Page 33 - NIS Hindi 16-31 JAN 2022
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आवरण कथा    पय्थटन से समावेशी दवकास




                                   यु
        सफाई के प्रन् बेरुखली से शहिों कली संदि्ा, शहिों में आने वाले
           या
        परटकों पि ्ो असि पड़्ा हली है, शहिों में िहने वालों के ट्वाट्रर
        पि भली रे बहयु् बड़ा संकट है। इस स्ट््न् को बदलने के नलए देश
        में ट्वचछ भाि् नमशन औि अमृ् नमशन के ्ह् बहयु् बड़ा
        अनभरान चलारा गरा। बली्े वषषों में शहिों में 60 लाख से जरादा
                                       यु
        ननजली टॉरलेट औि 6 लाख से अनधक सामदानरक शौचालर बने
        हैं। देश में 7 साल पहले ्क जहां नसफकि 18 प्रन्श् कचिे का हली
                                                 यु
        ननषपादन हो पा्ा ्ा, वो आज बढ़कि 70 प्रन्श् हो चका है।
        अब ट्वचछ भाि् अनभरान 2.0 के ्ह् शहिों में खड़े ककूड़े के
                                  यु
        पहाड़ों को हटाने का भली अनभरान शरू कि नदरा गरा है। शहिों
        कली भवर्ा बढ़ाने में एलईिली लाइट ने एक औि अहम भूनमका
        ननभाई है। सिकाि ने अनभरान चलाकि देश में 90 लाख से जरादा
        पयुिानली ट्रिलीट लाइट को एलईिली से बदला है।
           आजादली के इस 75वें साल में देश ने ‘सबका सा्, सबका
        नवकास,  औि  सबका  नव्वास’  के  सा्  ‘सबका  प्ररास’  का   नवकास को लेकि भाि् सिकाि नक्नली गंभलीि है।

        आह्ान भली नकरा है। सबका प्ररास कली रे भावना, ट्वचछ्ा के   देश कली इन धिोहिों को संजोने, संवािने औि इनका सयुंदिलीकि्ण
                                                 या
        नलए भली उ्नली हली जरूिली है। ट्वचछ्ा से सख औि परटन का   ्ो जरूिली है हली, इनकली देखिेख औि मैनेजमेंट के नलए जरूिली
                                        यु
                                  यु
                         यु
        गहिा संबंध हो्ा है। गजिा् के मखरमंत्रली के रूप में हली निेंद्र   संसाधनों का भली ननमाया्ण किना होगा। इसली को देख्े हयुए ‘इनिरन
                                                                                                         ं
                           या
        मोदली ने प्रगन् के नलए परटन कली संभावनाओं को ननखािना शरू   इट्टलीट्ट ऑफ हैरिटेज कंजिवेशन’ का ननमाया्ण औि उसको िलीमि
                                                    यु
                                                                      ू
                                                                 ं
        नकरा ्ा ्ो सबसे बड़ा फोकस ट्वचछ्ा पि नदरा है। ननमयाल     रूननवनसयाटली का दजाया देने पि नवचाि नकरा जा िहा है। गजिा् के
                                                                                                       यु
          यु
                                              या
        गजिा् अनभरान जन आंदोलन बना ्ो िाजर में परटन को भली      मखरमत्रली के रूप में धोलावलीिा में नविास् सिक्ष्ण औि जली्णवोद्धाि
                                                                     ं
                                                                                               ं
                                                                 यु
        बढ़ावा नमला।                                             से संबनध् पहलओं पि काम हो रा अब प्रधानमत्रली के रूप में भाि्
                                                                                                 ं
                                                                           यु
                                                                    ं
                                                                                                      ं
        धरोहरों को सहेज पहचान बन रहा भारत                       में स्ट््् नव्व धिोहिों कली संखरा में बढ़ो्िली के प्ररास, इरिाट्रिकचि
                                                                                                यु
                   या
        पिंपिा औि परटन, रे दो ऐसे नवषर हैं नजनका भाि्लीर नविास्ों,   के सा्-सा् सभली पहलयुओं को धरान में िख्े हए समस्नव् नवकास
                                                                                            या
                                                                                                     यु
        भावनाओं औि पहचान से सलीधा जड़ाव है। केंद्र सिकाि का सदैव   हो िहे हैं। सनककिट रिेनों के माधरम से परटन ट््ल जड़ िहे हैं ्ो
