िहे हैं,
न्यू इंडि्ा समाचार 16-31 अगस्त 2022 25