Page 31 - NIS Hindi 16-31 Aug 2022
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आवरण किा नवदनवा्षदचत राष्ट्रपदत
बी्ते आठ वर्ष के काय्षकाल में जिजान्त नवकास की लगभग
सभी योजिाओं में पहले की ्तुलिा में भारी वृनद् हुई है।
जिजा्तीय वग्ष के n जिजानतयरों का वास मुखय रूप से खिि प्रभानवत
क्त्रों में है, नकंतु उनहें कभी खिि से होिे वाली
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उतथाि में उठे कदम आय में नहससेदारी िहीं नमलती ्ी। नडकसट्र्ट n डवत्त वर्ष 2021-2022 में 35.2 लाख
50 नमिरल िंड की स्ापिा से इस नवसंरनत को दूर जनजाती् समुदा् ् छारिों ्ो प्रत्क्
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करते हुए सुनिकशरत नकया नक खिि से हुई आय
लाभ अंतरण(िीबीटी) ् माध्म सने 2500
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नए ए्लव् मॉिल का 30 प्रनतशत स्ािीय नवकास में खर हो। ्रोड़ रुप् प्री और पोसट मडट्र् छारिवडत
आवासी् डवद्ाल्ों ्ी n इसके जररये अभी तक 57 हजार करोड़ से दी। ्ोजना में 331 डवशवडवद्ाल्ों ्ो
आधारडशला पीएम मोदी न ने अनधक की रानश एकनत्त हुई है, नजसका उपयोर शाडमल ड््ा ग्ा है।
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रखी। 27 डजलों में बनेंग। जिजातीय क्त्रों के नवकास में हो रहा है। n भगवान डबरसा मुंिा
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740 n जिजातीय उतपादरों के नवपणि के नलए बिे ्ी जनमडतडथ 15
नवंबर जनजाडत
ट्राईिेड संरानलत ट्राइबस इंनडया आउटलेटस की
ए्लव् मॉिल संखया 29 से बढ़कर 116 की रई है। गरौरव डदवस घोडरत
ड््ा ग्ा।
डवद्ाल् 2026 त् शुरू
्रन ्ा लक््। n देश भर में 200 करोड़ के बजट से जिजातीय n भगवान डबरसा मुंिा
ने
सवतंत्ता सेिािी संग्हालयरों की स्ापिा रुजरात, आडदवासी सवतंरिता
10 झारखंड, आंध्र प्रदेश, छत्तीसरढ़, केरल, मधय सनानी संग्हाल्
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और उद्ान झारखंि
प्रदेश, तेलंरािा, मनणपुर, नमजोरम और रोवा में
आडदवासी शोध संसथान होरी नजसकी मंजूरी दी रई है। में प्रधानमंरिी नरेंद्
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मोदी न राष्ट्र ्ो
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्ो मंजरी दी गई है 2014 ्े n •राष्ट्रीय आनदवासी संग्हालय रुजरात के िम्गदा समडप्षत ड््ा।
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बाद दशभर में। नजले के ररुड़ेशवर में स्ानपत नकया जा रहा है।
निमा्गणाधीि संग्हालय सटटैचयू ऑि यूनिटी से
टॉप ्लास छारिवृडत ्ोजना लरभर 6 नकमी दूर है।
्े तहत हर साल ए् हजार n •आजादी के आंदोलि में अनवसमरणीय योरदाि
छारिों ्ो आईआईटी, और बनलदाि देिे वाले आनदवासी समाज को
आईआईएम, एमस जैस शीर्ष
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संसथानों में दाडखल ्े डलए नवकास की मुखयधारा में जोड़िे, सामानजक
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छारिवृडत दी जाती है। आन्क उत्ाि और राजिीनतक प्रनतनिनधतव देिे
का काम तेजी से नकया जा रहा है।
हुईं, नजनहोंने अपनली संघषया रात्रा को हली िाषट्-समाज का धरेर जन-जन को जागत भली नकरा है औि अब बेनटरां अनभमान बनकि
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बना नलरा। जलीवन में आए तमाम झंझावातों के बावजूद उनहोंने उभि िहली हैं। लोग अब बेनटरों को आतमननभयािता कली उड़ान
समाज सेवा कली अपनली िाह नहीं छोड़ली। केंद् सिकाि कली सोच भिते देखना चाहते हैं। रहली वजह है नक सेना हो रा सटाट्डअप,
औि नलीनत का हली परिराम है नक बलीते कुछ वषषों में केवल नािली ओलंनपक हो रा रिसचया, नशक्ा-नवज्ान हो रा िाजनलीनत, उद्यम,
उतिान नहीं, नािली के नेततव में नवकास कली दतृशषट िाषट् कली नलीनत खेल सनहत हि क्त्र में मनहला शशकत आज आसमान छू िहली है,
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बन गई है। इसमें केंद् सिकाि कली संवेदनशलील सोच ने समाज में बेनटरां हि क्त्र में अपना पिचम िहिा िहली है।
न्यू इंडि्ा समाचार 16-31 अगस्त 2022 29