                                यु
                                                                 ं
                                ं
        रे प्ररास िहा है नक भाि् के साट्कृन्क सामररया को दयुननरा के   अ्ििाषरिलीर रोग नदवस जैसे समािोहों से नवदेशों में भली भाि्लीर
                                                                       ू
                                                                 ं
                                                                                        यु
                                                                                           ं
                                      यु
        सामने नए िंग-रूप में िखे, ्ानक भाि् दननरा में हैरिटेज टूरिजम   सट्कृन् गंज िहली है। देश से चोिली हई साट्कृन्क धिोहिों को वापस
                                                                                 ू
                                                                                   ू
        का  बड़ा  केंद्र  बनकि  उभिे।  इसली  भावना  के  सा्  ऐन्हानसक   लाने के काम में भली अभ्पवया ्ेजली आई है। वषया 1976 से 2014
                                                                                         ें
                  यु
        इमाि्ों का पनरुद्धाि कि नफि से आकषयाक बनारा जा िहा है।   ्क जहां केवल 13 चोिली कली धिोहि वापस लाई जा सकली ्ली, वहा  ं
                               यु
          यु
        शरुआ्  कोलका्ा,  नदललली,  मंबई,  अहमदाबाद  औि  वािा्णसली   2014 से 2021 ्क 41 नई धिहोिों को वापस लारा गरा है।
                                                                                                      े
                                                                                                  या
        कली धिोहिों से हयुई है। इन इमाि्ों में नई गैलिली, नई एकजलीनबशन,   ननस््च् ्ौि से कोनवि के बाद भाि् का परटन क्षत्र ्ेजली स  े
        न्रेटि, ड्ामा औि मरूनजक कॉनसट्ड के नलए जरूिली इरिाट्रिकचि   अपने पयुिाने ट्वरूप में वापस लौटने का सामररया िख्ा है। माचया
                                               ं
                                                                                      या
                                                                                              यु
          ै
        ्राि नकरा जा िहा है। केंद्र सिकाि ने रे भली ्र नकरा है नक   2022 ्क 5 लाख नवदेशली परटकों को मफ् वलीजा कली सयुनवधा,
                                                                                               यु
        देश के 5 आदशया सग्हालरों को अ्ििाषरिलीर मानकों के अनयुरूप   वैकसलीनेशन कली गन्, ट्वाट्रर सयुनवधाओं कली सलभ्ा औि ्कनलीक
                                 ं
                      ं
                                                                                     या
                          यु
        बनारा जाएगा। इसकली शरुआ् नव्व के सबसे पयुिाने मरूनजरम   के बेह्ि प्ररोग से भाि्लीर परटन दयुननरा में अपनली नवशेष पहचान
                                                                                                           या
                                                                                े
                                  ं
        में से एक, कोलका्ा के भाि्लीर सग्हालर से कली गई है। इसके   बनाने को आ्युि है। लनकन भाि् को दयुननरा में सवयाश्ेष्ठ परटन
                                              ं
        अलावा नदललली, चेन्नई, हैदिाबाद, श्लीनगि में मौजूद सग्हालर को   ट््ल के रूप में पहचान नदलाने के नलए प्रन्बद्ध्ा के सा् जरूि्
                                                                     ू
        भली अपग्ेि नकरा जा िहा है। बली्े सा् वषषों में 10 नए ट््लों को   है सामनहक प्ररास कली, ्ानक एक भाि्-श्ेष्ठ भाि् कली भावना
                                                                          ू
                                            या
        नव्व धिोहि का दजाया नमलना रह ब्ा्ा है नक परटन ट््लों के   नव्व भि में गंजे। n
                                                                                    न्यू इडिया समाचार | 16-31 जनवरी 2022 31
                                                                                      ं
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