Page 28 - NIS Hindi 16-31 JAN 2022
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आवरण कथा    पय्थटन से समावेशी दवकास





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        जड़ने कली नई जागरूक्ा आई है। इसलीनलए, साट्कृन्क
                                 े
        औि  आधरास्तमक  परयाटन  के  क्षत्र  में  आज  िाषरिलीर  औि
        अ्िायाषरिलीर संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को आकाि देन  े
          ं
        के नलए देश न केवल आधयुननक इनरिाट्रिकचि बना िहा ह  ै
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        बस्लक प्राचलीन गौिव को भली पनजजीनव् कि िहा है। िामार्ण
        सनककिट से भगवान िाम कैसे पिे भाि् के िाम हैं, इन ट््ानों
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        पि जाकि अनभव किने का मौका नमल िहा है ्ो बयुद्ध
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        सनककिट पिे नव्व के बौद्ध अनयुरानररों को भाि् में आन  े
        कली, परयाटन किने कली सयुनवधा दे िहा है। अरोधरा के नवकास

                                   ै
        कली परिकलपना एक आधरास्तमक वस््वक परयाटन केंद्र औि
        ट््ाई ट्माट्ड नसटली के रूप में कली जा िहली है। बली्े कुछ सालों
        में देशभि में इन्हास, आट््ा, आधरातम, सट्कृन् से जयुड़े
                                          ं
        नज्ने भली ट्मािकों का ननमाया्ण नकरा जा िहा है, उनका
        बहयु् बड़ा लक्र परयाटन को बढ़ावा देने का भली है। उत्ति
        प्रदेश ्ो परयाटन औि ्ली्ायाटन, दोनों के मामले में समृद्ध भली
        है औि इसकली क्षम्ाएं भली अपाि हैं। चाहे वह भगवान िाम
        का जनम ट््ान हो रा कृष्ण का वंदावन, भगवान बद्ध का                            कोरोना के बाद स  े
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        सािना् हो रा नफि काशली नव्वना्, स् कबलीि का मगहि                        तो अब ्े और भी महतवपर्ण
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        धाम हो रा वािा्णसली में स् िनवदास कली जनमट््लली का                   हो ग्ा है। जहां वैकसीनेशन डजतना
                                                                          ज्ादा होगी, टूररसट वहां जाने में उतना ही
        आधननकलीकि्ण, पिे प्रदेश में बड़े पैमाने पि काम चल िहा              सेफ महसस करेंगे और आपने देखा होगा,
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        है। इनके नवकास के नलए भगवान िाम, श्लीकृष्ण औि बद्ध के             डहमाचल हो, उत्तराखि हो, डसकककम हो,
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        जलीवन से समबस्नध् ट््लों जैसे अरोधरा, नचत्रककूट, म्युिा,         गोवा हो, ्े जो हमारे टूररसट िेकसटनेशन वाल  े
        वृनदावन, गोवधयान, कुशलीनगि, श्ावट््ली आनद ्ली्या ट््लों          राज् हैं, वहां बहुत तेजी से  वैकसीनेशन को
        पि िामार्ण सनककिट, आधरास्तमक सनककिट, बौद्ध सनककिट का              बल डद्ा ग्ा है क्ोंडक टूररसटों के मन में
        नवकास नकरा जा िहा हैं। भाि् में सनदरों से चािधाम रात्रा                      डवशवास पैदा हो।
        का महतव िहा है, द्ादश जरोन्नलांग के दशयान, शस्क्पली्ठों
                                                                                                    ं
        के दशयान, अषटनवनारक के दशयान कली रह सािली रात्रा को                         -नरेंरि मोदी, प्रधानमरिी
        जलीवन काल का नहट्सा माना गरा है। रह ्ली्ायाटन नसफकि
        परयाटन भि नहीं है, रे भाि् को जोड़ने वालली औि उसका
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        साक्षातकाि  किाने  वालली  एक  जलीव्  पिंपिा  है।  इसली  को
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        धरान में िख्े हए हाल हली में उत्तिाखि स्ट््् केदािना्
        धाम में परयाटक सयुनवधा केंद्र का ननमाया्ण, इस इलाके के
        लोगों कली सयुनवधा के नलए आधननक अट्प्ाल, िेन शेलटि
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                                                                ै
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        जैसली सभली सयुनवधा श्द्धालओं कली सेवा का माधरम बनन  े  कली ्रािली है। इसके अलावा ऋ नषकेश औि क्णयाप्रराग को िेल स  े
        वालली है। चािधाम सड़क परिरोजना पि ्ेजली से काम हो    भली जोड़ने का प्ररास हो िहा है।
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        िहा है, चािों धाम हाईवे से जड़ िहे हैं। भनवषर में रहा  ं  हाल  हली  में  गयुजिा्  के  सोमना्  मनदि  में  देश-दयुननरा  के
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        केदािना् जली ्क श्द्धाल केबल काि के जरिए आ सकें,    श्द्धालओं के नलए अब रहां समद्र दशयान प्, प्रदशयानली, शॉनपंग
                                                                 े
        इससे जयुड़ली प्रनरिरा भली शरू हो गई है। पनवत्र हेमकुि सानहब   कॉमपलकस  भली  परयाटकों  को  आकनषया्  किेंगे।  इससे,  रहां  नए
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        जली के दशयान आसान हों, इसके नलए वहां भली िोप-वे बनान  े  अवसिों औि नए िोजगाि का भली सृजन होगा औि ट््ान कली
          26  न्यू इडिया समाचार | 16-31 जनवरी 2022
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