Page 35 - NIS Hindi 16-31 Aug 2022
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आवरण किा नवदनवा्षदचत राष्ट्रपदत
हर वग्ष का खयाल अलपसंखरक समुदार से जुड़े सभली वगया, अब कोई भेदभाव
नहीं होता करोंनक देश के संसाधनों पि नकसली खास का नहीं,
सबका समान अनधकाि सुननशशचत हो िहा है। अगि नवशेष
•सामा्य वग्ष तौि से जनजातलीर समुदार कली बात कली जाए तो भाित सिकाि
सामान् वग्ष ्ो आडथ्ष् आधार पर 10 िीसदी आरक्ण सवयासमाज के साि-साि इस समाज के उतिान के प्रनत सदा
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दन ्ा डनण्ष् लन ्े साथ उस लाग भी ्र डद्ा कतसंकशलपत िहली है। पहलली बाि इस वगया से िाषट्पनत बनना
ग्ा। इसमें 8 लाख रुप्ने स ्म सालाना आ् वाल ने इसका प्रतरक् प्रमार है।
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अभ्डथ्ष्ों ्े भडवष्् ्ी नई राह खुली। भाितलीर लोकतंत्र के नलए रह एक ऐनतहानसक अवसि है। ऐसे
समाज को शलीषया पि प्रनतनननधतव देने में देश को सात दशकों कली
ओबीसी लंबली प्रतलीक्ा किनली पड़ली। आज भाितलीर लोकतंत्र इस प्रश्ननचह्न
से मुकत हो गरा है करोंनक देश कली कुल जनसंखरा में आनदवासली
राष्ट्री् डपछड़ा वग्ष आ्ोग ्ो संवैधाडन् दजा्ष दन समाज कली संखरा लगभग नौ प्रनतशत है। सवतंत्रता आंदोलन में भली
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्े डलए 102वां संडवधान संशोधन अडधडन्म, 2018
पाररत ड््ा ग्ा। नए अडधडन्म में सवी्ार ड््ा ग्ा आनदवासली समाज का रोगदान-बनलदान अनवसमिरलीर है, नकंतु
है ड् डपछड़ वगगों ्ो आरक्ण ्े अलावा डव्ास ्ी सवतंत्र भाित में लंबे समर तक उनहें नवकास कली मुखरधािा से
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भी आवश््ता है। जोड़ने एवं उनके सामानजक-आनियाक उतिान औि िाजनलीनतक
प्रनतनननधतव के नलए परायापत प्ररास नहीं नकए गए।
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पूवया प्रधानमंत्रली अटल नबहािली वाजपेरली के नेततव में जब
वररष्ठ िागररक सिकाि बनली तो इस समाज कली आशाओं-आकांक्ाओं को
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जनगणना 2011 ्े अनुसार दश में 60 वर्ष स अडध् समझने का गंभलीि प्ररास हुआ। जनजातलीर समाज के उतिान
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आ्ु वाल वररष्ठ नागरर्ों ्ी आबादी 10.38 ्रोड़ एवं समतृनद्ध के नलए 1999 में एक अलग मंत्रालर बनाने के
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है डजस्े 2026 त् 17.32 ्रोड़ पहुंचन ्ा अनुमान
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है। वररष्ठ नागरर्ों ्े डलए अटल व्ो अभ्द् ्ोजना साि हली 89वें संनवधान संशोधन के जरिरे िाषट्लीर अनुसूनचत
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(एवीवाईएवाई) नाम स ए् अमब्ला ्ोजना 1 अप्रैल, जनजानत आरोग कली सिापना कि इनके नहतों को सुननशशचत
2020 स लाग ्ी है डजसमें बुजुगगों ्ी डवत्ती् सुरक्ा, किने कली पहल कली गई। जनजातलीर समाज के उतिान एवं
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भोजन, सवास्थ् दखभाल और सममाडनत जीवन पर सममान कली जो शुरुआत हुई, नपछले आ्ठ वषषों में प्रधानमंत्रली
्डद्त ्ोजनाओं ्ो शाडमल ड््ा ग्ा है।
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निद् मोदली ने उसे औि सशकत ढंग से आगे बढ़ारा है। नशक्ा
नकसली भली समाज के नवकास कली महतवपूर कड़ली है, इसनलए
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केंद् सिकाि ने एकलवर मॉिल सकूल को सशकत नकरा है।
जनजातलीर समाज के सामानजक-आनियाक उतिान के साि
हमार सवाधीनता सनाडन्ों न आजाद
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डहंदुसतान ्े हम नागरर्ों स जो उनकली सांसकनतक नविासत को सममानपूवयाक देश के समक्
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अपक्ाएं ्ी थीं, उन्ी पयूडत्ष ्े डलए इस लाने का कार भली प्रधानमंत्रली मोदली के नेततव में ननिंति जािली है।
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अमृत्ाल में हमें तज गडत स ्ाम ्रना जनजातलीर कला, सानहतर, पिंपिागत ज्ान एवं कौशल जैसे
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है। इन 25 वरगों में अमृत्ाल ्ी डसडर् जनजातलीर नवषरों को अधररन-अधरापन में सशममनलत नकरा
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्ा रासता दो पटरर्ों पर आग बढ़छेगा- गरा है। आजादली के अमत महोतसव के उपलक्र में जनजातलीर
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'सब्ा प्र्ास और सब्ा ्त्षव्'। नारक-नानरकाओं कली वलीिगािाओं को सामने लाने के उद्शर
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भारत ्े उज्वल भडवष्् ्ी नई डव्ास से देश भि में कई कारयारिमों का आरोजन हो िहा है।
्ारिा, हमें सब्े प्र्ास सने ्रनी है,
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्त्षव् पथ पर चलत हुए ्रनी है। ननशशचत तौि से 25 जुलाई 2022, आजादली के अमत
महोतसव वषया कली ऐसली तािलीख बन गई है, नजस नदन देश ने
– द्ौपदी मुमु्ष, राष्ट्पन्त अलग उतसाह देखा। देश के जन-जन ने िाषट्पनत पद पि
आसलीन द्ौपदली मुमुया के रूप में अपना अकस देखा। नािली शशकत
न्यू इंडि्ा समाचार 16-31 अगस्त 2022 33